रांची। गढ़वा, पलामू और सीआरपीएफ की ज्वाइंट ऑपरेशन में पांच लाख का इनामी नक्सली रवींद्र मेहता उर्फ छोटा व्यास को दबोच लिया लिया है। पुलिस गिरफ्त में आया नक्सली भाकपा माओवादी के बिहार रीजनल कमेटी के मध्य जोन का सब जोनल कमांडर है। गढ़वा एसपी अंजनी कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी।
2016 से नक्सली संगठन से जुड़ा है छोटा व्यास
एसपी ने कहा कि पुलिस गिरफ्त में आया सब जोनल कमांडर पलामू जिला के विश्रामपुर पुलिस स्टेशन एरिया स्थित कौड़िया गांव के भूखला टोला निवासी राम नरेश मेहता का पुत्र रवींद्र मेहता उर्फ छोटा व्यास है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने रवींद्र मेहता उर्फ छोटा व्यास को मझिआंव पुलिस स्टेशन एरिया के बूढ़ीखाड़ से अरेस्ट किया है। यह 2016 से नक्सली संगठन में जुड़कर सक्रिय रूप से कार्य करते हुए मध्य जोन का सब जोनल कमांडर बन गया।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा चलाये जा रहे नक्सली विरोधी ऑपरेशन से भयभीत होकर वह कुछ समय से गढ़वा जिले में छुपा हुआ था। छोटा व्यास दोबारा नक्सली संगठन में शामिल होने की तैयारी कर रहा था। इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर गढ़वा और पलामू पुलिस तथा सीआरपीएफ 172 बटालियन की ज्वाइंट ऑपरेशन में उसे अरेस्ट कर लिया गया।
16 मामलों में आरोपी है छोटा व्यास
एसपी ने कहा कि नक्सली छोटा व्यास का कार्यक्षेत्र मुख्य रूप से छकरबंधा जंगल सहित पलामू, गया और औरंगाबाद बोर्डर एरिया में है। उन्होंने बताया कि छोटा व्यास संगठन में रहते हुए कई नक्सली वारदात में शामिल रहा है। बिहार पंचायत चुनाव 2021 के दौरान मदनपुर पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत पंचायत भवन को बम से उड़ाने, पांच से छह बार पुलिस नक्सली एनकाउंटर में शामिल सहित उस पर पलामू, गया और औरंगाबाद में लगभग 16 से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें पांच मामले पलामू जिले के हैं। एसपी ने बताया कि छोटा व्यास के खिलाफ 2022 में झारखंड सरकार ने पांच लाख का इनाम रखा गया था।