उत्तर प्रदेश:आस मोहम्मद ने देश में कई जगह लड़कियों को बनाया लव जिहाद का शिकार,
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इकला गांव के मंदिर में पिस्टल, चाकू और पेपर कटर के साथ पड़े गए दादरी निवासी आस मोहम्मद ने देश में कई जगह लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया है। अब सुरक्षा एजेंसियां अब उसके परिवार की कुंडली भी खंगाल रही हैं।
- फैमिली की कुंडली खंगाल रहीं सुरक्षा एजेंसियां
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इकला गांव के मंदिर में पिस्टल, चाकू और पेपर कटर के साथ पड़े गए दादरी निवासी आस मोहम्मद ने देश में कई जगह लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया है। अब सुरक्षा एजेंसियां अब उसके परिवार की कुंडली भी खंगाल रही हैं।
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सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पारिवारिक पृष्ठभूमि से आस मोहम्मद के मंसूबों के बारे में और ज्यादा जानकारी मिल सकती है। दूसरे सम्प्रदाय की कई महिलाओं से संपर्क सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने आस मोहम्मद का इतिहास भी खोजना शुरू कर दिया है।पुलिस के अनुसार, आस मोहम्मद दादरी क्षेत्र के गांव पल्ला का रहने वाला है। बीए पास आस मोहम्मद यूपीएससी की एग्जाम में भी बैठ चुका है। दो अक्टूबर को वह मसूरी थानाक्षेत्र के गांव इकला में पहुंचा था। वहां उसने अपना नाम समीर शर्मा बताया था। उसकी गतिविधियों पर शक होने पर जब मंदिर के सेवादारों ने उसकी तलाशी ली तो आस मोहम्मद के बैग से पिस्टल, चाकू और पेपर कटर बरामद हुआ था। वहीं, उसके पास मिले पहचानपत्र से उसकी शिनाख्त आस मोहम्मद के रूप में हुई थी। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था। मंदिर के महंत स्वामी धर्मज्ञानानंद महाराज ने तीन अक्टूबर को आस मोहम्मद के खिलाफ FIR दर्ज कराया था। पुलिस ने उसे अरेस्ट कर जेल भेज दिया था।
पांच दिन की रिमांड पर पूछताछ
दूसरे संप्रदाय की कई महिलाओं से संपर्क सामने आने के बाद पुलिस ने आस मोहम्मद को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था। गाजियाबाद के नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि की हत्या के इरादे से घुसा आस मोहम्मद लव जिहाद की साजिश में लंबे समय से जुड़ा था। वह न केवल स्वयं युवतियों को हिंदू युवक बन अपने जाल में फंसा रहा था बल्कि दूसरे मुस्लिम युवाओं को भी इसके लिए उकसा रहा था। आस मोहम्मद पूर्व में 15 से अधिक युवतियों को लव जिहाद में फंसाकर उनके साथ शारीरिक संबंध बना चुका है। शारीरिक संबंध बनाने से पहले वह युवतियों को नशीला पदार्थ देता था। उनके बेहोश होने के बाद उनके साथ दरिंदगी करता था। आरोपित युवतियों के अंगों को दांत से काटकर घाव बनाकर उनका वीडियो व फोटो खींच लेता था।
हिंदू युवतियों को दूसरे धर्म में शादी करने की देता था धमकी
वह युवतियों को धमकी देता था कि अगर वह किसी हिंदू युवक से शादी करेंगी तो वह वीडियो और फोटो प्रसारित कर देगा। उनकी शादी तुड़वा देगा। इससे युवतियां डरी-सहमी रहती थीं और उसके कहे अनुसार चलती थीं।आरोपित ने गौतमबुद्ध नगर की युवती से भी उसने दरिंदगी की थी। वह जयपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर की युवतियों के साथ भी ऐसा कर चुका है। उसने युवतियों से शारीरिक संबंध बनाने के लिए गौतमबुद्धनगर के दादरी व मेरठ में अलग-अलग कमरे किराये पर लिए हुए थे। पुलिस को आशंका है कि पूछताछ के बाद उसके नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है। उसके पीछे जुड़े संगठन का पता चलने के साथ कई गिरफ्तारियों की भी संभावना है।
लव जिहाद के लिए फंडिंग का भी अंदेशा
आस मोहम्मद अपने जाल में फंसाने के लिए हिंदू युवतियों पर पैसे भी खर्च करता था। वह समीर शर्मा बनकर युवतियों को विभिन्न प्रकार के लालच देकर उनका मन बदल रहा था। गौतमबुद्ध नगर की युवती को उसने आइएएस बनाने का सपना दिखाकर यूपीएससी की एग्जाम दिलवाई थी। खुद भी उसके साथ एग्जाम में बैठा था। आशंका है कि इसके लिए कोई संगठन उसकी फंडिंग कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियां उसके बैंक अकाउंट्स की जांच कर रही हैं।
लंबे समय से कर रहा था महामंडलेश्वर की रेकी
पुलिस की जांच में पता चला है कि आस मोहम्मद लंबे समय से स्वामी प्रबोधानंद गिरि की रेकी कर रहा था। आशंका है कि उसके पीछे काम करने वाले लोग उनकी लोकेशन भी ट्रेस कर रहे थे। प्रबोधानंद गिरि 21 सितंबर को बागपत में थे। अचानक उन्होंने इकला के नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में आने का कार्यक्रम बनाया।खुद ही कार चलाकर अकेले यहां पहुंचे और प्रवचन के बारे में बात कर लौट गये।मंदिर में आने की जानकारी उन्होंने किसी को नहीं दी थी। 21 सितंबर को ही आस मोहम्मद मंदिर कैंपस में पहुंचा। समीर शर्मा बनकर मंदिर कैंपस में एक रात रुका। बाद में वह पिस्टल, ब्लेड, चाकू लेकर दो अक्टूबर को मंदिर कैंपस में समीर शर्मा बनकर महामंडलेश्वर की हत्या के इरादे से घुसा तो सेवादारों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
सलीम नाम का व्यक्ति नहीं हुआ ट्रेस
मंदिर के सेवादारों ने आस मोहम्मद की एक वीडियो वायरल की थी, जिसमें वह महामंडलेश्वर की हत्या के इरादे से आने की बात कह रहा था। उसने बताया था कि मुजफ्फरनगर निवासी सलीम ने उसे एक लाख रुपये देकर भेजा था। पिस्टल भी उसी ने दी थी, लेकिन जब पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की तो उसने कहा कि वह धर्म परिवर्तन कर महामंडलेश्वर का शिष्य बनने आया था। तीन दिन की रिमांड के दौरान अभी तक सलीम नाम का व्यक्ति ट्रेस नहीं हो सका है। आस मोहम्मद बार-बार बयान बदलकर गुमराह कर रहा है। एटीएस, आईबी और स्पेशल ब्रांच की पूछताछ में भी वह अलग-अलग बयानबाजी कर रहा है। एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा का कहना है कि आस मोहम्मद से पूछताछ जारी है। पूछताछ में जो तथ्य सामने आयेंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी।