झारखंड: आलोक दुबे व राजेश गुप्ता सहित पांच नेताओं को छह साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित करने की अनुशंसा
झारखंड प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति ने आलोक कुमार दूबे,डॉ राजेश कुमार गुप्ता और साधुशरण गोपसहित पांच नेताओं को छह साल तक पार्टी से निलंबित करने की अनुशंसा की है। अनुशासन समिति के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह ने यह अनुशंसा प्रदेश प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष से की है।
- पार्टी संविधान के खिलाफ कार्रवाई व प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ बयानबाजी का आरोप
रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति ने आलोक कुमार दूबे,डॉ राजेश कुमार गुप्ता और साधुशरण गोपसहित पांच नेताओं को छह साल तक पार्टी से निलंबित करने की अनुशंसा की है। अनुशासन समिति के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह ने यह अनुशंसा प्रदेश प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष से की है।
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आलोक दुबे वडॉ. राजेश कुमार गुप्ता सहित सात नेताओं को शोकॉज नोटिस दी गई थी। आलोक दुबे, डॉ. राजेश कुमार गुप्ता, साधु शरण गोप, लाल किशोर नाथ शाहदेव, सुनील सिंह, राकेश तिवारी और अनिल ओझा को नोटिस जारी कर 14 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया था। इन पर अनुशासन तोड़ने और पार्टी विरोधी कार्य करने का आरोप है।
दो नेताओं के जवाब से समिति संतुष्ट
बताया जाता है कि अलोक दुबे और डॉ. राजेश गुप्ता ने जवाब देने के लिए समय मांगा था। पार्टी में समय देने का प्रावधान नहीं होने के कारण उनकी मांग का अस्वीकार कर दिया गया। वहीं, साधु शरण गोप, राकेश तिवारी और अनिल ओझा ने नोटिस का जवाब दिया। इसमें से साधु गोप के जवाब से समिति संतुष्ट नहीं हुई। जबकि, राकेश तिवारी व अनिल ओझा के जवाब से संतुष्ट होकर उन पर कार्रवाई नहीं की।
आपत्तिजनक बयान बनी शो कॉज व कार्रवाई की वजह
पार्टी की ओर से मना किये जाने के बावजूद कई प्रदेश पदाधिकारी सहित कुछ लोगों ने प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी की थी। अनुशासन समिति का मानना है कि जान-बूझकर कांग्रेस की प्रतिष्ठा घटाने का कार्य किया गया है। जो कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान के अनुशासनात्मक नियम 04 के (क) एवं (ड़ं0) का घोर उल्लंघन है। इसके कारण ही सभी को पहले शोकॉज किया गया था अब 6 साल के लिए निलंबित करने की अनुशंसा समिति ने की है।