आने वाला समय में देश को साइंटिस्ट व यूथ से बड़ी उम्मीदें: डॉ हर्षवर्धन

सेंट्रल साइंस एंड टेक्नलॉजी मिनिस्टर डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि सीएसआइआर व सिंफर आत्मनिर्भर भारत अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आने वाला समय में देश को वैज्ञानिकों व युवाओं से काफी उम्मीदें हैं।

आने वाला समय में देश को साइंटिस्ट व यूथ से बड़ी उम्मीदें: डॉ हर्षवर्धन
  • साइंटिस्ट पर टिकी है देश की उम्मीदें
  • आत्मनिर्भर भारत अभियान में सिंफर की अहम रोल
  • सीएसआइआर, सिंफर का Diamond  Jubilee Establishment Year शुरू

धनबाद। सेंट्रल साइंस एंड टेक्नलॉजी मिनिस्टर डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि सीएसआइआर व सिंफर आत्मनिर्भर भारत अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आने वाला समय में देश को वैज्ञानिकों व युवाओं से काफी उम्मीदें हैं। वह मंगलवार को सीएसआइआर एवं सिंफर के स्थापना की Diamond  Jubilee वर्ष पर आयोजित उद्घाटन समारोह को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। सिंफर ऑडोटोरियम में आयोजित समारोह में मिनिस्टर दिल्ली से ऑनलाइन जुड़े थे।

उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पीएम के जो सपने हैं, उनको साकार करने के लिए सिंफर के वैज्ञानिक मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग में वह असीम ऊर्जा है, जिसे वैज्ञानिक सोच से सही दिशा प्रदान की जाये तो देश को प्रगति के पथ पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने धनबाद में आ कर नयी सुविधाओं और नये प्रयोगों को देखने और जानने की अपनी इच्छा जतायी।

इससे पहले सिंफर ऑडोटोरियम में मिनिस्टर के आदेश पर डायरेक्टर डॉ प्रदीप कुमार सिंह एवं साइंटिस्ट डॉ गौतम बनर्जी, डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह, डॉ रण विजय कुमार सिंह, डॉ आशीष मुखर्जी एवं डॉ बबली प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया। इस दौरान बनारस हिंदु विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग से आमंत्रित छात्रों ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के अंतर्गत छह महत्वपूर्ण करारों पर हस्ताक्षर किये गये. 

हर क्षेत्र में बेहतर काम कर रहा सिंफर 
डायरेक्टर डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने स्वागत भाषण में सिंफर के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्थान अत्यधिक सुरक्षा, कुशल अर्थव्यवस्था व स्वच्छ पर्यावरण का ध्यान रखते हुए देश की ऊर्जा सुरक्षा और प्रगति के लिए लक्षित उत्पादन तक पहुंचाने के लिए खनिज आधारित उद्योगों को विकसित करने के उद्देश्य से अन्वेषण, खनन और उपयोगिता को शामिल करते हुए संपूर्ण कोयला-ऊर्जा श्रृंखला के लिए अनुसंधान और विकास योगदान प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। समारोह में नीति आयोग के सदस्य पद्म भूषण डॉ विजय कुमार सारस्वत विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। समारोह की अध्यक्षता सीएसआइआर के डीजी डॉ शेखर चिं. मांडे व संचालन डॉ आशीष कुमार घोष ने किया।