फेसबुक से हुई फ्रेंडशीप व लव, बांग्लादेश जाकर रचाई शादी, वापसी में सीमा पार करते बीएसएफ ने नवदंपति को पकड़ा

पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के बोर्डर एरिया में बीएसएफ ने बांग्लादेश से शादी रचा कर गैरकानूनी तरीके से इंटरनेशनल बोर्डर पार कर वापस लौट रहे एक भारतीय युवक जयकांतो चंद्र राय (24) और बांग्लादेशी युवती परिणिति (18) को पकड़ा है। जयकांतो नदिया जिले के शांतिपुर पुलिस स्टेशन एरिया  बल्लवपुर गांव का रहने वाला है जबकि परिणिति बांग्लादेश के नरेल जिले की रहने वाली है।

फेसबुक से हुई फ्रेंडशीप व लव, बांग्लादेश जाकर रचाई शादी, वापसी में सीमा पार करते बीएसएफ ने नवदंपति को पकड़ा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के बोर्डर एरिया में बीएसएफ ने बांग्लादेश से शादी रचा कर गैरकानूनी तरीके से इंटरनेशनल बोर्डर पार कर वापस लौट रहे एक भारतीय युवक जयकांतो चंद्र राय (24) और बांग्लादेशी युवती परिणिति (18) को पकड़ा है। जयकांतो नदिया जिले के शांतिपुर पुलिस स्टेशन एरिया  बल्लवपुर गांव का रहने वाला है जबकि परिणिति बांग्लादेश के नरेल जिले की रहने वाली है।
बीएसएफ साउथ बंगाल फ्रंटियर की ओर से एक बयान में बताया गया कि दोनों को बीएसएफ की 82वीं वाहिनी की सीमा चौकी मधुपुर के इलाके से बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारतीय सीमा में प्रवेश करते समय गिरफ्तार किया गया। बीएसएफ के अनुसार, पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे दोनों पति–पत्नी हैं। उनकी दोस्ती फेसबुक से हुई थी। बाद में यह दोस्ती प्यार में बदल कर परवान चढ़ते- चढ़ते शादी में बदल गई।

जयकांतो ने बांग्लादेश जाकर परिणिति से शादी करने की ठानी। फिर जयकांतो ने अप्पू नाम के एक दलाल की मदद से आठ मार्च को अवैध तरीके से सीमा पार करके बांग्लादेश पहुंच गया। वहां 10 मार्च को उसने परिणीति के साथ शादी रचा ली। वह 25 जून तक वह परिणीति के घर बांग्लादेश में ही रूका। अब वह परिणीति को लेकर वापस भारत अपने घर लौट रहा था तो पकड़ा गया। वहीं, परिणीति ने बताया कि उन्होंने राजू मंडल नाम के बांग्लादेशी दलाल को सीमा पार कराने के लिए 10 हजार बांग्लादेशी टका दिये थे।

जांच में लव स्टोरी की पुष्टि

82वीं वाहिनी बीएसएफ के कामंडिंग ऑफिसर संजय प्रसाद सिंह ने बताया कि गिरफ्तार युवक-युवती से बीएसएफ की इंटेलिजेंस ब्रांच द्वारा गहन पूछताछ के बाद मामला लव अफेयर का ही सामने आया। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए दोनों को भीमपुर पुलिस को सौंप दिया है। दोनों ही परिवारों को शादी के बारे में जानकारी है और उनकी ओर से सहमति दी गई है।दोनों ही तीन से चार साल से संपर्क में थे। फेसबुक के बाद दोनों के बीच फोन पर बातें होने लगी थीं। इसी बीच लड़की के परिजनों ने कहा कि अब दोनों को शादी कर लेनी चाहिए। बीएसएफ के अधिकारी ने बताया, 'युवक का कहना है कि वह अवैध तौर पर बांग्लादेश में एंट्री करना चाहता था, लेकिन उसके लिए दस्तावेजों की जरूरत होती। यह प्रक्रिया लंबी होती। खासतौर पर कोरोना काल में इसमें और अधिक समय लगता। ऐसे वह एक दलाल के जरिए चला गया। आठ मार्च को वह बांग्लादेश चला गया था और 10 तारीख को शादी कर ली। इसके बाद दोनों 25 जून तक बांग्लादेश में ही रहे।