धनबाद: संक्रमण दर 0.5% से 0% तक लाने को कोरोना वारियर्स का प्रशिक्षण
डीसी उमाशंकर सिंह ने कहा है कि कोविड-19 पेसेंट की सेवा में लगे डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ, एएनएम, जीएनएम के सहयोग से जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिविटी रेट को कम करके दिखाया है। हम सब मिलकर 30 लाख लोगों की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं।
- डीसी ने आपदा की घड़ी में सहयोग के लिए बीसीसीएल को दिया धन्यवाद
- पेसेंट का कुशलक्षेम पूछने के डीसी खुद करेंगे आइसीयू का दौरा
- सेंट्रल हॉस्पीटल में ऐसे आधुनिक उपकरण जिससे पेसेंट स्वस्थ होंगे व डॉक्टर भी सुरक्षित
धनबाद। कोविड-19 पेसेंट की सेवा में लगे डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ, एएनएम, जीएनएम के सहयोग से जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिविटी रेट को कम करके दिखाया है। हम सब मिलकर 30 लाख लोगों की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं। हर कोरोना वारियर की सुरक्षा जिला प्रशासन के लिए सर्वोपरि है। सबको मिलकर पॉजिटिविटी रेट को 0.5% से 0% तक लाना है। उक्त बातें डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने मंगलवार को कोयला नगर स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के सामुदायिक केंद्र में कोविड-19 रोगियों के उपचार पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन सहित चिरकुंडा एवं एनएच-2 चेक पोस्ट तथा अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार कोरोना जांच अभियान चलाया जा रहा है। सभी डॉक्टरों ने बिना रुके थके लगातार काम किया है। जिसके लिए जिला प्रशासन उनका तहे दिल से शुक्रिया अदा करता है। जिला प्रशासन सभी फ्रंटलाइन कोरोनावायरस की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
डीसी ने कहा कि आगामी 15 अक्तूबर से पुनर्निर्मित कोविड-19 अस्पताल (सेंट्रल अस्पताल) को शुरू किया जाना है। उन्होंने बीसीसीएल के डीपी एमवीके राव को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके सहयोग के बिना 18 दिन में पुनर्निर्मित हॉस्पीटल का कार्य पूरा करना संभव नहीं था। आपदा की घड़ी में बीसीसीएल ने सीएसआर मद से जिला प्रशासन को बहुत सहयोग प्रदान किया है। कोविड-19 हॉस्पीटल (सेंट्रल हॉस्पीटल) में 30 बेड के आधुनिक आइसीयू के साथ फस्ट फ्लौर पर 40 बेड का नन-आइसीयू सेंटर बनाया गया है। वहां ऐसे आधुनिक उपकरण लगाये गये हैं जिससे पेसेंट भी स्वस्थ होंगे तथा डॉक्टर भी सुरक्षित रहेंगे।
डीसी ने सेंट्रल हॉस्पीटल के लिए पोस्टेंड सभी डॉक्टर्स व पारा मेडिकल स्टाफ से आपदा की घड़ी में सहयोग करने तथा त्योहार के समय छुट्टी नहीं लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखकर मरीजों को सेवा करनी है। कहा आइसीयू में एडमिट पेसेंट की कुशलक्षेम पूछने के लिए आइसीयू का दौरा भी करेंगे।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने डेढ़ माह की अल्प अवधि में 100 बेड से नौ हॉस्पीटल में एक हजार बेड तैयार कर लिए। जिला प्रशासन द्वारा पेसेंट को महंगी से महंगी दवाइयां निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने कहा कि त्योहार के बाद एक से डेढ़ माह तक स्थिति पर पैनी नजर रखनी है। इससे हम कोरोना को हराने में कामयाब होंगे। कार्यक्रम के दौरान डॉ यूके ओझा, डॉ राजकुमार सिंह, डॉ मृत्युंजय ने कोविड-19 पेसेंट के इलाज के लिए प्रशिक्षण दिया।
कार्यक्रम में डीसी उमा शंकर सिंह, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) चंदन कुमार, एसडीएम सुरेंद्र कुमार, बीसीसीएल के डीपी एमवीके राव, डीएमएफटी प्रोजेक्ट ऑफिसर नितिन कुमार, शुभम सिंघल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के संजय कुमार व अन्य लोग उपस्थित थे।