रांची: एडवोकेट मनोज झा मर्डर केस का खुलासा, पांच क्रिमिनल अरेस्ट, जेवियर कॉलेज की जमीन को लेकर हुई थी मर्डर

एडवोकेट मनोज झा की मर्डर जेवियर कॉलेज की जमीन को लेकर हुई थी। रांची पुलिस ने एडवोकेट मर्डर में शामिल पांच क्रिमिनलों में सोनू अंसारी, इमदाद अंसारी, रिजवान अंसारी, संजीत मांझी और सकिल अंसारी को अरेस्ट कर लिया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। 

रांची: एडवोकेट मनोज झा मर्डर केस का खुलासा, पांच क्रिमिनल अरेस्ट, जेवियर कॉलेज की जमीन को लेकर हुई थी मर्डर

रांची। एडवोकेट मनोज झा की मर्डर जेवियर कॉलेज की जमीन को लेकर हुई थी। रांची पुलिस ने एडवोकेट मर्डर में शामिल पांच क्रिमिनलों में सोनू अंसारी, इमदाद अंसारी, रिजवान अंसारी, संजीत मांझी और सकिल अंसारी को अरेस्ट कर लिया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। 

मुख्य आरोपी फरार
एडवोकेट की मर्डर में शामिल मुख्य आरोपी अफसर आलम अभी फरार है। अफसर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके संभावित ठिकाने पर लगातार रेड कर रही है। पुलिस ने मर्डर केस में अरेस्ट किये गये पांचों क्रिमिनलों के पास से एक देशी पिस्टल, गोली, कार और बाइक बरामद किया है। तमाड़ पुलिस स्टेशन एरिया के रड़गांव में चर्च रोड रांची निवासी एडवोकेट मनोज झा (55) की 26 जुलाई को गोली मारकर मर्डर कर दी गई थी।

जेवियर कॉलेज की जमीन को लेकर हुई थी एडवोकेट की मर्डर
पुलिस की जांच में पता चला कि मनोज झा संत जेवियर कॉलेज मैनजमेंट की ओर से रड़गांव में जमीन संबंधित कार्यों की देखरेख करते थे। इस जमीन पर मुख्य आरोपी अफसर आलम अपने अन्य सहयोगियों के साथ दावा करता था। जेवियर स्कूल ने उस जमीन को रड़गांव के शेख रजा के वंशजों से 2007 में खरीदा था।गांव के कुछ लोगों ने उसी समय कोर्ट में आवेदन दिया था। उसी समय से मामला कोर्ट में चल रहा है। जेवियर कॉलेज के पक्ष में कोर्ट का फैसला आया था।  इसके बाद क्रिमिनल अफसर आलम ने अन्य क्रिमिनलों के साथ प्लान बनाया कि मनोज की मर्डर करने के बाद रास्ता साफ हो जायेगा। इसके बाद उस जमीन को बेचकर सभी आपस में पैसे का बंटवारा कर लेंगे।