धनबाद: सेंट्ल होम मिनिस्टर ने किया पारसनाथ उद्यान का ऑनलाइन उद्घाटन

कोल इंडिया की सभी अनुषंगी इकाइयों में गुरुवार से वन महोत्सव-2020 प्रारंभ हो गया है। सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह ने  महोत्सव-2020 का नई दिल्ली से गुरुवार को ऑनलाइन शुभारंभ किया।

धनबाद: सेंट्ल होम  मिनिस्टर  ने किया पारसनाथ उद्यान का ऑनलाइन उद्घाटन
  • पर्यावरण संरक्षण को सबको मिलकर करना होगा काम: अमित शाह
  • माईनिंग एरिया में प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोल कंपनियां कर रही है कई बेहतर काम: जोशी

धनबाद। कोल इंडिया की सभी अनुषंगी इकाइयों में गुरुवार से वन महोत्सव-2020 प्रारंभ हो गया है। सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह ने  महोत्सव-2020 का नई दिल्ली से गुरुवार को ऑनलाइन शुभारंभ किया। इसके तहत 600 एकड़ में पौधरोपण किया जायेगा। शाह ने बीसीसीएल की कतरास एरिया मेंपारसनाथ उद्यान का भी उद्घाटन किया। मौके पर कोल मिनिस्टर  प्रहलाद जोशी और कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल उपस्थित थे।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए होम मिनिस्टर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। उन्हों ने अधिक से अधिक पोधरोपण की वकालत करते हुए कहा- पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरपोण पर अधिक ध्यान देना होगा। प्रदूषण की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं।

कोल व माइंस मिनिस्टर प्रहलाद जोशी ने कहा कि माइनिंग एरिया में प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोयला कंपनियां  व अन्य खनन कंपनियां कई बेहतर काम कर रही हैं। उसे और बेहतर करने की जरूरत है। इसके लिए कोल मिनिस्टरी ने कई योजनाओं पर काम कर रहा है। 
उल्लेखनीय है कि कोल इंडिया में वन महोत्सव-2020 के तहत 600 एकड़ में पौधरोपण किया जा रहा है। 131 एरिया में पांच लाख सीड बोल से घास उगाने की पद्धति अपनाई गई। माइनिंग एरिया के 10 राज्यों के 38 जिलों को इससे कवर किया गया है। बीसीसीएल के कतरास एरिया में पारसनाथ उद्यान में 20000 पौधे और 14000 फलदार पौधे लगाये गये हैं। 
सीआइएल के डीटी विनय दयाल, डीपी आरपी श्रीवास्तव,  डीएफ संजीव सोनी, बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद,  डीपी पीवीआर के मलिकार्जुन,  डीटी चंचल गोस्वामी, राकेश कुमार डीएफ सिमरन दत्ता,  ईसीएल सीएमडी पीएस मिश्रा, डीपी विनय रंजन, डीटी जेपी गुप्ता, बी आर रेड्डी,  डायरेक्टर जी सी डे सहित विभिन्न कंपनियों के सीएमडी, डायरेक्टर व एचओडी ने अपनी-अपनी कंपनियों में उपस्थित होकर समारोह में शिरकत की।