देशभर के डेंटल कॉलेज में लगेगी बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन, डॉक्टर विवेक बने नोडल ऑफिसर

देशभर के सभी 313 गवर्नमेंट व प्राइवेट डेंटल कॉलेज में बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन लगायी जायेगी।  इससे सभी डेंटल कॉलेजों में टीचिंग फैकल्टी और पीजी स्टूडेंट्स की उपस्थिति की निगरानी रखी जायेगी। 

देशभर के डेंटल कॉलेज में लगेगी बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन, डॉक्टर विवेक बने नोडल ऑफिसर
  • कॉलेजों में टीचिंग फैकल्टी और पीजी स्टूडेंट्स की उपस्थिति की होगी निगरानी
    डीसीआई ने डॉ विवेक कुमार को बनाया नोडल अफसर

नई दिल्ली। देशभर के सभी 313 गवर्नमेंट व प्राइवेट डेंटल कॉलेज में बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन लगायी जायेगी। इससे सभी डेंटल कॉलेजों में टीचिंग फैकल्टी और पीजी स्टूडेंट्स की उपस्थिति की निगरानी रखी जायेगी। 

डेंटल एजुकेशन के गुणवत्ता में होगा सुधार: डॉ. विवेक

डीसीआइ एक्युक्युटिव कमेटी मेंबर, इंडियन डेंटल एसोसिएशन झारखंड के सेकरेटरी सह झारखंड डेंटल काउंसिल के प्रसिडेंट डॉ विवेक कुमार ने कहा है कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस व्यवस्था लागू  होने से डेंटल एजुकेशन के गुणवत्ता में सुधार होगा। डिजिटलीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। डेंटल कॉलेजों का अपग्रेडेशन होगा। एजुकेशन व प्रैक्टिल पर इसका साकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एजुकेशन में औपचारकिता सिस्टम पर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि गेस्ट फैक्लटी का एजुकेशन व प्रैक्टिल पर असर पड़ रहा है। कई गवर्नमेंट कॉलेज भी इंस्पेक्शन  के बाद दो चार-माह पर  फैकल्टी को दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर कर लाभ ले रहे हैं। नयी व्यवस्था से इस पर रोक लगेगी।

डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने बायोमैट्रिक मशीन के संबंध में देशभर के सभी डेंटल कॉलेजों के प्रिंसिपल को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि  विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संस्थान है।  डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से भारत सरकार ने डिजिटलीकरण समाधान विकसित करने, लागू करने, संचालित करने और बनाये रखने के लिए सिस्टम इंटीग्रेटर मेसर्स टेकिनफी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया है।  मेसर्स मंत्रा सॉफ्टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ऑनलाइन फैकल्टी एंड स्टूडेंट्स अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम (ओएफएसएएमएस) के तहत बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के लिए उनके ओईएम के रूप में पहचाना गया है।

डीसीआइ एक्सक्युटिव कमेटी की 15.07.2021 को हुई बैठक में उपरोक्त विक्रेताओं और उनके प्रतिनिधियों को केंद्रीकृत उपस्थिति निगरानी प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए संकाय और पीजी छात्रों के सर्वेक्षण, स्थापना और पंजीकरण के लिए आपके कॉलेज परिसर का दौरा करने के लिए अधिकृत किया है।एक्सक्युटिव कमेटी ने डॉ. विवेक कुमार, सदस्य, डीसीआई (9999060606) को आपके कॉलेज और कंपनी के बीच संपर्क विंडो का एक बिंदु होने के लिए नोडल अफसर नॉमिनेट किया है। संबंधित कॉलेज की ओर से प्रिंसिपल नोडल अधिकारी होंगे। बायोमैट्रिक मशीन कंपनी की ओर से ओम कुमार (9773893012)। किसी भी प्रश्न/स्पष्टीकरण/संदेह के मामले में, संबंधित डेंटल कॉलेज सीधे उपरोक्त नोडल अफसरों से संपर्क कर सकते हैं।

 OFSAMS उपकरणों के रखरखाव की जिम्मेदारी डेंटल कॉलेजों की होगी जिसके लिए वे OFSAMS उपकरणों के रख-रखाव के बारे में सुनिश्चित करने के लिए एक वचनपत्र प्रस्तुत करेंगे। साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि नहीं उपकरणों को शारीरिक क्षति होगी। संकाय और छात्रों के पंजीकरण सत्यापन और OFSAMS डिवाइस सिम कार्ड के मासिक किराये, यदि कोई हो, के कारण उत्पन्न होने वाले वित्तीय बोझ को संबंधित डेंटल कॉलेजों द्वारा वहन किया जायेगा।इसके बाद सभी डेंटल कॉलेज बायोमीट्रिक मशीनों की स्थापना एवं चालू करने तथा उनके साथ अपने संकाय एवं पीजी स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन में कंपनी को अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे।  परियोजना के निष्पादन के लिए कंपनी द्वारा अपेक्षित विवरण इसके साथ संलग्न हैं।  संबंधित डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल इस प्रोजेक्ट के निष्पादन के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार और जवाबदेह होंगे।

 पत्र की कॉपी, अध्यक्ष, डीसीआई, डॉ. विवेक कुमार, कार्यकारी समिति सदस्य, नोडल अधिकारी, सचिव, भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, विभाग, स्वास्थ्य (दंत शिक्षा अनुभाग), मौलाना आजाद रोड, निर्माण भवन नई दिल्ली,. सभी राज्य सरकारों के स्वास्थ्य सचिव, सभी डेंटल कॉलेजों के संबद्ध विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार को भी दी गयी है। 
बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के लिए महाविद्यालयों से आवश्यक सूचना एवं सहयोग

कॉलेज के प्रिंसिपल/डीन/निदेशक द्वारा हस्ताक्षरित और अनुमोदित सर्वेक्षण के दौरान बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के लिए कॉलेज निम्नलिखित विवरण प्रदान करेगा

कॉलेज से संकाय विवरण
संकाय का नाम,आधार नंबर,मोबाइल नंबर आधार में दिया गया,  लिंग,जन्मतिथि, विभाग, पदनाम, रोजगार के प्रकार, डीओजे, आधार में दिया गया स्थायी पता, कॉलेज से पीजी छात्र विवरण, नीट रोल नंबर,  आधार संख्या, छात्र का नाम, संपर्क संख्या,जन्मतिथि, लिंग, कोर्स का नाम,विषय नाम।

कॉलेज बायोमेट्रिक उपकरणों के लिए स्थापना स्थान की पहचान करने में मदद करेगा।
कॉलेज बायोमेट्रिक उपकरणों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान कर्मचारी और पीजी छात्र की शत-प्रतिशत उपलब्धता।  5. कॉलेज इंजीनियर को बायोमेट्रिक उपकरणों में उपयोग करने के लिए वाई-फाई की सुविधा प्रदान करेगा।
कॉलेज बायोमेट्रिक उपकरणों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

बायोमेट्रिक मशीन में फिंगर व फेस पहचान से अटेंडेंस बन जायेगा। अब फैक्लटी व पीजी स्टूडेंट्स की उपस्थित बायोमैट्रिक से ही बनेगी। डीसीआइ पोर्टल से निगरानी करेगा। कॉलेज को अब घोस्ट फैकल्टी रखने  में परेशानी होगी। फुल टाइम फैकल्टी रखनी होगी।