झारखंड: जामा एमएलए सीता सोरेन का बगावती तेवर हुई नरम, कहा- परिवार में कोई मतभेद नहीं

झारंखड के एक्स सीएम व जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहु व जामा एमएलए सीता सोरेन पिछले चार दिनों से अपने बगावती तेवर के पार्टी व फैमिली मे हलचल पैदा कर दी थी। सीता सोरेन ने रविवार को अपने रुख में नरमी के संकेत देते हुए स्पष्ट किया कि पार्टी के कुछ लोगों के कामकाज के तरीके पर उन्होंने सवाल उठाया है। लेकिन परिवार में उनका किसी से कोई मतभेद नहीं है। इससे उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल इस मामले को वह ज्यादा तूल देने के मूड में नहीं हैं। सीता ने कहा ने कहा कि -मैं एमएलए व जनप्रतिनिधि होने के अपने दायित्व का निर्वहन कर रही हूं। मेरा घर-परिवार में किसी से किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं है। राजनीति में हूं तो राजनीतिक रूप से पार्टी में या राजनीतिक जीवन में कुछ गलत हो तो उसके खिलाफ मुखर होकर बोलना भी मेरा कर्तव्य है। उल्लेखनीय है कि सीता सोरेन ने झामुमो महासचिव विनोद पांडेय पर साजिश रचने का आरोप लगाया था।

झारखंड: जामा एमएलए सीता सोरेन का बगावती तेवर हुई नरम, कहा- परिवार में कोई मतभेद नहीं
जामा एमएलए सीता सोरेन(फाइल फोटो)।

रांची। झारंखड के एक्स सीएम व जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहु व जामा एमएलए सीता सोरेन पिछले चार दिनों से अपने बगावती तेवर के पार्टी व फैमिली मे हलचल पैदा कर दी थी। सीता सोरेन ने रविवार को अपने रुख में नरमी के संकेत देते हुए स्पष्ट किया कि पार्टी के कुछ लोगों के कामकाज के तरीके पर उन्होंने सवाल उठाया है। लेकिन परिवार में उनका किसी से कोई मतभेद नहीं है। इससे उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल इस मामले को वह ज्यादा तूल देने के मूड में नहीं हैं। 

सीता ने कहा ने कहा कि -मैं एमएलए व जनप्रतिनिधि होने के अपने दायित्व का निर्वहन कर रही हूं। मेरा घर-परिवार में किसी से किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं है। राजनीति में हूं तो राजनीतिक रूप से पार्टी में या राजनीतिक जीवन में कुछ गलत हो तो उसके खिलाफ मुखर होकर बोलना भी मेरा कर्तव्य है। उल्लेखनीय है कि सीता सोरेन ने झामुमो महासचिव विनोद पांडेय पर साजिश रचने का आरोप लगाया था।सीता ने जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन को पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी महासचिव बिनोद पांडेय पर कार्रवाई करें। पत्र में उल्लेख किया था कि झामुमो को गुरुजी (शिबू सोरेन) और उनके पति स्वर्गीय दुर्गा सोरेन ने अपने खून-पसीने से सींचा है। यह किसी की जागीर नहीं है। हालांकि इस प्रकरण पर सीएम व जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने अपनी राजनीतिक सूझबुझ का परिचय देते चुप्पी साधे रखी। जेएमएम सुप्रीमो शिबु सोरेन व सीएम हेमंत की ओर से इसपर कोई टिप्पणी नहीं की गई। यही कारण है कि मामला बिगडऩे के पहले सीता सोरेन ने परिवार को लेकर स्थिति स्पष्ट कर है।

गवर्नमेंट व पार्टी के नीतिगत फैसलों पर अलग विचार

जेएमएम एमएलए सीता सोरेन स्टेट गवर्नमेंट व पार्टी के कुछ नीतिगत फैसलों को लेकर मुखर हैं। उन्होंने झारखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर अपनी आपत्ति जताई है। उन्होंने रिजल्ट के जांच की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि वह यह मामला विधानसभा में उठायेंगी। सीता सोरेन ने दुमका जिला प्रशासन के रवैये को भी निशाने पर ले रखा है। वह डीसी के खिलाफ पहले ही बयानबाजी कर चुकी हैं।  सीता सोरेन ने सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन का भी समर्थन किया है। राज्य भर के सहायक पुलिसकर्मी दो दिनों से रांची में अपनी सेवा नियमित किए जाने को लेकर आंदोलनरत हैं।