बोकारो जेनरल हॉस्पीटल में कोरोना रिपोर्ट का इंतजार करते रहे डॉक्टर, BSF कांस्टेबल की इलाज के आभाव में मौत
कारगिल विजय दिवस 2020 पर 26 जुलाई को बीएसएफ का एक कांस्टेबल उदय शंकर शर्मा की बोकारो जेनरल हॉस्पीटल में इलाज की अभाव में मौत हो गयी।
बोकारो। कारगिल विजय दिवस 2020 पर 26 जुलाई को बीएसएफ का एक कांस्टेबल उदय शंकर शर्मा की बोकारो जेनरल हॉस्पीटल में इलाज की अभाव में मौत हो गयी।कोरोना जांच की रिपोर्ट के इंतजार में डॉक्टरों ने गंभीर रूप से बीमार बीएसएफ कांस्टेबल की इलाज तो दूर छुआ तक नहीं।
बीएसएफ की आठवीं बटालियन के थे उदय शंकर
बोकारो के रहने वाले बीएसएफ की आठवीं बटालियन के उदय शंकर शर्मा पश्चिम बंगाल में जीडी पोस्ट पर तैनात थे। कांस्टेबल के संबंधी बीजीएच हॉस्पीटल पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। बोकारो के सिविल सर्जन एके पाठक का कहना है कि कोरोना जांच की रिपोर्ट आनी चाहिए थी। धनबाद पीएमसीएच में ओवरलोड के चलते जांच रिपोर्ट मिलने में देर होती है।
कैंप में ही हो गयी थी तबतीय खराब
उदय शंकर शर्मा की कैंप में ही तबीयत बिगड़ी, तो साथियों ने परिजनों को इसके बारे में सूचित किया। परिजनों ने 22 जुलाई को उदयशंकर को बोकारो जेनरल हॉस्पिटल में एडमिट कराया। परिजनों का कहना है कि 22 जुलाई को एडमिट करने के बाद 23 जुलाई कोरोना जांच के लिए सैंपल लिये गये थे। उदय की हालत बिगड़ती गयी। डॉक्टर जांच रिपोर्ट के इंतजार में इलाज नहीं कर रहे थे। डॉक्टरों का कहना था कि कोरोना रिपोर्ट आने से पहले वे इलाज नहीं करेंगे। डॉक्टर की जिद से बीएसएफ का यह जवान इलाज के अभाव में हॉस्पीटल में तड़पता रहा। अंतत: र 26 जुलाई को उसकी मौत हो गयी।
ब्लड प्रेशर और शुगर काफी हो चुका था हाई
परिजनों का कहना है कि उदय का ब्लड प्रेशर और शुगर काफी हाई हो चुका था। डॉक्टरों ने इसकी अनदेखी की। बाहर से किट लाकर 25 जुलाई को शुगर की जांच तो लेवल काफी बढ़ा हुआ पाया गया था।डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ही उदय की मौत हुई है। कोरोना के नाम पर डॉक्टरों ने एक जवान की जान ले ली है।