बिहार: BJP ज्वॉइन करेंगे RCP सिंह, कहा-नीतीश कुमार सात जन्म में भी पीएम नहीं बन पायेंगे

एक्स सेंट्रल मिनिस्टर व जेडीयू के एक्स नेशनल प्रसिडेंट आरसीपी सिंह ने कहा है कि बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया है। आरसीपी सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार सात जन्म में भी पीएम नहीं बन पायेंगे।उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कुर्सी के लिए किसी के भी साथ जा सकते हैं। 

बिहार: BJP ज्वॉइन करेंगे RCP सिंह, कहा-नीतीश कुमार सात जन्म में भी पीएम नहीं बन पायेंगे

RCP के आरोपों पर CM नीतीश बोले-अरे छोड़िए, ललन सिंह देंगे जवाब

पटना। एक्स सेंट्रल मिनिस्टर व जेडीयू के एक्स नेशनल प्रसिडेंट आरसीपी सिंह ने कहा है कि बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया है। आरसीपी सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार सात जन्म में भी पीएम नहीं बन पायेंगे।उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कुर्सी के लिए किसी के भी साथ जा सकते हैं। 

यह भी पढ़ें:BJP लीडर शाहनवाज हुसैन को नहीं मिली राहत, सुप्रीम कोर्ट का हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से इनकार
दो दिन पहले ही नालंदा में आरसीपी सिंह को बीजेपी में शामिल होने का न्योता मिला था तो उस वक्त उन्होंने जवाब दिया था कि वो सही समय पर सही निर्णय लेंगे। उसी समय से माना जा रहा था कि आरसीपी सिंह जल्द ही बीजेपी में शामिल होंगे। आरसीपी ने अपने सेंट्ल कैबिनेट में मिनिस्टर बनने के सवाल पर कहा कि सीएम नीतीश कुमार झूठ बोल रहे हैं। नीतीश कुमार की सहमति से ही वह मिनिस्टर बने थे। इसकी पूरी जानकारी वर्तमान के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को थी। यह सभी लोग झूठे हैं। 

अंतत जदयू का आरजेडी में विलय हो जायेगा
रामचंद्र प्रसाद सिंह ने गुरुवार को यह भी कहा कि बिहार की जनता देख रही है कि कौन लोग क्या बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता तय करेगी कि हमें आगे क्या करना है। इसके लिए अपने समर्थकों से भी बात करेंगे। उन्होंने कहा कि जो सत्ता परिवर्तन हुआ है उसका अंदेशा उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद ही लगाया जा रहा था और वे इस निर्णय का शुरू से विरोध कर रहा थे। उन्होंने कहा की बिहार की जनता ने एनडीए को 2025 तक सरकार  चलाने का बहुमत दिया था, लेकिन बीच में दल बदल लेने से जदयू का सेहत प्रभावित हुआ है और मुख्यमंत्री जी की सुचिता भी प्रभावित हुई है। अभी तो 43 जीते हुए विधायक हैं और जिन 72 ने महागठबंधन के खिलाफ चुनाव हार कर अपनी आहुति दी है उन उम्मीदवारों का क्या होगा इस परभी पार्टी नेतृत्व को सोचना चाहिए।आरसीपी सिंह ने कहा कि अंतत जदयू का आरजेडी में विलय हो जायेगा।

अब बिहार में जंगल राज की आहट सुनाई भी पड़ने लगी

उन्होंने बार-बार पाला बदलने वाला कहकर CM नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। सवालिया लहजे में कहा कि आखिर वे अबकितनी बार पाला बदलेंगे। वे चार बार (1994, 2013, 2017 और 2022) पाला बदल चुके हैं। अब निश्चित है कि जदयू का राजद में विलय होगा। समय की जरूरत है कि राज्य को दोनों पार्टियों के बेमेल गठबंधन से मुक्त करने और बिहार को विनाश से बचाने के लिए बिहार के युवा एक साथ आएं, क्योंकि अब बिहार में जंगल राज की आहट सुनाई भी पड़ने लगी है।

'जल्द मिलेगी अच्छी खबर, थोड़ा इंतजार कीजिए'

आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी से उनके बाहर होने के साथ ही जदयू के अंत की गिनती शुरू हो गई है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी राजद कीगोद में बैठ गई है। बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं अभी पूरे प्रदेश का दौरा कर रहा हूं। इसके बाद कार्यकर्ताओं व समर्थकों से विचार-विमर्श कर निर्णय लूंगा। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि आप सभी को यथाशीघ्र अच्छा समाचार मिलेगा। थोड़ी प्रतीक्षा कीजिए।
RCP के आरोपों पर CM नीतीश बोले-अरे छोड़िए, ललन सिंह देंगे जवाब
आरसीपी सिंह के आरोपों पर सीएम नीतीश ने कहा कि अरे छोड़िए, ललन सिंह इस पर अच्छे से जवाब देंगे।

हुए बीजेपी के एजेंट के तौर पर कर रहे थे काम: ललन 
जेडीयू के नेशनल प्रसिडेंट राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा है कि आरसीपी सिंह पर आरोप लगाते हुएकहा कि वो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर रहते हुए बीजेपी के एजेंटके तौर पर काम कर रहे थे। वो पार्टी को कमजोर करने में लगे थे। लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने उनको पहचान लिया। जिसके बाद उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं दिया गया। ललन सिंह ने कहा कि हमलोग पहले से जान रहे थे कि उनका क्या प्लान है। उनको जदयू का इतिहास-भूगोल भी पता है क्या। वो नीतीश जी के स्टाफ थे। राजनीति की इच्छा जताई तो उन्हें मौका दे दिया गया। वो जदयू के बारे में कुछ नहीं जानते ।
जाने आरसीपी सिंह के बारे में 
63 वर्षीय आरसीपी सिंह सिंह आरसीपी मूल रूप से नालंदाके रहने वाले हैं। यहीं के सीएम नीतीश कुमार भी हैं। दोनों कुर्मी समाज से आते हैं। राजनीति में आने से पहले RCP सिंह उत्तर प्रदेश काडर के IAS अफसर रह चुके हैं।  1996 में जब नीतीशकुमार केंद्र में अटल सरकार में मंत्री थे तो उसी दौरान उनका आरसीपी सिंह से परिचय हुआ। इस दौरान आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव थे।इसके बाद नीतीश कुमार जब रेल मंत्री बने तो उन्होंने अपना विशेष सचिवबनाया। 2005 में जब बिहार विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार सीएम बने, तो उन्होंने आरसीपी सिंह को दिल्ली से बिहार बुला लिया। 2005 से 2010 के बीच आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के प्रधान सचिव रहे।

2010 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस देकर किया था जेडीयू ज्वाइन

आरसीपी सिंह ने 2010 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस  देकर जेडीयू ज्वाइन कर ली। नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी से राज्यसभा भेजा। इस दौरान पार्टी में आरसीपी सिंह की पकड़ मजबूत होने लगी। धीरे-धीरे पार्टी में उनका कद बढ़ता गया और वे नीतीश के बाद नंबर-2 के नेता बने गये थे। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे, लेकिन बीजेपी से नजदीकी और पार्टी को तोड़ने का आरोप लगने लगे। मोदी कैबिनेट में इस्पात मंत्री ते। इस बार पार्टी ने उन्हें राज्.सभा का टिकट नहीं दिया। इस कारण सेंट्रल कैबिनेट से इस्तीफा देना पडा। उन्होंने सात अगस्त को जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था।

दो बेटियों के पिता हैं आरसीपी, एक हैं आइपीएस

उन्होंने उच्च शिक्षा JNU से ग्रहण की है। आरसीपी सिंह का जन्म बिहार के नालंदा जिले के मुस्तफापुर में छह जुलाई 1958 में हुआ था। उन्होंने पटना साइंस कॉलेज से बीए, इतिहास (ऑनर्स)की डिग्री प्राप्त की। हाईस्कूल की पढ़ाई नालंदा जिले के हुसैनपुर से कीहै। 1982 में उनकी शादी गिरिजा देवी से हुई है। 1984 में उन्होंनेUPSC की प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल की। उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी लिपि सिंह 2016 बैच की IPS अफसर हैं।