बिहार : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा: डॉन पप्पू देव की मौत हार्ट अटैक से नहीं, बॉडी पर मिले जख्म के 30 से अधिक निशान
सहरसा पुलिस कस्टडी में डान पप्पू देव की हुई संदिग्ध मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई अहम खुलासे हुए है। पप्पू देव के बॉडी पर जख्म के 30 से ज्यादा निशान थे। सिर में खून का थक्का जमने के कारण हर्ट फेलियर गयी थी। इस कारण ब्रेम हेमरेज से पप्पू देव की मौत हुई थी।
सहरसा। पुलिस कस्टडी में डान पप्पू देव की हुई संदिग्ध मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई अहम खुलासे हुए है। पप्पू देव के बॉडी पर जख्म के 30 से ज्यादा निशान थे। सिर में खून का थक्का जमने के कारण हृदय गति रूक गयी थी। इस कारण ब्रेम हेमरेज से पप्पू देव की मौत हुई थी।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को कराया गया रिसीव
पप्पू देव की मौत के बाद मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। तीन डॉक्टर डा. एसपी विश्वास, डा. केके मधुप, डा. अखिलेश्वर प्रसाद, डा. एसके आजाद की टीम द्वारा किये गये पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक हो गयी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि पप्पू देव के बॉडी के विभिन्न हिस्सों में 30 जख्म के बाहरी निशान थे। सिर में एक जगह काफी गहरा जख्म था। सिर में खून का थक्का भी जम गया था। इससे मस्तिष्क का महत्वपूर्ण अंग को क्षति पहुंची थी। इसी वजह से पप्पू देव की हृदय गति रूक गई और उनकी मौत हो गई।पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद से ही पप्पू समर्थकों में आक्रोश देखा जा है।
पप्पू देव समर्थकों का कहना था कि पुलिस की पिटाई से ही मौत हुई है। मामले में हॉस्पीटल सुपरिटेडेंट डा. एसपी विश्वास ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को रिसीव करा दिया गया है। टीम ने अपनी ओपिनियन रिपोर्ट में दे दी है। उल्लेखनीय है कि 18 दिसंबर शनिवार की देर रात पुलिस ने कथित एनकाउंटर के बाद पप्पू देव को उमेश ठाकुर के घर से कस्टडी में लिया था। पुलिस ने रविवार को बयान जारी कर कहा था कि भागने के दौरान पप्पू देव दीवार से छलांग लगा दी थी। पुलिस कस्टडी में लिये जाने के बाद रात लगभग दो बजे सीने में दर्द की शिकायत की थी। इसके बाद प्पपू को सदर अस्पताल में एडमिट कराया गया। डॉक्टर्स ने उसे दरभंगा के लिए रेफर कर दिया था। लेकिन वहां जान से पहले ही पप्पू की मौत हो गयी।