पलामू: एमआरएमसीएच में कोरोना संक्रमित की मौत, परिजनों ने नर्स को पीटा, डॉक्टर के कपड़े फाड़े

मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल के जीएनएम कॉलेज स्थित कोविड वार्ड में गुरुवार को कोरोना संक्रमित की वृद्ध की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। ड्यूटी कर रही सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी सीएचओ रेखा तिर्की की पिटाई कर दी। डॉक्टर गीतांजली नीलम के कपड़े फाड़ दिये। 

पलामू: एमआरएमसीएच में कोरोना संक्रमित की मौत, परिजनों ने नर्स को पीटा, डॉक्टर के कपड़े फाड़े
  • पिटाई के बाद तीन घंटे तक हेल्थ स्टाफ स्ट्राइक पर रहे
  • डीडीसी के आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त 

पलामू। मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल के जीएनएम कॉलेज स्थित कोविड वार्ड में गुरुवार को कोरोना संक्रमित की वृद्ध की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। ड्यूटी कर रही सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी सीएचओ रेखा तिर्की की पिटाई कर दी। डॉक्टर गीतांजली नीलम के कपड़े फाड़ दिये। 

घटना के बाद डॉक्टर व मेडिल स्टाफ ने हंगामा शुरू कर दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी कश्मीर एक्का, शांतनु, अशोक मीना, अभिनव कुमार, पिंटू कुमार, स्नेही खलखो आदि जेलहाता स्थित सिविल सर्जन ऑफिस कैंपस में धरना पर बैठ गये।डीडीसी शेखर जमुआर, एसडीओ राजेश कुमार साह, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी अधीक्षक डॉ. डीके झा, टाउन थाना प्रभारी अरुण कुमार महथा मौके पर पहुंचे। कोविड वार्ड में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती बढ़ाने और दोषी लोगों पर एफआइआर दर्ज करने का आश्वासन दिया। इसके बाद स्ट्राइक समाप्त कराई गई।
बताया जाता है कि बैरिया की एक कोरोना संक्रमित महिला को कोविड वार्ड के कमरा नंबर दो में एडमिट किया गया था। गुरुवार की सुबह उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजन काफी उग्र हो गये। ड्यूटी पर तैनात सीएचओ रेखा तिर्की की पिटाई कर दी। डॉक्टरों ने कहा कि कहा कि बाहर के डॉक्टर्स से इलाज के नाम पर पैसे की लूटखसोट कर रहे हैं। जब पेसेंट का ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है अथवा स्थिति गंभीर हो जाती है तो हॉस्पीटल भेज देते हैं।

ऑन ड्यूटी डॉक्टर्स ने कहा कि हॉस्पीटल में कभी ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी हो रही है तो कभी रेगुलेटर का अभाव है। इसमें चिकित्सक और स्टाफ क्या करेंगे। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में टॉप लेवल पर बैठे लोगों की व्यवस्था करनी है। इसमें मरीजों के परिजनों का कोप भाजन का शिकार चिकित्सक और स्टाफ हो रहे हैं। इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी तो मरीजों का इलाज कैसे कर पायेंगे। तीन शिफ्ट में दो डॉक्टर व चार नर्स ड्यूटी कर रहे हैं। आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की संख्या 100 हो गई है। इससे भी परेशानी बढ़ गई है।डीडीसी शेखर जमुआर ने कहा कि कोरोना महामारी के समय डॉक्टर्स व मेडिकल स्टाफ लगातार पेसेंट का इलाज कर रहे हैं। इस स्थिति को समझने की जरूरत है।ऐसे में उनके साथ मारपीट व दुर्व्यवहार करना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है