धनबाद: SNMMCH में डॉक्टर्स की टीम ने मात्र डेढ़ घंटे में की सफलतापूर्वक पूर्ण हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMMCH ) के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेट क एचओडी डॉ डी पी भूषण के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम द्वारा आज साहिबगंज निवासी 27 वर्षीय रूम्पा कुमारी का सफलतापूर्वक पूर्ण हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी किया गया।

धनबाद: SNMMCH में डॉक्टर्स की टीम ने मात्र डेढ़ घंटे में की सफलतापूर्वक पूर्ण हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी
  • बड़े हॉस्पीटल पर निर्भरता समाप्त करने की दिशा में साबित होगा मील का पत्थर

धनबाद। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMMCH ) के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेट क एचओडी डॉ डी पी भूषण के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम द्वारा आज साहिबगंज निवासी 27 वर्षीय रूम्पा कुमारी का सफलतापूर्वक पूर्ण हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी किया गया।

इस संबंध में डॉ भूषण ने बताया कि 27 वर्षीय युवती रुम्पा कुमारी पैर टूटने की वजह से हॉस्पीटल पहुंची थी। इलाज के क्रम में यह ज्ञात हुआ कि इलाज हेतु पूर्ण हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी करने की आवश्यकता है। सामान्यतः ऐसे शल्य चिकित्सा से संबंधित मामलों में पेसेट  प्राइवेट हॉस्पीटल अथवा बड़े गवर्नमेंट हॉस्पीटल का रुख करते हैं। परंतु वर्तमान में एसएनएमएमसीएच  द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर पसेंट  के परिजनों ने भरोसा कर एसएनएमएमसीएच  में ही सर्जरी करवाने का निर्णय लिया।

उन्होंने बताया कि प्राइवेट हॉस्पीटल में ऐसे मामलों में सर्जरी करने में कम से कम तीन से पांच घंटे का वक्त लगता है क्योंकि वहां स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी रहती है। जबकि एसएनएमएमसीएच के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की पूरी टीम मौजूद है। हम सभी ने मिलकर मात्र डेढ़ घंटे में सफलतापूर्वक शल्य चिकित्सा को पूर्ण किया। ऑपरेशन के उपरांत मरीज पूरी तरह स्वस्थ है तथा उसके स्वास्थ्य में लगातार प्रगति दिखाई दे रही है। उन्होंने बताया कि पेसेंट का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत किया गया। ऑपरेशन का खर्च लगभग 1,05,400 रुपये आयुष्मान भारत योजना के तहत उपलब्ध कराया गया। इसमें पेसेंट के परिजनों से कोई राशि नहीं ली गई।

डॉ भूषण ने बताया कि यह अत्यंत उत्साहवर्धक है कि लोग एसएनएमएमसीएच पर विश्वास कर रहे हैं। बड़े-बड़े शल्य चिकित्सा अथवा गंभीर बीमारियों के इलाज में अस्पताल द्वारा किए जा रहे सफलतापूर्वक कार्यों का ही यह परिणाम है कि लोग प्राइवेट हॉस्पीटल के बजाय सरकारी मेडिकल कॉलेज के ऊपर विश्वास कर पा रहे हैं।रुम्पा कुमारी की शल्य चिकित्सा के दौरान शल्य चिकित्सक डॉ बी पी सिंहा, डॉ सिद्धार्थ सिंहा, डॉ पप्पू मरांडी एवं डॉ विकास आनंद के साथ-साथ एनेस्थीसिया के डॉ संतोष कुमार सहित पैरामेडिकल कर्मी तथा अन्य संबंधित लोग उपस्थित रहे।