धनबाद के कथित बकरी चोर की गिरिडीह के मधुबन पुलिस स्टेशन के हाजत में मौत

मधबुन पुलिस स्टेशन के हाजत में कथित बकरी चोरी के एक आरोपी की मौत हो गई है। मृतक धनबाद जिले के तोपचांची पुलिस स्टेशन एरिया तांतरी का रहने वाला था। हाजत में  उसके साथ सहयोगी राजगंज के करीडीह का रहने वाला वाला युवक भी था।

धनबाद के कथित बकरी चोर की गिरिडीह के मधुबन पुलिस स्टेशन के हाजत में मौत
  • एसपी ने मौके पर पहुंचकर जांच की

गिरिडीह। मधबुन पुलिस स्टेशन के हाजत में कथित बकरी चोरी के एक आरोपी की मौत हो गई है। मृतक 42 वर्षीय बलराम महतो धनबाद जिले के राजगंज पुलिस स्टेशन एरिया के कारीडीह का रहने वाला था। हाजत में  उसके साथ सहयोगी तोपचांची के तांतरी का रहने वाला वाला युवक बबलू सोनार भी था। एसपी अमित रेणु शनिवार की सुबह मधुबन पुलिस स्टेशन पहुंचकर मामले की छानबीन की।

ऑफिसर इंचार्ज के खिलाफ मर्डर की एफआइआर  दर्ज करने की मांग

पुलिस ने दोनों से करीब दो घंटे तक सख्ती से पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद दोनों को थाना हाजत में बंद कर दिया था। सुबह उनमें से एक बलराम महतो की लाश हाजत के अंदर लटकते हुए मिली। पुलिस का कहना है कि बलराम महतो ने सुसाइड  की है। धनबाद से पहुंचे परिजनों ने  आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से बलराम महतो की मौत हुई है। मरने के बाद उसके शव को फांसी के फंदे पर लटका कर सुसाइड का रूप दे दिया गया। बलराम के पुत्र सोनू महतो ने मधुबन के थानेदार के खिलाफ मर्डर की एफआआर दर्ज  कर डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराने की मांग की है। उसने हाजत में बंद बबलू सोनार पर भी हत्या की आशंका जाहिर की है।  सिजुआ निवासी वार्ड पार्षद धमेंद्र महतो उर्फ डिस्को ने मधुबन थाना में एसडीपीओ नीरज कुमार सिंह से वार्ता की। इसके बाद शाम पांच बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेजा गया।

बबलू सोनार ने अननोन ग्रामीण के खिलाफ दर्ज कराई कंपलेन

बलराम महतो के साथ खस्सी चोरी के आरोप में थाना हाजत में बंद बबलू सोनार ने मधुबन पुलिस स्टेशन में आवेदन देकर अज्ञात के खिलाफ मारपीट करने की कंपलेनदर्ज कराई है। वहीं बबलू सोनार को पुलिस ने बकरा चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। उसे गिरिडीह कोर्टमें पेश किया गया। 

पुलिस कस्टडी में मौत की मजिस्ट्रेट करेंगे जांच : डीसी

डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि मधुबन थाना हाजज में बंदी की मौत की जांच मजिस्ट्रेट करेंगे। इसका आदेश जारी कर दिया गया है। जांच करने वाले दंडाधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है।  इसकी पूरी जानकारी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को दी जायेगी। शव के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जायेगी। यूडी केस दर्ज कर सीआरपीसी की धारा 176(1ए) के तहत मजिस्ट्रेट से जांच की प्रोसिडिंग की जायेगी।