झारखंड:हेमंत गवर्नमेंट को अस्थिर करने की साजिश पर SIT गठित कर पूरे प्रकरण की हो जांच: बाबूलाल

झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने पूरे प्रकरण को झारखंड पुलिस की साजिश का हिस्सा बताया है। मरांडी रविवार को रांची बीजेपी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे। 

झारखंड:हेमंत गवर्नमेंट को अस्थिर करने की साजिश पर SIT गठित कर पूरे प्रकरण की हो जांच: बाबूलाल
  • पुलिस को जेएमएम का टूल बनने की जगह कानून का हिफाजत करने की नसीहत
  •  साजिश में शामिल पुलिस अफसर नहीं बचेंगे

रांची। झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने पूरे प्रकरण को झारखंड पुलिस की साजिश का हिस्सा बताया है। मरांडी रविवार को रांची बीजेपी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे। 

उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में SIT गठित कर जांच कराने की मांग की है। सरकार अगर एसआईटी जांच नहीं कराती है तो अगली सरकार करायेगी। दोषी पाये जाने वाले पुलिस अफसरों को रिटायरमेंट के बाद भी नहीं छोड़ा जायेगा। उन्होंने झारखंड पुलिस पर राज्य सरकार की टूल्स बन कर कार्य करने का आरोप भी लगाया है।पुलिस अफसरों को झामुमो का टूल बनने की जगह कानून का हिफाजत करने की नसीहत दी।

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस मामले में स्टेट के डीजी या स्पेशल ब्रांच के एडीजी को प्रेस के माध्यम से पूरी बात बतानी चाहिए, लेकिन पुलिस केवल एक बयान जारी करती है। वहीं, पुलिस जांच के पहले ही झामुमो सहित सत्ताधारी दल की बयानबाजी जांच को भटकाने की कवायद है।उन्होंने राज्य सरकार को इस मामले में सबकुछ सार्वजनिक करनी चाहिए। सरकार का यही हाल रहा, तो बीजेपी चुप नहीं बैठेगी।श्री मरांडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से इस प्रकरण को बेहद सनसनीखेज बनाकर परोसे गया है और इस मामले के पीछे का माजरा क्या है? इस पर सीएम हेमंत सोरेन भी बयान दे। फर्जी कहानी गढ़ने वाले दोषी पुलिस अधिकारियों को दंडित करें।

उन्होंने कहा कि अगर झारखंड के कुछ पुलिस वाले सोच रहे हैं कि ये सरकार स्थायी रहेगी, तो वो गलत हैं। डेमोक्रेसी में सरकारें बदलती रहती है। सबको पता है कि इन 20-21 वर्षों में कितनी सरकारें बदली। कल किसी और की सरकार होगी। उस समय ऐसे पुलिस अफसरों को नहीं छोड़ा जायेगा। उन सारे मामलों की जांच की जायेगी।मरांडी ने कहा कि राज्य में पैसा कमाने का धंधा चल रहा है। पिछले दिनों भी 22 स्थानों पर रेड मारे गये थे। 22 रुपये भी बरामद नहीं हुए। उस समय भी मैंने कहा था कि सरकार पैसा कमाने का नया क्षेत्र ढूंढ रही है। पुलिस को हिदायत दी कि वह जेएमएम का टूल न बने। बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे ने इसे मामले में ट्वीट करते हुए इस मामले को कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई करार दिया। कटाक्ष किया कि एमएलए की जितनी कीमत लगाई गई है, उससे महंगे तो बकरीद पर बकरे बिकते हैं।