निशिकांत दूबे ने फोड़ा ट्विटर बम, पंकज किसी अभिषेक प्रसाद के बारे में बता रहा, झारखंड का नयका खिलाड़ी लगता है
गोड्डा के बीजेपी एमपी डॉ निशिकांत दूबे सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी व ईडी की पूछताछ को लेकर फिर नयी-नयी जानकारी शेयर कर रहे हैं। निशिकांत ने ट्वीट किया है कि पंकज मिश्रा किसी अभिषेक प्रसाद का नाम ले रहा है।
- पंकज मिश्रा पर कस रहा है ईडी शिकंजा
- पंकज मिश्रा व एसोसिएट के पास करड़ों की संपत्ति
- ईडी मिल रही कई नयी जानकारी
- हर दिन बिहार भेज रहे 600 ट्रक गांजा, शराब व बालू
- 200 एकड़ से अधिक की जमीन खरीद मामले की जांच
रांची। गोड्डा के बीजेपी एमपी डॉ निशिकांत दूबे सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी व ईडी की पूछताछ को लेकर फिर नयी-नयी जानकारी शेयर कर रहे हैं। निशिकांत ने ट्वीट किया है कि पंकज मिश्रा किसी अभिषेक प्रसाद का नाम ले रहा है।
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पंकज किसी अभिषेक प्रसाद के बारे में बता रहा है,इ कौन है रे भाई झारखंड का नयका खिलाड़ी लगता है
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 22, 2022
बीजेपी एमपी ने ट्वीट में लिखा- इ कौन है रे भाई झारखंड का नयका खिलाड़ी लगता है। निशिकांत के ट्वीट पर तरह-तरहके कमेट हो रहे हैं। यूजर अभिषेक प्रसादका डिटेल दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सीएम हेमंत सोरेन के धुर विरोधी एमपी निशिकांत दूबे पूजा सिंघर के ठिकानों पर ईडी की रेड के बाद से ही ट्वीट पर नयी जानकारी शेयर कर रहे हैं। सीएम पर हमलावर होकर ईडी की कार्रवाई की जानकारी देते रहते हैं।
पंकज मिश्रा के पास 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति!
सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। मिश्रा को रिमांड पर लेने के बाद ईडी ने उनसे विस्तृत पूछताछ शुरू कर दी है। इलगल माइनिंग व व टेंडर मैनेज करने से जुड़े केस में गिरफ्तारी के बाद ईडी ने पंकज मिश्रा को छह दिनों की रिमांड पर लिया है। ईडी को अंदेशा है कि हाल के दिनों में अवैध खनन समेत कई अन्य तरह के अवैध कारोबार को संरक्षण देकर पंकज मिश्रा एक दिन में 40 लाख से अधिक की अवैध कमायी करते थे। ईडी को अंदेशा है कि पंकज मिश्रा अकेले ही 100 करोड़ से अधिक की अवैध कमाई की है। हालांकि ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, पंकज मिश्रा के पास कमायी का कोई वैध स्रोत अबतक सामने नहीं आया है।
200 एकड़ से अधिक की जमीन खरीद मामले की जांच
ईडी को पता चला है कि पंकज मिश्रा व एसोसिएट ने ने साहिबगंज से कटिहार के बीच बन रहे पुल के अगल-बगल के रास्ते में लगभग200 एकड़ जमीन की खरीद की है। ईडी को जानकारी मिली है कि गंगा नदी के फेरी सर्विस के रास्ते रोजाना 600 से अधिक ट्रकों से माइंस की ढुलाई रोजाना होती है। प्रत्येक ट्रक पर तय रकम पंकज मिश्रा, दाहू यादव व उनके गुर्गों तक पहुंचता था।
साहिबगंज से भी गायब हुए दाहू और बच्चू
ईडी ने आठ जुलाई की रेड के बाद 14 जुलाई से दाहू यादव और बच्चू यादव से पूछताछ शुरू की थी। 18 जुलाई तक दोनों कई बार ईडी के समक्ष हाजिर हुए थे, लेकिन 19 जुलाई को जिस दिन पंकज मिश्रा ईडी के समक्ष हाजिर हुए, उसी दिन दाहू यादव ने अपने वकील के माध्यम खबर भिजवा दी थी कि वह एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं हो सकते। दाहू ने तब अपनी मां की बीमारी का हवाला दिया था।हालांकि बाद में दाहू की ईडी ने खोज करवायी तब पता चला कि वह साहिबगंज में भी नहीं है। दाहू यादव और बच्चू यादव ने ईडी के अधिकारियों को बताया था कि वह अवैध खनन कारोबार में सीधे तौर पर शामिल नहीं हैं। पंकज मिश्रा उर्फ बाबा उन्हें जो निर्देश देते थे, वह उनका पालन किया करते थे।ईडी ने अपनी जांच में संताल परगना के जिलों दुमका, पाकुड़ व साहिबगंज में दर्ज अलग अलग कांडों के जरिए मनी लाउंड्रिंग की पड़ताल शुरू कर दी है। मार्च महीनें में फेरी सर्विस के टेंडर से जुड़े केस के अलावे कई अन्य केस में ईडी गहराई से छानबीन कर रही है। ईडी ने अवैध खनन की पूरी लिंक की पड़ताल भी शुरू की है कि वो कौन-कौन से लोग थे जो अवैध खनिज की तस्करी से लाभांवित होते थे।
हर दिन बिहार भेज रहे 600 ट्रक गांजा, शराब व बालू
ईडी को जानकारी मिली है कि पंकज मिश्रा के सहयोगी दाहू यादव, दाहू यादव के भाई सुनील यादव व सुरेंद्र यादव गंगा नदी पर मालवाहक जहाज से अवैध खनिज आदि का ट्रांसपोर्टिंग करते हैं। लगभग 600 ट्रक प्रतिदिन गंगा नदी पर फेरी जहाज से गरमघाट महादेवगंज से मनीहारी घाट तक जाता है। इन ट्रकों से बिहार तक बालू, स्टोन चिप्स, कोयला व अवैध शराब तथा गांजा की तस्करी होती है। इसका माइनिंग चालान नहीं होता है। ट्रक ओवरलोडेड भी होते हैं।
दाहू यादव व पंकज मिश्रा में बंटता है ब्लैक मनी
ईडी को सूचना मिली है कि प्रति ट्रक 1500 रुपये रेवन्यू मैनेजमेंट पर खर्च किया जाता है, ताकि कोई धर-पकड़ नहीं कर पाये। इस तस्करी से प्राप्त राशि दाहू यादव और पंकज मिश्रा में बंटता है। ईडी को जानकारी है कि पंकज मिश्रा के संरक्षण में उनके सहयोगी विभिन्न तरह के अपराध में भी संलिप्त हैं। जैसे किसी की जमीन पर कब्जा जमाना, लेवी-रंगदारी वसूलना आदि। अपने लोगों को बचाने के लिए पंकज मिश्रा उन्हें राजनीतिक संरक्षण देते हैं।
छोटू यादव के नाम पर है पंकज मिश्रा का क्रशर
ईडी को यह सूचना मिली है कि साहिबगंज नया टोला के जयप्रकाश नगर सकरुगढ़ निवासी छोटू यादव मूल रूप से बिहार के कटिहार स्थित मनीहारी का रहने वाला है। उसके नाम पर संचालित अधिकतर क्रशर पंकज मिश्रा के हैं। इसमें पंकज मिश्रा की ब्लैक मनीकमाई का निवेश हुआ है। पंकज मिश्रा व छोटू यादव ने मिलकर लगभग 50 करोड़ रुपये का बिजनस किया है। दोनों ने मिलकर साहिबगंज के मिर्जाचौकी में पेट्रोल पंप व मनिहारी में ईंट भट्ठा संचालित किया था।