रांची: रिम्स में 528 बेड की क्षमता वाला कोविड हॉस्पीटल का सीएम हेमंत सोरेन ने किया ऑनलाइन उद्घाटन

सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रिम्स में 528 बेडों की क्षमता वाले अस्थायी कोविड अस्पताल का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

रांची: रिम्स में 528 बेड की क्षमता वाला कोविड हॉस्पीटल का सीएम हेमंत सोरेन ने किया ऑनलाइन उद्घाटन

रांची। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि  झारखंड के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सीय संसाधनों की कमी नहीं हो, इसके लिए राज्य सरकार ने युद्धस्तर पर प्रयास किए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में जैसे-जैसे चुनौतियां सामने आ रही है, व्यवस्था और सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। सीएम गुरुवार को रिम्स में 528 बेडों की क्षमता वाले अस्थायी कोविड अस्पताल का ऑनलाइन उद्घाटन करते हुए ये बातें कही। 

सीएम ने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटर समेत अन्य चिकित्सकीय संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं।इस कड़ी में रिम्स में बने अस्थायी कोविड अस्पताल से मरीजों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग जारी है। आगे भी मजबूती के साथ जारी रहेगी। बेहतर प्रबंधन और राज्यवासियों के सहयोग से कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में हम जीत हासिल करेंगे। 

12 दिनों में तैयार हुआ अस्थायी कोविड हॉस्पीटल
सीएम ने कहा कि वर्तमान हालात में रिम्स में समुचित चिकित्सकीय संसाधनों के साथ अस्थायी कोविड अस्पताल बनाना किसी चुनौती से कम नहीं था। हेल्थ डिपार्टमेंट और रिम्स के सभी पदाधिकारियों और कर्मियों के सहयोग से मात्र 12 दिनों में ही यह हॉस्पीटल बनकर तैयार हो गया। यहां कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। अस्पताल में 24 घंटे डॉक्टर, नर्स, वार्ड ब्वॉय उपलब्ध रहेंगे। यहां पेसेंट की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क भी कार्य कर रहा है।
मेडिकल कॉलेजों पर ज्यादा प्रेशर
सीएम ने कहा कि रांची, धनबाद और जमशेदपुर में स्थित मेडिकल कॉलेजों में पेसेंट का सबसे ज्यादा प्रेशर है। यहां इलाज के लिए सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित पहुंच रहे हैं। ऐसे मे इन मेडिकल कॉलेजों के लिए सरकार उनकी जरूरतों के हिसाब से कार्य योजना लगातार बना रही है। इन्हें ज्यादा से ज्यादा संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं, ताकि संक्रमितों के इलाज में किसी तरह की दिक्कतें नहीं आए। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।इसी के मद्देनजर अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटरों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जा रही है। रिम्स और सदर के अलावा नगर निगम के हॉस्पीटल  और डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा हॉस्पीटल में ऑक्सीजन युक्त बेड लगाये गये हैं। कोडरमा में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में 220 नये बेड और सदर अस्पताल में 20 अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप लाइन युक्त बेडों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जैसे-जैसे जरूरतें बढ़ेंगी, बेड भी बढ़ाए जायेगे।
पेसेंट को होगी सुविधा

रिम्स कैंपस में बनाये गये अस्थायी कोविड अस्पताल से पेसेंट को बेड मिलने में काफी सहूलियत हो जायेगी। रिम्स के मल्टीस्टोरी पार्किंग में 327 ऑक्सीजन युक्त बेड, ओंकोलॉजी डिपार्टमेंट में 73 आइसीयू बेड और रिम्स की पुरानी बिल्डिंग में 128 ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा एनटीपीसी के सहयोग से 108 और बेड लगायेजा रहे हैं। इस तरह रिम्स में कोविड-19 को लेकर ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़कर लगभग 800 और वेंटिलेटर भी लगभग ढ़ाई सौ हो गये हैं।

इस मौके पर सीएम आवासीय ऑफिस से सीएम के प्रिंसिपल सेकरेटरी राजीव अरुण एक्का, नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे, रिम्स से हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता, एमएल समरी लाल और विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के अलावा एमपी संजय सेठ और रिम्स डायरेक्टर डॉ. कामेश्वर प्रसाद ऑनलाइन मौजूद थे।