उत्तर प्रदेश: धर्मांतरण मामला, इस्लामिक दावा सेंटर के बैंक अकाउंट में आये 1.80 करोड़ रुपये से ज्यादा

यूपी एएटीएस को धर्मांतरण कराने वाले गैंग के मोहम्मद उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) के बैंक अकाउंट्स में 1.80 करोड़ रुपये से ज्यादा जमा होने की जानकारी मिली है। इसमें काफी धनराशि कतर, दुबई और अबुधाबी से भेजी गई है। इस गैंग के तार कनाडा व फिलीपींस से भी जुड़े हुए हैं। 

उत्तर प्रदेश: धर्मांतरण मामला, इस्लामिक दावा सेंटर के बैंक अकाउंट  में आये 1.80 करोड़ रुपये से ज्यादा

लखनऊ।यूपी एएटीएस को धर्मांतरण कराने वाले गैंग के मोहम्मद उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) के बैंक अकाउंट्स में 1.80 करोड़ रुपये से ज्यादा जमा होने की जानकारी मिली है। इसमें काफी धनराशि कतर, दुबई और अबुधाबी से भेजी गई है। इस गैंग के तार कनाडा व फिलीपींस से भी जुड़े हुए हैं। 
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि स्टेट के 27 जिलों के एलपी को अवैध धर्मांतरण मामले में जांच कराने के लिए पत्र भेजा गया है। इन सभी जिलों में धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों का सत्यापन भी कराया जा रहा है। रिमांड के दौरान पूछताछ में एटीएस को पता चला कि उमर गौतम ने अपने और करीबियों के बैंक अकाउंट्स में विदेशों से फंडिंग प्राप्त की है। इन अकाउंट्समें इस्लामिक देशों के साथ ही कनाडा से भी बड़ी धनराशि भेजी गई है। गौतम का संबंध वर्ष 2015 में फिलीपींस में अरेस्ट किये बिलाल फिलीप से भी हैं। बिलाल आईडीसी से जुड़ा हुआ है। उमर गौतम पूर्वोत्तर के राज्य असोम की संस्था ‘मारकाजुल मारिफ’ से भी जुड़ा हुआ है। उसे इस संस्था से भी फंड प्राप्त हुआ है। 

पकड़े जाने से 20 दिन पहले फतेहपुर आया था उमर

धर्मांतरण गैंग का सरगना मो. उमर गौतम गिरफ्तारी के पूर्व हसवा कस्बे की एक मस्जिद में आया था। यहां मौलानाओं से गुफ्तगू और तकरीर के बाद दो लोगों के साथ फतेहपुर लौट गया था। मो. उमर गौतम का हसवा कस्बे में रानी तालाब हो या एक बड़ी मस्जिद या फिर मदरसा यहां उमर की गतिविधियां आम थीं। गिरफ्तारी से 20 दिन पहले उमर ने कस्बे के एक मस्जिद में शुक्रवार को होने वाले विशेष आयोजन में शिरकत की थी। यहां तकरीर की करने के बाद मौजूद मौलानाओं से घंटों गुफ्तगू की थी। उमर गौतम का कोर्रा सादात के एक शिक्षण संस्थान में भी आना जाना था। फतेहपुर की एक मस्जिद के कव्वाली कार्यक्रम में उमर गौतम भी पहुंचा था। यहां उमर गौतम का जबरदस्त विरोध हुआ था। आरोप था कि धार्मिक कार्यक्रम में उसके दखल से स्थानीय धर्मगुरुओं का कद कम हो गया है। यहां उमर गौतम पर मौलानाओं ने कई तरह के आरोप लगाये थे। उमर के करीबी लोगों ने वहां पहुंच कर पंचायत बुलाई और मामले को जैसे-तैसे रफा दफा किया गया था।

वंदना दो साल पहले बन गई रजिया
दोआबा में महिलाओं और गरीब वर्ग के लोगों का ब्रेनवाश कर धर्म परिवर्तन कराने के सैकड़ों मामले हैं। दो साल पहले हरिहगंज की वंदना को भी गुमराह कर धर्म परिवर्तन कराया गया नूरुल हुदा में पढ़ाने वाली शिक्षिका को यहीं का एक मुस्लिम शिक्षक बरगला कर साथ ले गया था। उसने धर्म परिवर्तन करा उसे रजिया बनाया और निकाह किया। वंदना अभी फतेहपुर में रहकर परिषदीय स्कूल में जॉब कर रही है।
एटीएस की रडार पर 20 से ज्यादा लोग, उमर के संपर्क में होने का शक
एटीएस को ने उमर गौतम से जुड़े जिले के 20 से अधिक लोगों की संलिप्तता पता चली है। ये सभी एटीएस के रडार पर हैं। फंडिंग के मामले में टीम को ज्यादा कुछ नहीं मिला, लेकिन दो मदरसा और एक स्कूल में इस्लामिक दावाह सेंटर की गतिविधियां होने की बात सामने आई है।एटीएस छह दिन से जिले में छानबीन कर रही है। जिले के हसवा थानाक्षेत्र के पंथुवा निवासी उमर गौतम के इस्लामिक दावाह सेंटर के नाम से संस्था चलाने व यहां मदरसों में आने को लेकर जांच की गई।  एटीएस ने शहर के नूरुल हुदा इंग्लिश स्कूल समेत अंदौली, हसवा के मदरसा की छानबीन की, जहां उमर के आने के सबूत मिले। 20 से अधिक मौलाना और मदरसा संचालकों से जुड़ाव मिलने पर पूरा ब्योरा तैयार किया गया है। गांव में साढ़े बारह बीघा जमीन व घर उमर की संपत्ति मिला है। स्कूलों, मदरसों व व्यवसाय में फंडिंग की जांच चल रही है।