तमिलनाडु: DMK ने कांग्रेस को दी 25 विधानसभा व कन्याकुमारी लोकसभा सीट

तमिलनाडु में डीएमके ने अपनी अहम सहयोगी कांग्रेस को 25 विधानसभा सीटें और कन्याकुमारी लोकसभा सीट दीं हैं।

तमिलनाडु: DMK ने कांग्रेस को दी 25 विधानसभा व कन्याकुमारी लोकसभा सीट

चेन्नै। तमिलनाडु में डीएमके ने अपनी अहम सहयोगी कांग्रेस को 25 विधानसभा सीटें और कन्याकुमारी लोकसभा सीट दीं हैं। डीएमके चीफ एम के स्टालिन और तमिलनाडु कांग्रेस समिति प्रमुख के एस अलागिरी ने रविवार को छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर यहां DMK हेडक्वार्टर अन्ना अरिवालयम में समझौते पर साइन किये।
कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के प्रभारी दिनेश गुंडु राव ने मीडिया से कहा कि जब देश बीजेपी से खतरे का सामना कर रहा है, ऐसे में 'सहयोग की भावना के तहत समझौते पर  साइन किये गये। यह पूछे जाने पर कि क्या वह सहयोगी दल द्वारा आवंटित सीटों की संख्या से संतुष्ट हैं, राव ने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य द्रमुक नीत धर्मनिरपेक्ष मोर्चे की जीत सुनिश्चित करना है। राव ने कहा कि 'समझौते पर साइन होने के बाद हमें संतुष्ट होना होगा, क्योंकि काफी विचार-विमर्श के बाद यह समझौता किया गया है। हमारा एकमात्र लक्ष्य यह है कि धर्मनिरपेक्ष मोर्चे की जीत हो।

उन्होंने कहा कि संतुष्ट एवं असंतुष्ट होने का समय पूरा हो गया है। अब हम युद्धक्षेत्र में हैं। हमें अपने विपक्षियों से मुकाबला करना होगा। उन्होंने कहा कि द्रमुक का प्रोपोजल स्वीकार करने का निर्णय सभी सीनीयर लीडर्स एवं आला कमान से विचार-विमर्श के बाद लिया गया। इस मामले पर हमारी पार्टी के भीतर कोई मतभेद नहीं है। अलागिरी ने कहा कि हम पूरी तरह संतुष्ट हैं।डीएमके ने अब तक अपने सहयोगियों को 48 सीटें दी हैं। कांग्रेस को 25, एमडीएमके, विदुथलाई चिरुथिगाल काची (वीसीके) और माकपा को छह-छह सीटें, आईयूएमएल को तीन और मनिठान्या मक्कल काची को दो सीटें दी गई हैं।
सत्ता में भागीदार नहीं बनेंगे: अलागिरि
तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के प्रसिडेंट के. एस. अलागिरी ने रविवार को कहा कि अगर छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव में द्रमुक को जीत हासिल होती है तो उनकी पार्टी सत्ता में भागीदार नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके सहयोगी दल ने कांग्रेस को 25 सीटें दी हैं। अलागिरी ने कहा कि उनकी पार्टी ने द्रमुक से राज्यसभा की एक सीट मांगी है। अलागिरी ने कहा कि कांग्रेस, द्रमुक अन्य घटक दलों के लिए पंथनिरपेक्षता केंद्रीय बिंदु है। उन्होंने कहा कि बीजेपी देश के लिए बड़ी बीमारी है और वह दूसरों को भी संक्रमित करने का प्रयास कर रही है।यह पूछे जाने पर कि क्या द्रमुक की सरकार बनने पर कांग्रेस उसमें भागीदार होगी, अलागिरी ने कहा-नहीं। हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है।