चंडीगढ़। पंजाब के सीएम भगवंत मान के निर्देश पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में वीडियो मामले की जांच के लिए पुलिस ने तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन कर दिया है। एसआइटी का नेतृत्व आइपीएस गुरप्रीत कौर दियो करेंगी। टीम में तीनों सदस्य महिला हैं। यह जानकारी डीजीपी गौरव यादव ने दी।
डीजीपी ने कहा कि मामले में हिमाचल से दोनों युवकों को अरेस्ट कर लिया गया है। उन्होंने दोनों युवकों की अरेस्टिंग के लिए हिमाचल पुलिस का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि दोनों युवकों के फोन व इलेक्ट्रानिक उपकरणों को जब्त कर दिया गया है। इनकी फोरेंसिक जांच की जायेगी। यादव ने मामले में लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है।
छात्रा समेत तीनों आरोपी सात दिनों की पुलिस रिमांड पर
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो लीक मामले में पुलिस ने अबतक अरेस्ट एक छात्रा समेत तीन लोगों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनों आरोपियों शिमला के ढली केरंकज वर्मा व रोहड़ू सेसन्नी मेहता व छात्रा को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पंजाब के मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिर्वसिटी की कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किये जाने को लेकर देर रात तक प्रदर्शन किया गया। इसके बाद आरोपों की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच का जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा भरोसा दिलाये जाने के बाद छात्रों ने सोमवार तड़के अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया है। तीनों आरोपित हिमाचल के रहने वाले हैं। वहीं, घटना के बाद स्टूडेंट आंदोलित हैं। । स्टूडेंट्स का आरोप है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन मामले को दबा रहा है। सच को छिपा रहा है।
वहीं घटना के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 24 सितंबर तक शैक्षणिक कार्य बंद कर दिया है। इसके बाद गर्ल्स हास्टल में रहने वाली छात्राएं धीरे-धीरे अपने घरों को जाने लगी हैं। कुछ छात्राओं के अभिभावक भी आज चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पहुंचे। वह छात्राओं को अपने साथ ले गये। कुछ अभिभावकों का कहना था कि अब वह अपनी बेटियों को हास्टल में नहीं रखना चाहते हैं।
दोनों हॉस्टल वार्डन सस्पेंड
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में तैनात दोनों वार्डन को यूनिवर्सिटी की ओर से सस्पेंड कर दिया गया है। हॉस्टल एलसी 3 में तैनात सुनीता व जसविंदर कौर को सस्पेंड किया गया है। आरोप है कि युवतियों ने वार्डन सुनीता को मामले की जांच करने के लिए कहा था, जिस पर सुनीता ने कोई एक्शन नहीं लिया। वहीं, वार्डन जसविंदर कौर पर आरोप है कि उन्होंने कार्रवाई में समय लगाया और सीनीयर को इसकी सूचना नहीं दी।