झारखंड: शारीरिक रूप से मजबूत लोगों को मिलेगी पुलिस कांस्टेबल बहाली में प्राथमिकता: CM हेमंत सोरेन
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में पिछले 20 साल से नौकरी के लिये कोई कानून नहीं बना था। अब नियुक्ति की नियमावली बन रही है। सीएम ने ऐलान किया है कि राज्य में पुलिस कांस्टेबल की बहाली में पहले शारीरिक और बाद में लिखित परीक्षा होगी। इसके लिए सरकार नियमावली में बदलाव कर रही है।
- बन रही नियुक्ति नियमावली:
- सेरेंगेसिया के वीर शहीदों को किया नमन
- चाईबासा में सात करोड़ 78 लाख 90 हजार 743 रुपये की लागत से 16 योजनाओं का शिलान्यास
- एक करोड़ 8 लाख 66 हजार 373 रुपये की लागत से निर्मित दो योजनाओं का लोकार्पण
चाईबासा। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में पिछले 20 साल से नौकरी के लिये कोई कानून नहीं बना था। अब नियुक्ति की नियमावली बन रही है। सीएम ने ऐलान किया है कि राज्य में पुलिस कांस्टेबल की बहाली में पहले शारीरिक और बाद में लिखित परीक्षा होगी। इसके लिए सरकार नियमावली में बदलाव कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने पुलिस की छोटी सी नौकरी के लिए लिखित परीक्षा अनिवार्य कर दी थी, लेकिन अब सरकार ने नियम बदल दिया है। जिसमें नौकरी करने की शारीरिक क्षमता होगी, उसकी क्षमता-दक्षता देखकर पुलिस की नौकरी दी जायेगी। सीएम शुक्रवार को चाईबासा के टोंटो स्थित सेरेंगसिया में आयोजित आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने सेरेंगेसिया के वीर शहीद पोटो हो के शहीद स्थल पर शहीदों को नमन व श्रद्धांजलि अर्पित कर की। सेरेंगेसिया के वीर शहीद पोटो हो के बंशज के 13 लोगों को सम्मानित भी किया।
सात करोड़ 78 लाख 90 हजार 743 रुपये की लागत से 16 योजनाओं का शिलान्यास
सीएम श्री सोरेन ने सात करोड़ 78 लाख 90 हजार 743 रुपये की लागत से 16 योजनाओं का शिलान्यास किया। शिलापट्ट का अनावरण कर एक करोड़ आठ लाख 66 हजार 373 रुपये की लागत से निर्मित दो योजनाओं का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर एक करोड़ से अधिक राशि की परिसंपत्तियों का वितरण किया गया।मौके पर सीएम ने कहा कि अब पेंशन के लिए विधवा और बुजुर्ग आदि को प्रखंड और जिला कार्यालय का चक्का नहीं लगाना पड़ेगा। विधवा, बुजुर्ग व दिव्यांग भी अब सम्मान से जियें, इसके लिए कानून बनाया गया है। अब उन्हें पंचायत में ही पेंशन मिलेगा। उनकी हर समस्याओं का समाधान अपने ही पंचायत में हो जायेगा।
आपके साथ खड़ा होना चाहती है राज्य सरकार
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपके साथ खड़ा होना चाहती है। इसके लिए आपको भी अपना हाथ आगे करना होगा। अब ग्रामीणों को चावल, दाल आदि बेचने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। सखी मंडल के स्तर से आपके उत्पाद को बेच सकेंगे। इस अनाज को जेल व स्कूल आदि वैसे जगहों पर लगायेंगे जहां इसकी खपत होती है. कहा कि आप मुर्गीपालन फॉर्म खोलें। इससे जो अंडे का उत्पादन होगा, उसका एग्रीमेंट डीसी करेंगे व सरकार इस उत्पाद को खरीदेगी। इसके लिए कहीं जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। लोग मछली पालन भी कर सकते हैं। अभी मछलियां दूसरे राज्य से आती है, जबकि अपने यहां नाला व डैम आदि की कमी नहीं है।
सीएम ने कहा कि परंपरागत व्यवस्था को छोड़ने के कारण हमलोग गरीब होते जा रहे हैं। एक समय था, जब घर में गाय, बकरी, मुर्गा-मुर्गी आदि भरा रहता था, लेकिन अब वह सब नहीं के बराबर है। यही वजह है कि राज्य में 40% से ज्यादा बच्चे कमजोर पैदा होते हैं. लिहाजा सरकार उस व्यवस्था को फिर से खड़ा करेगी। इससे आनेवाली पढ़ी भी मजबूत होगी और लोगों के आय के साधन भी बढ़ेंगे।
सरकार कर रही हुनर तराशने का काम
श्री सोरेन ने कहा कि केवल नौकरी से ही पैसे नहीं कमायी जा सकती, बल्कि काम कर भी कमायी जा सकती है।इसके लिए हाथ को हुनरमंद बनाना होगा। यदि हाथ में हुनर होंगे, तो भूखे नहीं रहना पड़ेगा। लिहाजा राज्य सरकार हुनर तराशने का काम भी कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता में ग्रामीण, किसान व मजदूर हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के एक-डेढ़ साल के बाद हमलोगों ने चलना शुरू किया है। अब नौजवानों को नौकरी, परिसंपत्ति, पशुधन आदि का लाभ दिया जा रहा है। राज्य में गरीब बहुत हैं। उन तक सरकार की नजरें जा रही है।
सोना झारखंड बनाएं
सीएम ने कहा कि गुवा में शहीद के परिजनों को नौकरी दी गई। शहीदों के ताकत पर झारखंड बना है। पूर्वजों के सपने सोना झारखंड को वास्तविक सोना झारखंड का रूप दें। उन्होंने कहा कि हंड़िया बाजारू हो जायेगा, तो समाज खत्म हो जायेगा। हंड़िया समाज और पूजा पाठ की चीज है। इसे हम बाजार में ले कर चले गये। नौजवान हंड़िया-दारू पीकर बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से हुनर को तराशने का काम कर रही है।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री जोबा मांझी, एक्स सीएम मधु कोड़ा, एमएलए सोना राम सिंकू, दशरथ गगराई, नियल पुरती, सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, कोल्हान के प्रमंडल आयुक्त मनोज कुमार, डीसी अनन्य मित्तल, एसपी अजय लिंडा, एसी संतोष कुमार सिन्हा समेत अन्य उपस्थित थे।