झारखंड: छत्तीसगढ़ से चोरी के ज्वेलरी हेराफेरी के मामला, डीजीपी ने दिया सिमडेगा एसपी पर कार्रवाई का आदेश
डीजीपी नीरज सिन्हा ने सीआइडी एडीजी प्रशांत सिंह की रिपोर्ट पर सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज पर स्टेट गवर्नमेंट से कार्रवाई की अनुशंसा किया है। डीजीपी ने एडीजी की रिपोर्ट केआलोक में सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज पर कार्रवाई का निर्देश दिया है।
- जांच में सिमडेगा एसपी की भूमिका संदिग्ध पायी गयी
- सीआइडी एडीजी ने पुलिस हेडक्वार्टर को दिया मंतव्य
रांची। डीजीपी नीरज सिन्हा ने सीआइडी एडीजी प्रशांत सिंह की रिपोर्ट पर सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज पर स्टेट गवर्नमेंट से कार्रवाई की अनुशंसा किया है। डीजीपी ने एडीजी की रिपोर्ट केआलोक में सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज पर कार्रवाई का निर्देश दिया है।
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सीआइडी एडीजी ने अपनी जांच में छत्तीसगढ़ से लाखों की ज्वलेरी चोरी की सिमडेगा में बरामदगी मामले में एसपी की भूमिका को संदिग्ध बताया है। सिमडेगा एसपी और बांसजोर ओपी के तत्कालीन ओपी प्रभारी आशीष के बीच बातचीत से संबंधित ऑडियो वायरल होने के बाद डीजीपी ने मामले में सीआइडी एडीजी से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद ऑडियो और केस से जुड़े अन्य बिंदुओं पर समीक्षा कर सीआइडी एडीजी ने रिपोर्ट तैयार कर बुधवार को डीजीपी के पास भेजी थी।
शोकॉज का एसपाी ने नहीं दिया जबाव
जांच में सीआइडी एडीजी ने पूरे मामले में पाया था कि पूरे प्रकरण में सिमडेगा एसपी का आचरण और उनकी भूमिका संदिग्ध है। क्योंकि वह जिस तरह से केस में कार्रवाई के लिए निर्देश दे रहे हैं। वह गलत है। रायपुर से जवेलरी की चोरी करनेवालों के सिमडेगा के बांसजोर ओपी क्षेत्र से पकड़े जाने और उनके सिमडेगा में बरामद व काफी मात्रा में जेवरात को गायब करने मामले की जांच सीआइडी कर रही है। इस केस में पूर्व में जांच कर रांची रेंज के तत्कालीन डीआइजी पंकज ने रिपोर्ट पुलिस हेडक्वार्टर को दी थी। उन्होंने पूरी घटना में पुलिस के स्तर से हुई लापरवाही को उजागर किया था। एसपी को संदिग्ध आचरण पर सवाल उठाया था। इसके बाद पुलिस हेडक्वार्टर से सिमडेगा एसपी को शोकॉज किया गया था. लेकिन उन्होंने जबाव नहीं दिया।
बांसजोर ओपी प्रभारी एसआइ आशीष कुमार समेत तीन पुलिसकर्मी है जेल में
चोरी की ज्वेलरी बरमदगी व गायब करने के मामले में एफआइआर दर्ज कर बांसजोर ओपी प्रभारी एसआइ आशीष कुमार, एक एक एएसआइ व पुलिस ड्राइवर को जेल भेजा जा चुका है। इसके कुछ दिन पूर्व एसआइ आशीष के उसके भाई, जो बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर हैं, द्वारा आशीष कुमार और सिमडेगा एसपी के बीच की ऑडियो रिकॉर्डिंग सीआइडी को सौंपी थी। इसमें एसपी के स्तर से कैसे केस में कार्रवाई को लेकर गलत निर्देश दिया जा रहा है। इस पूरे मामले को डीजीपी ने गंभीरता से लिया था।
मामले में सीआइडी ने दिया मंतव्य, ऑडियो की फारेंसिक जांच से खुलेगा राज
छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित नवकार ज्वेलर्स से चुराये गये 80 लाख के ज्वेलरी की हेराफेरी के मामले में अब एसपी और थानेदार के बीच बातचीत का (कथित तौर पर) वायरल आडियो और वीडियो को मोबाइल समेत जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजा जायेगा। इस संबंध में सीआइडी ने अपना मंतव्य पुलिस हेडक्वार्टर को सौंप दिया है। पुलिस हेडक्वलार्टर ने सीआइडी से आडियो-वीडियो पर प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी थी। सीआइडी इस केस से जुड़े सभी संदिग्धों, आरोपितों व गवाहों का बयान ले रही है।सीआइडी ने इस पूरे प्रकरण में अब तक हुई सीआइडी जांच से संबंधित प्रगति रिपोर्ट पुलिस हेडक्वलार्टर को सौंपी है। वायरल आडियो के बारे में सीआइडी ने कहा है कि इसकी सच्चाई का पता तभी चल पायेगा, जब इसके मूल यंत्र की फारेंसिक जांच होगी। इस केस में मूल यंत्र जेल जाने वाले दारोगा आशीष का मोबाइल ही है, जिसमें (कथित तौर पर) उसके तथा एसपी के बीच हुई बातचीत रिकार्ड की गई है। अब कोर्टय की अनुमति के बाद सीआइडी की टीम उक्त वायरल आडियो को फारेंसिक जांच के लिए एफएसएल भेजेगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
यह है मामला
रायपुर के नवकार ज्वेलर्स से दो अक्टूबर को 80 लाख रुपये के ज्वेलरीचोरी हुए थे झारखंड के साहिबगंज के क्रिमिनलों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। चोरों का दल चोरी के ज्वेलरी लेकर ये चोर स्कार्पियो से झारखंड आ रहे थे। सिमडेगा के बांसजोर में पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान इन्हें पकड़ लिया। सिमडेगा पुलिस पर चोरों से बरामद किये गये ज्वेलरी में हेराफेरी करने का आरोप है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने जब पकड़े गये चोरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की तब यह पूरा मामला सामने आया। सिमडेगा पुलिस ने 80 लाख की जगह 25 लाख रुपये के गहनों की बरामदगी दिखाई। चार के बजाय दो लोगों की ही गिरफ्तारी की बात कही। रायपुर पुलिस के आने के बाद ज्वेलरी की हेराफरी का खुलासा हुआ। पुलिस हेडक्वार्टर तक मामला पहुंचने के बाद आनन-फानन में एफआइआर दर्ज कर बांसजोर के थानेदार आशीष को , एक एएसआइ व पुलिस ड्राइवर को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है। उसकी निशानदेही पर बाद में 10 लाख रुपये से अधिक मूल्य के ज्वेलरी की बरामदगी भी हुई।
80 लाख की ज्वलेरी में से 40 लाख गायब
छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि अभी 40 लाख रुपये के ज्वेलरी के बारे में पता नहीं चल सका है। जबकि पकड़े गए चोरों के अनुसार चुराये गये सभी ज्वेलरी सिमडेगा पुलिस ने बरामद कर लिए थे। सिमडेगा के एसपी शम्स तबरेज पर भी मामले में संलिप्त होने का आरोप है। उनकी और बांसजोर के तत्कालीन थानेदार आशीष के बीच कथित बातचीत से संबंधित आडियो वायरल हुआ है।