पश्चिम बंगाल में छापेमारी करने गये बिहार के किशनगंज के थानेदार को पीटकर मार डाला, तीन क्रिमिनल अरेस्ट

लिस इंस्पेक्टर सह बिहार किशनगंज टाउन पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज अश्विनी कुमार की  पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के पांजीपाड़ा पुलिस स्टेशन एरिया के पनतापड़ा गांव में भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला है।

पश्चिम बंगाल में छापेमारी करने गये बिहार के किशनगंज के थानेदार को पीटकर मार डाला, तीन क्रिमिनल अरेस्ट
  • किशनगंज पुलिस इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ वाहन चोरी के एक मामले गये थे रेड करने

पटना। पुलिस इंस्पेक्टर सह बिहार किशनगंज टाउन पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज अश्विनी कुमार की  पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के पांजीपाड़ा पुलिस स्टेशन एरिया के पनतापड़ा गांव में भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला है। क्रिमिनलों के बचाव में गांव के लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। आरोप है कि पश्चिम बंगाल की पंजीपाड़ा पुलिस ने सूचना के बावजूद बिहार पुलिस की टीम को कोई सहयोग नहीं किया।

बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने बंगाल डीजीपी से फोन पर बात की है। बंगाल के डीजीपी ने इस कांड की जांच में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया है।पूर्णिया के आइजी और किशनगंज के एसपी घटनास्थल पर कैंप कि.े हुए हैं।बिहार पुलिस ने घटना में शामिल अभियुक्तों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है। इस मामले में तीन क्रिमिनलों मुख्य अभियुक्त फिरोज आलम, अबुजार आलम और सहीनुर खातून को अरेस्ट किया गया है। बिहार पुलिस हेडक्वार्टर के अनुसार इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार के परिजनों को अनुग्रह अनुदान, सेवांत लाभ और एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की त्वरित कार्रवाई की जा रही है।

किशनगंज सदर थाना प्रभारी अश्विनी कुमार पुलिस बल के साथ शुक्रवार की आधी रात बाद बिहार-बंगाल बोर्डर के पांजीपाड़ा पुलिस स्टेशन एरिया के पंतापाड़ा गांव में बाईक चोरी के आरोपियों को अरेस्ट करने गये गये थे।  पांजीपाड़ा पुलिस को भी रेड की सूचना दी गयी थी।  इस दौरान भीड़ ने थाना प्रभारी को घेर लिया। पुलिस टीम पर भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया। इस दौरान बाकी पुलिसकर्मी तो बच निकले, लेकिन अंधेरे में इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार क्रिमिनलों के हाथ लग गये। क्रिमिनलों ने पीट-पीटकर उनकी मर्डर कर दी। पुलिस के पहुंचते ही लोगों ने पुलिस टीम को घेर लिया। लोगों ने ईंट पत्थर से हमला कर दिया। थानाध्यक्ष जख्मी होकर गिर गये थे। जख्म इतना गहरा था कि मौके पर ही थानाध्यक्ष की मौत हो गई। सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी भी छापेमारी दल में शामिल थे। उन्होंने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई।

पूर्णिया के आईजी सुरेश कुमार चौधरी,किशनगंज एसपी कुमार आशीष एवं पश्चिम बंगाल के सीनीयर पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। शहीद पुलिस इंस्पेक्टर के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम करा किशनगंज पुलिस को सौंपा गया।
 बीजेपी-जेडीयू का ममता सरकार पर हमला
बिहार की सत्तारूढ़ पार्टियों बीजेपी और जेडीयू ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। होम मिनिस्टरी से हस्तक्षेप की मांग की है।बीजेपी एमपी  रामकृपाल यादव ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि ऐसा लगता नहीं है कि पश्चिम बंगाल में सरकार नाम की कोई चीज है। उन्होंने इस पूरे मामले में सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि बिहार ने एक जाबांज अफसर खो दिया। उन्होंने इस मामले में सेंट्रल होम मिनिस्टरी से संज्ञान लेने को कहा है जिससे भविष्य में इस तरह की घटना न दोहराई जाए। बिहार पुलिस एसोसिएशन ने भी घटना पर नाराजगी जाहिर की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
सेंट्रल होम मिनिस्टर से हस्तक्षेप की मांग

बिहार पुलिस एसोसिएशन ने किशनगंज पुलिस इंस्पेक्टर की जघन्य हतया की कड़ी निंदा की है। पुलिस एसोसिशन के प्रसिडेंट मृत्युंजय सिंह  कहना है कि पश्चिम बंगाल पुलिस के असहयोग के कारण ही बिहार के जांबाज इंस्पेक्टर की जान गई है। अगर बंगाल की पुलिस समय पर बैकअप देने के लिए पहुंचती तो शायद ऐसा नहीं होता। बंगाल में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। बिहार के इंस्पेक्टर ने बंगाल की पुलिस से बैकअप मांगा था, लेकिन वहां की पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया।