धनबाद: आरएसएस ने महानगर के मुख्य अस्पतालों के सामने प्रारंभ की नि:शुल्क भोजन व्यवस्था 

वैश्विक महामारी कोरोना काल में संघ के स्वयंसेवक "जहां कम वहां हम" के  संकल्प को चरितार्थ कर रहे हैं।अस्पतालों में कोरोना से पीड़ित मरीजों के साथ दूर -दूर से आये परिजनों की परेशानियों को देखते हुए  निशुल्क भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है।

धनबाद: आरएसएस ने  महानगर के मुख्य अस्पतालों के सामने प्रारंभ की नि:शुल्क भोजन व्यवस्था 

धनबाद। वैश्विक महामारी कोरोना काल में संघ के स्वयंसेवक "जहां कम वहां हम" के  संकल्प को चरितार्थ कर रहे हैं।अस्पतालों में कोरोना से पीड़ित मरीजों के साथ दूर -दूर से आये परिजनों की परेशानियों को देखते हुए  निशुल्क भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है। पूर्व से भी इस कोरोना काल कई सेवा प्रकल्प संघ द्वारा चल रहा है आगे भी समाज को जिस प्रकार की सेवा देनी होगी स्वयंसेवक लगेंगे।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, झारखंड प्रान्त दिलीप के निर्देश में यह सेवा कार्य चल रहा है। 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सेवा विभाग, धनबाद महानगर द्वारा धनबाद के बड़े व प्रमुख अस्पतालों (सदर अस्पताल, शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल,जालान) में दूर-दूर से आये मरीजों के साथ रह रहे परिजन के लिए आज से निःशुल्क भोजन व्यवस्था की जा रही है। अस्पताल के आसपास मरीजों के साथ आये उनके परिजनों की असुविधा को देखते हुए तत्क्षण यह निर्णय लिया गया है ! कोरोना को लेकर कई छोटे-बड़े होटल बंद होने के कारण जो भी परिजन मरीजों के साथ रह रहे हैं ऐसे लोगों को काफी असुविधा हो रही है।भोजन व्यवस्था रिक्शा चालक एवं अति असहाय व्यक्तियों के लिए भी रहेगा जो अस्पताल परिसर में किसी कार्य से हैं।
पूर्व से भी धनबाद महानगर अर्थात नगर निगम के क्षेत्र (55 वार्ड) में आने वाले क्षेत्र के लिए भोजन तथा औषधी वितरण हेतु व्यवस्था बनाई गई है। इसमे ऐसे कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जो असमर्थ हैं उन्हें एक कॉल पर भोजन तथा डॉ0 के प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर दवा पहुंचाई जा रही है।भोजन तथा दवा अपने यहां मंगवाने की व्यवस्था केवल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों के लिए है या जो अपने घर पर आइसोलेट हैं। उन्हें देखने वाला कोई नहीं है या ऐसे परिवार जिनके मुखिया कहीं बाहर रह कर कमाते हैं। उनके घर परिवार के लोगों को कोई मदद करने वाला नहीं है। इन्हें संबंधित कार्यकर्ता को उनके व्हाट्सएप्प पर कोरोना पॉजिटिव का प्रमाण तथा पता के साथ पते को प्रमाणित करने वाला कोई डॉक्यूमेंट भेजना होता है या कोरोना काल में असहायों की ही सही जानकारी प्राप्त होने पर तभी यह व्यवस्था उनको मिल  रही है। अगर व्यक्ति सक्षम हैं तो उनसे दवा का शुल्क लिया जा रहा है, असमर्थों के लिए यह व्यवस्था निःशुल्क है। ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श की भी व्यवस्था की गई है जिसमें पेशेंट को डॉक्टर से गूगल मीट के माध्यम से मिलवाया जा रहा है। सभी डॉक्टर का समय निर्धारित है । कुछ जगहों पर काढ़ा केंद्र स्थापित किया गया है जहां काढ़ा पिलाने के साथ उसे बनाने की विधि भी बताई जा रही है। इस विधि का वीडियो भी जनहित में जारी किया गया है। ऐसे व्यक्ति जो कोरोना पोजिटिव थे, अब ठीक हैं उनसे प्लाज्मा देने का भी आग्रह किया जा रहा है।जो प्लाज्मा देने के इच्छुक हैं ऐसे व्यक्ति भी संपर्क कर रहे हैं।

इन सभी कार्य को संचालित करने के लिए धनबाद महानगर को 13 नगर और फिर इनके नीचे नगरों को कुल 55 वार्डों को 106 बस्तियों में विभक्त किया गया है। प्रत्येक बस्ती से दो -दो स्वयंसेवक ऐसे 212 स्वयंसेवक, नगरों के संयोजक, सह संयोजक ऐसे 26, वितरक 30, परामर्श में लगे ऐसे 26, व्हाट्सएप्प पर डेटा हैंडलिंग कर रहे ऐसे 15, वेबसाइट पर 5, काढ़ा केंद्र पर 26, हेल्पलाइन में 9, महानगर स्तर पर बनी कोर कमिटी में 11 ऐसे कुल मिलाकर 360 स्वयंसवकों की सहभागिता थी जिसमें आज से अस्पतालों में भोजन वितरण करने वाले स्वयंसेवकों की संख्या 24 और जुड़ गयी ऐसे में कुल संख्या 384 हो गयी है।