उत्तर प्रदेश: पंजाब से सुबह 04:30 बांदा जेल पहुंचा मुख्तार अंसारी, बाहुबली का नया पता बैरक नं. 15
यूपी का बाहुबली माफिया डॉन सह मऊ एमएलए मुख्तार अंसारी बुधवार की तड़के 04:30 बांदा जेल पहुंचा। कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार को बैरक नंबर 15 में शिफ्ट करा दिया गया है।
- 15 घंटे में तय हुआ 900 किमी का सफर, तीन बार बदला रूट
लखनऊ। यूपी का बाहुबली माफिया डॉन सह मऊ एमएलए मुख्तार अंसारी बुधवार की तड़के 04:30 बांदा जेल पहुंचा। कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार को बैरक नंबर 15 में शिफ्ट करा दिया गया है। एएसपी महेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्तार अंसारी का स्वास्थ्य ठीक है। लगभग05:30 पर बांदा जेल के दारोगा ने मुख्तार अंसारी को बैरक तक पहुंचाने की पुष्टि की।
चेकअप के लिए जेल पहुंची थी चार डॉक्टरों की टीम
मुख्तार अंसारी के बांदा जेल पहुंचने से पहले ही सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई थी। जेल के बाहर भी जवान मुस्तैद कर दिये गये। जेल में मुख्तार की सुरक्षा के साथ ही स्वास्थ्य का ध्यान रखने का भी पूरा इंतजाम किया गया। मुख्तार का मेडिकल चेकअप करने के लिए चार डॉक्टरों की टीम जेल पहुंची थी। मुख्तार अंसारी को बुधवार तड़के बांदा जेल में लाने के बाद कोरोना टेस्ट कराया गया है। इसके लिए जेल में रात 12 बजे से ही स्वास्थ्य टीम मौजूद थी। अब उसका नया पता बांदा मंडल कारागार की बैरक नंबर 15 हो गया है।
यूपी पुलिस की टीम मंगलवार दोपहर लगभग दो बजे यूपी पुलिस की टीम मुख्तार को लेकर रोपड़ जेल से बाहर निकली थी। मुख्तार अंसारी एंबुलेंस में बैठा रहा। उसके आसपास वज्र समेत पुलिस की दस गाड़ियां में150 पुलिसकर्मी सवार थे। कड़ी सुरक्षा के बीच पंजाब की रोपड़ जेल से निकलने के बाद लगभग 900 किलोमीटर का सफर 16 घंटे में तय करते हुए मुख्तार अंसारी बांदा जेल पहुंचा दिया गया। इस दौरान तीन बार उसका रूट भी चेंज किया गया। जेल आने से एक घंटे पहले पूरी रोड को बैरिकेड कर दिया गया।पुलिस का काफिला मुख्तार को लेकर बांदा की सीमा जसपुरा में तड़के में 3.30 बजे दाखिल हुआ। इसके बाद पैलानी, पपरेन्दा और विश्वविद्यालय रोड से होते हुए उसे बांदा जेल में दाखिल कराया गया। काफिल पहुंचने से ठीक 10 मिनट पहले जेल गेट खोल दिया गया। मुख्तार के साथ आ रही गाड़ियों को जेल से एक किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया। जेल के अंदर केवल मुख्तार की एम्बुलेंस और पुलिस अफसरों की दो ही गाड़ियों को जाने दिया गया।
बताया जाता है कि शाम छह बजे के करीब पुलिस का काफिला मुख्तार अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश की बॉर्डर में इंट्री कर गया था। हरियाणा के सोनीपत से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे रोड यूपी के बागपत में एंट्री हुई। इस दौरान यूपी के बॉर्डर पर पहले से ही बड़ी संख्या पुलिस बल तैनात रहा। काफिला हाई स्पीड के साथ गाजियाबाद-नोएडा की ओर रवाना हो गया था। इस दौरान मुख्तार की एंबुलेंस की खिड़की पर्दों से ढकी हुई थीं।
पंजाब जेल से 54 बार यूपी लाने की हुई कोशिश
मुख्तार को बांदा जेल से 21 जनवरी 2019 को पंजाब के रोपड़ जिले की रूपनगर जेल में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद लगभग 54 बार उसको उत्तर प्रदेश में चल रहे मामलों को लेकर वापस लाने का प्रयास किया गया। लेकिन हर बार डेट मिलती रही। अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद उसकी वापसी हुई है।
भरुआ सुमेरपुर से पैलानी के रास्ते पहुंचा काफिला
हमीरपुर पहुंचने से पहले मुख्तार को ले जा रहे पुलिस के काफिले को लेकर काफी पसोपेश रहा। क्योंकि यहां से पुलिस अपना रूट बदल भी सकती थी। यहां से एक रूट मौदाहा होते हुए भी जाता है। हालांकि 03: 10 बजे काफिले की गाड़ियों ने भरुआ सुमेरपुर होते हुए पैलानी का रुख कर लिया था। पुलिस का काफिला 03:50 बजे बांदा की बोर्डर में इंट्री कर गया। बांदा की सीमा में आते ही जेल के आसपास पुलिस प्रशासन और भी मुस्तैद हो गया।
जैसे जैसे नजदीक आया काफिला सुरक्षा बढ़ती गयी
जैसे-जैसे काफिला बांदा की तरफ बढ़ा वैसे-वैसे बांदा जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ती जा रही थी। जेल के बाहर का रास्ता रस्सा लगाकर बैरीकेड कर दिया गया था। जेल कैंपस एरिया काफी खुला है। जेल के गेट नंबर 2 तक मात्र तीन गाड़ियां अंदर भेजी गईं। इसमें दो पुलिस के वाहन और मुख्तार की एंबुलेंस रही। मुख्तार को जेल के 5 गेट और सात कैमरों की नजर से गुजरते हुए अपनी बैरक नंबर 15 में पहुंचाया गया।
फैमिली ने सिक्युरिटी को लेकर खड़े किये सवाल
यूपी लाये जाने से पहले उनके परिवारवालों ने माफिया की जान को खतरा भी जताया था। मुख्तार ने पंजाब की जेल में ही टिके रहने के लिए कई कानूनी दांव-पेंच भी अपनाये थे। मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और सांसद अफजाल अंसारी ने योगी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए उनकी जान को खतरा बताया है। अफजाल अंसारी ने कहा कि जिस तरह से सरकार के मिनिस्टर और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बयानबाजी कर रहे हैं, उससे कहीं न कहीं शंका पैदा हो रही है। बताया जाता है कि मुख्तार की पत्नी ने शिफ्टिंग के दौरान सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की है।
यूपी में मुख्तार के खिलाफ 52 मामले दर्ज
यूपी नंबर प्लेट की एंबुलेंस में मुख्तार अंसारी को पंजाब के मोहाली कोर्ट तक लाये जाने के मामले में भी यूपी के मऊ से पहली गिरफ्तारी भी हो गई है। उत्तर प्रदेश में मुख्तार पर अब तक 52 मुकदमे दर्ज हैं।उसके गैंग के 96 सदस्य गिरफ्तार हुए हैं।उसकी 192 करोड़ की ज्यादा की संपत्तियों को जब्त करने और गिराने की कार्रवाई भी हुई है। गाजीपुर पुलिस स्टेशन के मुहमदाबाद के हिस्ट्रीशीटर अपराधी मुख्तार अंसारी के विरुद्ध 15 मुकदमे विचाराधीन हैं, जिनमें अब अभियोजन तेज कराया जायेगा।