गुमला: पुलिस प्रेशर का असर, PLFI एरिया कमांडर समेत दो नक्सलियों ने कोर्ट में किया सरेंडर

नक्सलियों पर गुमला पुलिस का प्रेशर का असर दिख रहा है।  पुलिस प्रेशर के कारण पीएलएफआई के दो उग्रवादियों कामडारा ब्लॉक के सरिता जोन के एरिया कमांडर संजय सुरीन और PLFI दस्ता सदस्य मंगरा टोपनो ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है

  • मर्डर समेत कई मामले हैं दर्ज

गुमला। नक्सलियों पर गुमला पुलिस का प्रेशर का असर दिख रहा है।  पुलिस प्रेशर के कारण पीएलएफआई के दो उग्रवादियों कामडारा ब्लॉक के सरिता जोन के एरिया कमांडर संजय सुरीन और PLFI दस्ता सदस्य मंगरा टोपनो ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। दोनों को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया।
संजय सुरीन व मंगरा टोपनो के खिलाफ मर्डर, आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए एक्ट एवं लेवी मांगने का आरोप में गुमला बसिया, कामडारा व खूंटी जिला के पुलिस स्टेशन में केस दर्ज है। बसिया अनुमंडल की पुलिस अब दोनों उग्रवादियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। 
गुमला एसपी एचपी जनार्दनन व बसिया एसडीपीओ दीपक कुमार दो दिन पहले उग्रवादियों के घर पहुंचकर उन लोगों के माता पिता को समझाया था। मुख्यधारा से भटके अपने बेटों को सरेंडर कराने की अपील किया था। एसपी की पहल के बादसरिता बड़काटोली गांव निवासी पीएलएफआई का एरिया कमांडर संजय सुरीन ने गुमला कोर्ट में सरेंडर कर दिया। संजय के खिलाफ मर्डर, आर्म्स एक्ट व 17-सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज है। वहीं कामडारा बल्ॉक के केनालोया गांव निवासी मंगरा टोपनो पर आर्म्स एक्ट व 17-सीएलए एक्ट के तहत कामडारा थाने में एफआइआर दर्ज है।
संजय 10 वर्षों से PLFI में है एक्टिव
PLFI एरिया कमांडर संजय सुरीन कामडारा के सरिता, बड़काटोली व आसपास के गांवों में 10 वर्षो से नक्सली गतिविधियों में एक्टिव हैं। वह सबजोनज कमांडर तिलकेश्वर गोप के दस्ते के साथ घूमता था. पूर्व में वह पीएलएफआई के शीर्ष नेता गुज्जू गोप के साथ घूमता था। पुलिस के लगातार प्रेशर व प्रभाव से डरकर संजय अपने गांव सरिता इलाके में एक्टिव हो गया। पीएलएफआइ ने उसे वर्ष 2014 में एरिया कमांडर बनाया था। इसके बाद से वह कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है। पुलिस के साथ हुई एनकाउंटर में कई बार संजय बच गया था।

गुमला एसपी व एसडीपीओ दो दिन पहले जब बड़काटोली गांव पहुंचे थे तो संजय सुरीन के घर पर ताला लटका हुआ था। संजय के माता पिता कहीं छिप गये थे। इसके बाद एसपी ने 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर शनिचर सुरीन के घर पहुंचकर उसके माता पिता से बात की थी। शनिचर व संजय को सरेंडर कराने के लिए कहा था।