झारखंड: बोकारो में पकड़ाये नक्सली की निशानदेही पर दुमका से आर्म्स का जखीरा बरामद

कारो में शनिवार को पकड़ाये नक्सल एरिया कमांडर छोटू मांझी उर्फ सहदेव मांझी उर्फ निशिकांत की निशानदेही पर रविवार को दुमका में जगंलों से आर्म्स का जखीरा बरामद किया गया है। CRPF-26 बटालियन, SSB-35 बटालियन, बोकारो व दुमका पुलिस की ज्वाइंट कार्रवाई में शिकारीपाड़ा व मसलिया के जंगलों से छह आर्म्स, 357 जिंदा कारतूस, 11 मैग्जीन बरामद किये हैं।

झारखंड: बोकारो में पकड़ाये नक्सली की निशानदेही पर दुमका से आर्म्स का जखीरा बरामद
सफलता:प्रेस कांफ्रेस में दुमका व बोकारो एसपी।
  • शिकारीपाड़ा व मसलिया के जंगलों से एसएलआर, इंसास, रेगुलर रायफल व कार्बाइन मिले
  • 310 जिंदा गोली, एसएलआर व रायफल के 38 चार्जर, 1675 इलेक्ट्रानिक डिटोनेटर बरामद

रांची। बोकारो में शनिवार को पकड़ाये नक्सल एरिया कमांडर छोटू मांझी उर्फ सहदेव मांझी उर्फ निशिकांत की निशानदेही पर रविवार को दुमका में जगंलों से आर्म्स का जखीरा बरामद किया गया है। CRPF-26 बटालियन, SSB-35 बटालियन, बोकारो व दुमका पुलिस की ज्वाइंट कार्रवाई में शिकारीपाड़ा व मसलिया के जंगलों से छह आर्म्स, 357 जिंदा कारतूस, 11 मैग्जीन बरामद किये हैं।बोकारो एसपी चंदन कुमार झा व दुमका एसपी अंबर लकड़ा ने दुमका पुलिस सभागार में प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी है। 

बोकारो के एसपी ने बताया कि पुलिस बल  की सक्रियता शनिवार को नक्सली छोटू पकड़ा गया था। पुलिस पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि बोकारो में एरिया कमांडर और संताल परगना में जोनल कमांडर के रूप में कई साल से एक्टिव है। दुमका में उसे निशिकांत के नाम से लोग जानते हैं। छोटू ने पुलिस को बताया कि दुमका में उसके साथियों ने कई जगह पर आर्म्स छुपाकर रखे हैं। अगर उसे दुमका ले जाया जाता है तो वह आर्म्स की बरामदगी करा सकता है। 
उल्लेखनीय है कि नक्सली छोटू उर्फ निशिकांत को बोकारो के जगेश्वर बिहार पुलिस स्टेशन एरिया के टूटी झरना गांव से अरेस्ट किया गया था। बोकारो एसपी ने बताया कि छोटू से पूछताछ के बाद इसके बाद दुमका एसपी अंबर लकड़ा से सहयोग मांगा। दुमका एसपी की सहमति के बाद इसकी प्लानिंग बनी। ज्वाइंट एक्शन के बाद उपलब्धि मिली। 

जंगलों में छुपाकर रखे गये थे आर्म्स
दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि बोकारो पुलिस की टीम नक्सली छोटू को लेकर दुमका पहुंची। एसएसबी के कमाडेंट मनोरंजन पांडेय की अगुवाई में टीम बनाकर सहदेव को पहले मसलिया के पहाड़ी एरिया में ले जाया गया। जहां भारी मात्रा में गोलियों के अलावा चार आर्म्स  आदि बरामद किए गए। इसके बाद शिकारीपाड़ा के जंगलों से भी दो रायफल के अलावा गोलियां आदि बरामद की गई। उन्होंने बताया का जखीरा बरामद करने में बोकारो पुलिस, सीआरपीएफ 26बटालियन के जवान और दुमका एसएसबी के अलावा पुलिस के जवानों का अहम रोल रहा। उन्होंने बोकारो के एसपी समेत बटालियन के जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। वहीं बोकारो के एसपी ने भी दुमका एसपी और कमांडेंट समेत अन्य जवानों को भी सम्मानित किया।

कहां से कौन आर्म्स बरामद
मसलिया के जंगल: एक एसएलआर, इंसास, पुलिस की रेगुलर रायफल, एक कार्बाइन, एसएलआर रायफल की तीन मैग्जीन, सात नग रायफल की मैग्जीन, 310 जिंदा गोली, एसएलआर व रायफल के 38 चार्जर।
शिकारीपाड़ा के जंगल: दो इंसास, चार मैग्जीन, 47 गोलियां, स्टील का बड़ा कंटेनर व 1675 इलेक्ट्रानिक डिटोनेटर।

दुमका में सहदेव के खिलाफ 10 मामले
एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि दुमका में एक्टिव सब जोनल कमांडर सहदेव के खिलाफ 10 मामले दर्ज है। इन घटनाओं में उसका अहम रोल रहा है। सहदेव यहां निशिकांत के नाम से जाना जाता था। पुलिस कई बार उसके समीप पहुंची, लेकिन हर बार वह चकमा भागने में सफल रहा था। बोकारो में भी उसके खिलाफ 37 केस दर्ज हैं।