CMPFO के 800 स्टाफ को प्रमोशन देने में एक्स कमिश्नर समेत समेत 12 फंसे, पांच को चार्जशीट, बीके पांडा को मेमो

सीएमपीएफ के कर्मियों के कैडर रिव्यू (प्रमोशन) मामले में तत्कालीन सीएमपीएफ कमिश्ननर बीके पांडा समेत 13 अफसरों की भूमिका संदिग्ध पाई है। मामले में पांच को चार्जशीट दी गई है। पांडा समेत अन्य को मेमो दिया गया है। मेमो का जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने पर मिनिस्टरी ने इनको भी चार्जशीट किया जायेगा।

CMPFO के 800 स्टाफ को प्रमोशन देने में एक्स कमिश्नर समेत समेत 12 फंसे, पांच को चार्जशीट, बीके पांडा को मेमो

धनबाद। सीएमपीएफ के कर्मियों के कैडर रिव्यू (प्रमोशन) मामले में तत्कालीन सीएमपीएफ कमिश्ननर बीके पांडा समेत 13 अफसरों की भूमिका संदिग्ध पाई है। मामले में पांच को चार्जशीट दी गई है। पांडा समेत अन्य को मेमो दिया गया है। मेमो का जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने पर मिनिस्टरी ने इनको भी चार्जशीट किया जायेगा।
विजिलेंस कर रही है जांच
कोल मिनिस्टरी के अनुमति के बिना ही वर्ष 2017 में CMPFO केआठ सौ स्टाफ को प्रमोशन की गई। जांच में गड़बड़ी पकड़ी गयी है। कोल मिनिस्टरी के आदेश पर विजिलेंस ने रिटायर्ड रीजनल कमिश्नर एके सिंह, हरिद्वार पाठक, एमई अली, उपेंद्र पांडा व सेवानिवृत्त प्रवर्तन अधिकारी विनोद तिवारी के विरुद्ध चार्जशीट की है। अन्य आठ के खिलाफ कोयला मंत्रालय की विजिलेंस टीम जांच में जुटी है। कोल मिनिस्टरी तत्कालीन आयुक्त बीके पांडा, रीजनल आयुक्त एसके सिन्हा, एके सिंह, पीके चौधरी, प्रेम कुमार पीके, मनीष, कन्हैया नारायण देव, रजत चौबे को खिलाफ मेमो जारी किया है।

डिर्पाटमेंट ऑफ प्रमोशन कमेटी ने कई कर्मचारियों को एक सप्ताह में दो-दो प्रमोशन की अनुमति दे दी। ऐसे दर्जनों मामले पकड़े गये।  ग्रुप (ए) के दो डीपीसी पैनल के चेयरमैन बीके पांडा ही थे जो वर्तमान में कोलकाता के फॉल्टा में कमिश्नर हैं। कि सीएमपीएफ के 23 रीजनल ऑफिस को इसका लाभ मिला था। इस मामले में कर्मचारी यूनियन ने कार्ट में भी याचिका दायर की है। कैडर रिव्यू मामले में अंतरिम रोक भी लगी है कोल मिनिस्टरी डिपार्टमेंटल जांच कर रहा है।

सीबीआइ के मिल सकती है जांच

सीएमपीएफ की ओर से मामले में सीबीआइ जांच को लेकर भी विचार कर रहा है। मिनिस्टरी से भी राय ली जा रही है। सीवीसी से दिशा निर्देश मिलते ही इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा।
पीएफ इंस्पेक्टर ने की थी कंपलेन

सीएमपीएफ के एक पीएफ इंस्पेक्टर ने सीएमपीएफ विजिलेंस व कोल मिनिस्टरी से कंपलेन की थी। कैडर रिव्यू का मामला सामने आने के बाद बीके पांडा को सीएमपीएफ आयुक्त पद से हटाकर कोयला मंत्रालय के अर्थिक सलाहकार अनिमेष भारती को आयुक्त बनाया था।