बिहारःतेजप्रताप ने HAM सुप्रीमो जीतन राम मांझी की की मुलाकात, लालू से फोन पर करायी बात, राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म

बिहार के एक्स सीएम लालू प्रसाद के 74वें जन्मदिन पर उनके बड़े बेटे एमएलए तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो जीतन राम मांझी के सरकारी आवास पर जाकर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 35 मिनट तक बातचीत हुई।

बिहारःतेजप्रताप ने HAM सुप्रीमो जीतन राम मांझी की की मुलाकात, लालू से फोन पर करायी बात, राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म

पटना। बिहार के एक्स सीएम लालू प्रसाद के 74वें जन्मदिन पर उनके बड़े बेटे एमएलए तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो जीतन राम मांझी के सरकारी आवास पर जाकर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 35 मिनट तक बातचीत हुई।

बताया जाता है कि तेज प्रताप ने मांझी को फोन से लालू से बता करायी है। मांझी ने लालू को जन्मदिन की बधाई दी है। तेजप्रताप यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात कर एक बार फिर सबको चौंका दिया है। सियासी गलियारे में इस मुलाकात के अलग-अलग निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। इसे पिछली घटनाओं से जोड़कर भी देखा जा रहा है। इससे पहले श्री मांझी ने लालू प्रसाद और राबड़ी देवी को उनकी शादी के सालगिरह पर बधाई दी थी। मांझी ने शुक्रवार को ट्वीट कर सुबह में ही लालू प्रसाद को उनके जन्मदिन की बधाई दी। इसके बाद तेजप्रताप यादव दोपहर में श्री मांझी से मिलने उनके आवास पर गये। दोनों के बीच बंद कमरे में बातें हुई। तेजप्रताप यादव यहां करीब 45 मिनट तक रहे। इसी दौरान श्री मांझी की लालू प्रसाद से फोन पर बात भी हुई। लालू प्रसाद को उन्होंने जन्मदिन की बधाई दी और उनके दीर्घायु होने की ईश्वर से कामना की। 
सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि आज आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का जन्मदिन है। मैंने उन्हें ट्वीट के बाद फोन पर भी बधाई दी है। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप से मुलाकात में किसी तरह की राजनीतिक बातें नहीं हुई हैं। राजनीति के अलावा भी बातें होनी चाहिए। मांझी ने इस मुलाकात और बातचीत के बारे में मीडिया को बताया कि यह बिल्कुल गैर राजनीतिक और विशुद्ध पारिवारिक मामला है।

उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद तो होता है लेकिन मनभेद नहीं होता। लालू यादव के परिवार से उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक सम्बन्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है कि यहां पति-पत्नी, मां-बेटा और बिल्कुल के करीब के रिश्तों में भी लोग अलग-अलग पार्टियों में रह सकते हैं। राजनीति के क्षेत्र में नीचे से लेकर ऊपर तक ऐसे अनेकों उदाहरण हैं। एनडीए में रहने से जुड़े सवाल पर मांझी ने कहा कि बाहर जाने का तो सवाल ही नहीं है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) एनडीए का साथी है। उन्होंने कहा कि मिलना-जुलना लगा रहना चाहिए। 

तेज प्रताप ने मांझी से मुलकाता के बाद में मीडिया के एक सवाल पर बातचीत का ब्यौरा देने से  इनकार किया। एक्स तेजप्रताप ने कहा कि इस मुलाकात के सियासी मायने न निकाले जाएं। मैं केवल हाल-खबर लेने अंकल के आवास आया था। 
एनडीए अटूट है, डोरे डालने वाले सफल नहीं होंगे: सुशील मोदी
बीजेपी एमपी सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि एक्स सीएम जीतन राम मांझी एनडीए के सीनीयर लीडर हैं। इसलिए किसी जनप्रतिनिधि की उनसे शिष्टाचार भेंट का राजनीतिक मायने निकालने की जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। मांझी किसी एक जाति के नहीं, बल्कि बिहार में दलितों के बड़े सर्वमान्य नेता हैं। उन्होंने राजद का कुशासन भी देखा है। उनपर डोरे डालने वाले कभी सफल नहीं होंगे। मोदी ने ट्वीट किया कि एनडीए अटूट है और इसकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। एनडीए एक लोकतांत्रिक गठबंधन है, इसलिए जनता से जुडे विभिन्न मुद्दों पर सभी घटक दलों की राय अलग-अलग हो सकती है। एनडीए के सभी घटक दलों से अपील है कि वे गैरजिम्मेदार बयानबाजी करने के बजाय पीड़ित मानवता की रक्षा करने में अपनी ऊर्जा लगाएं।