अब एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान लैपटॉप, फोन और चार्जर निकालने की नहीं होगी जरूरत

विमानन सुरक्षा की निगरानी करने वाली संस्था BCAS ने हवाईअड्डों पर कंप्यूटर टोमोग्राफी टेकनीक पर आधारित स्कैनर लगाने की सिफारिश की है। इस टेकनीक पर आधारित स्कैनर इंस्टॉल होने के बाद पैसेंजर्स को अपने सामान से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निकालने की जरूरत नहीं होगी।

अब एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान लैपटॉप, फोन और चार्जर निकालने की नहीं होगी जरूरत
  • कंप्यूटर टोमोग्राफी तकनीक पर आधारित स्कैनर लगाने की सिफारिश

नई दिल्ली। विमानन सुरक्षा की निगरानी करने वाली संस्था BCAS ने हवाईअड्डों पर कंप्यूटर टोमोग्राफी टेकनीक पर आधारित स्कैनर लगाने की सिफारिश की है। इस टेकनीक पर आधारित स्कैनर इंस्टॉल होने के बाद पैसेंजर्स को अपने सामान से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निकालने की जरूरत नहीं होगी। वर्तमान समय में एयरपोर्ट पर इस्तेमाल किये जाने वाले स्कैनर हैंड बैगेज के अंदर की चीजों की two dimensional picture दिखाता है।

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नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के ज्वाइंट डीजी जयदीप प्रसाद ने कहा कि, BCAS ने एयरपोर्ट पर कंप्यूटर टोमोग्राफी टेकनीक पर आधारित स्कैनर स्थापित करने का प्रोपोजल दिया है। जो हैंडबैग में मौजूद सामान की फोटो दिखाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के स्कैनर से पैसेंजर्स को स्कैनर से गुजरने से पहले अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को हैंड बैगेज से बाहर निकालने की जरूरत नहीं होगी। इस तरह के स्कैनर लगाने से एयरपोर्ट पर सिक्युरिटी जांच की प्रक्रिया में तेजी लाने में भी मदद मिलने की उम्मीद है।डीजी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि इस तरह के स्कैनर से पैसेंजर्स को स्कैनर से गुजरने से पहले अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अपने सामान से बाहर निकालने की जरूरत नहीं होगी। इस तरह के स्कैनर लगाने से एयरपोर्ट पर पर सुरक्षा जांच की प्रक्रिया में तेजी लाने में भी मदद मिलने की उम्मीद है। बीसीएएस नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आता है।

मिनिस्टरी ने दिसंबर माह के प्रारंभ में लोकसभा को बताया था कि हवाई अड्डों पर सुरक्षा को मजबूत करना एक सतत प्रक्रिया है और समय-समय पर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और सुरक्षा नियामक बीसीएएस द्वारा सीआईएसएफ समेत संबंधित एजेंसियों और हितधारकों से परामर्श कर स्थिति की समीक्षा की जाती है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, संवेदनशील एयरपोर्ट पर तैनाती के लिए प्रस्तावित कुछ तकनीकों में ‘कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्सप्लोसिव डिटेक्शन सिस्टम’ (सीटी-ईडीएस) मशीन और ड्यूल जेनरेटर एक्स-बीआईएस मशीन शामिल हैं। एयरपोर्ट पर ‘रेडियोलॉजिकल जांच उपकरण (आरडीई) की चरणबद्ध तरीके से तैनाती की भी योजना बनाई गई है।