झारखंड: रांची में सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठी चार्ज, टीयर गैस छोड़े गये, कई जख्मी

अपनी स्थायीकरण की मांग कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को रांची में राजभवन घेराव के लिए बैरियर उलटकरआगे बढ़ने की कोशिश की। रोकने के सवाल पर सहायक पुलिसकर्मियों की पुलिस से भिड़ंत हो गयी। पुलिस ने लाठीचार्ज कर टीयर गैस के गोले भी दागे। इसमें दर्जनों सहायक पुलिसकर्मी घायल हो गये।

झारखंड: रांची में सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठी चार्ज, टीयर गैस छोड़े गये, कई जख्मी
  • मोरहाबादी मैदान में पुलिस वालों से हुई सहायक पुलिसकर्मियों की भिड़ंत

रांची। अपनी स्थायीकरण की मांग कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को रांची में राजभवन घेराव के लिए बैरियर उलटकरआगे बढ़ने की कोशिश की। रोकने के सवाल पर सहायक पुलिसकर्मियों की पुलिस से भिड़ंत हो गयी। पुलिस ने लाठीचार्ज कर टीयर गैस के गोले भी दागे। इसमें दर्जनों सहायक पुलिसकर्मी घायल हो गये। घायलों को हॉस्पीटल में एडमिट कराया गया है। 


सहायक पुलिस जवानों ने सीनीयर पुलिस अफसरों की बात नहीं सुनी। अंतत: बल प्रयोग करना पड़ा। रघुवर दास की सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट पर तीन साल के लिए 10 हजार रुपये प्रति माह के वेतन पर 2,350 सहायक पुलिसकर्मियों को बहला किया था। नौकरी दी थी। इनका कॉन्ट्रैक्ट 31 अगस्त को पूरा हो गया है। स्थायी नौकरी देने की मांग कर रहे ये सहायक पुलिसकर्मी नक्सल प्रभावित 12 जिलों में तैनात किये गये थे।अब ये सहायक पुलिसकर्मी चाहते हैं कि इन्हें झारखंड पुलिस में समायोजित किया जाये. या यह आश्वासन दिया जाये कि आने वाले दिनों में जब भी राज्य में पुलिस बल में नयी बहाली होगी, तो उन्हें नियुक्ति में प्राथमिकता दी जायेगी।


सहायक पुलिसकर्मियों ने रांची में अपनी आवाज बुलंद करने के लिए सीएम हेमंत सोरेन के आवास और राज भवन का घेराव कर अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने की योजना बनायी है।  इसी उद्देश्य से ये लोग 12 सितंबर को विभिन्न जिलों से सहायक पुलिसकर्मी  रांची पहुंचे। जिला पुलिस ने रास्ते में रोकने की कोशिश की, लेकिन ये लोग जैसे-तैसे रांची पहुंच गये। 

सहायक पुलिसकर्मी 12 सितंबर से झारखंड पुलिस में स्थायी नौकरी देने की मांग को लेकर आंदोलन पर हैं। आज राज भवन मार्च करने की तैयारी कर ली थी। सूचना मिलने पर रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में पुलिस फोर्स वहां पहुंच गयी।सहायक पुलिसकर्मियों ने राज भवन मार्च करने की कोशिश की तो एसएसपी ने उन्हें रोक दिया। पुलिस का कहना  है कि अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन सहायक पुलिसकर्मी अचानक उग्र हो गये। उन्होंने बैरिकेडिंग पलटकर आगे बढ़ने की कोशिश की। पत्थरबाजी भी की। इसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। 10 पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं।