झारखंड के पहले डीजीपी टीपी सिन्हा का निधन, रिटायर्ड आइजी हरेकृष्ण मिश्रा भी नहीं रहे

झारखंड के पहले डीजीपी टीपी सिन्हा का सोमवार को पटना स्थित पारस हॉस्पीटल निधन हो गया। झारखंड रिटायर्ड आइजी हरेकृष्ण मिश्रा का भी निधन हो गया। दोनों रिटायर्ड आइपीएस के निधन पर झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर में सोमवार को शोक सभा का आयोजन किया।

झारखंड के पहले डीजीपी टीपी सिन्हा का निधन, रिटायर्ड आइजी हरेकृष्ण मिश्रा भी नहीं रहे

रांची। झारखंड के पहले डीजीपी टीपी सिन्हा का सोमवार को पटना स्थित पारस हॉस्पीटल निधन हो गया। झारखंड रिटायर्ड आइजी हरेकृष्ण मिश्रा का भी निधन हो गया। दोनों रिटायर्ड आइपीएस के निधन पर झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर में सोमवार को शोक सभा का आयोजन किया। डीजीपी नीरज सिन्हा सहित सभी पुलिस अफसरों दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

बिहार से अलग होकर झारखंड स्टेट बनने पर वर्ष 2000 की 14 दिसंबर को टीपी सिन्हा डीजीपी बनाये थे। वह 31 जनवरी 2002 तक डीजीपी रहे। डीजीपी से ही रिटायर्ड भी हुए थे। टीपी सिन्हा ने ही सबसे पहले झारखंड पुलिस को उसका फ्लैग, मोटो व लोगो दिया था। रिटायर होने के बाद टीपी सिन्हा को बाद वर्ष 2002 से 2005 तक उन्हें झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन का चेयरमैन बनाया गया था।1966 बैच के आइपीएस अफसर टीपी सिन्हा मूलत: मुंगेर के रहने वाले थे। बिहार की राजधानी पटना में भी उनका आवास है। वे एकीकृत बिहार में बिहार के भी डीजी रह चुके थे। 
झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर में शोक सभा के मौके पर डीजीपी नीरज सिन्हा के अलावा एडीजी सीआइडी अनिल पाल्टा, एडीजी (हेडक्वार्टर सह ऑपरेशन) आरके मल्लिक, एडीजी (स्पेशल ब्रांच) मुरारी लाल मीणा, आइजी हेडक्वार्टर अखिलेश झा, आइजी (ऑपरेशन) अमोल वीनुकांत होमकर आदि उपस्थित थे।