बिहार: बांका में जमीन पर कब्जा करने पहुंचे JDU MLA गोपाल मंडल, ग्रामीणों ने समर्थकों समेत घेरा, नारेबाजी, माफी मांग लौटे
सीएम नीतीश कुमार के सुशासन में गोपलापुर के JDU एमएलए नरेंद्र कुमार उर्फ गोपाल मंडल आर्म्स से लैश अपने गुर्गों के साथ बांका जिले में जमीन कब्जा करने पहुंच् गये।लोगों ने एमएलए की फजीहत कर दी।
- 20 एकड़ जमीन कब्जा के लिए सुशासन बाबू के गोपालपुर एमएलए की दबंगई
- आर्म्स से लैश गुर्गों के साथ गये थे बौंसी श्याम बाजार की जमीन कब्जा करने
लोकल ग्रामीणों के विरोध व नारेबाजी से बैरंग लौटना पड़ा
पटना। सीएम नीतीश कुमार के सुशासन में गोपलापुर के JDU एमएलए नरेंद्र कुमार उर्फ गोपाल मंडल आर्म्स से लैश अपने गुर्गों के साथ बांका जिले में जमीन कब्जा करने पहुंच गये। बौंसी पुलिस स्टेशन एरिया श्याम बाजार स्थित दुर्गा मंदिर के पास स्थित लगभग 20 एकड़ जमीन पर कब्जा जमाने दिनदहाड़े पहुंचे एमएलए को ग्रामीणों ने विरोध करते हुए घेरकर जमकर नारेबाजी किया। पुलिस हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ और एमएलए लोगों से माफी मांगकर बैरंग लौट गये।
बताया जाता है कि एमएलए गोपाल मंडल रविवार को अपने गुर्गो के साथ चार वाहन पर सवार होकर हरवे हथियार व लाठी डंडा से लैस होकर श्याम बाजार पहुंचे थे। आरोप है कि जमीन पर रहने वाले श्याम नंदकिशोकर साह का कॉलर पकड़कर उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उसे जबरन अपने वाहन पर बैठाने का प्रयास किया। नंदकिशोर साह एवं उनके साथी कुमोद यादव व जितेंद्र यादव ने मौके पर एमएलए के जोर जबरदस्ती का विरोध किया गया। हंगामा होने लगा।कुछ ही देर में आसपास के लगभग 500 से अधिक ग्रामीण मौके पर जमा हो गये। एमएलए को घेरकर नारेबाजी करने लगे।
सूचना पाकर बौंसी पुलिस मौके पर पहुंची।आक्रोशित लोगों को शांत किया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए एमएलए अपने समर्थकों के साथ वापास लौट गये। नंद किशोर साह ने कहा कि एमएलए गोपाल मंडल अपने सहयोगियों के साथ हरवे हथियार के साथ जमीन कब्जा करने की नियत से आये थे। किडनैप करने की नियत से मुझे घसीटते हुये वाहन पर बैठाने का प्रयास किया गया। उन्होंने मामले में पुलिस स्टेशन में लिखित कपंलेन किया है।
ये है मामला
एमएलए गोपाल मंडल का दावा है कि उन्होंने यह जमीन नौ माह पूर्व झारखंड के गोड्डा जिले के पोड़ैयाहाट जगलपुर निवासी शंभू राय से खरीदी है। लोगों का आरोप है कि एमएलए द्वारा पहले बी इस जमीन पर कब्जा जमाने की कोशिश की गयी थी। लोकल ग्रामीणों ने सीओ ऑफिस में इसकी लिखित जानकारी दी गयी थी। इसके बाद वहां से जमीन की रसीद काटने पर रोक लगा दी गयी थी। उक्त जमीन पर लगभग 70 साल से 100 से अधिक लोग अपने कब्जे में लेकर घर ठिकाना बना लिया है। यह जमीन 1910 में खतियानी रैयत अहलाद राय एवं उसके पुत्र सतन राय आदि ने लक्ष्मीपुर स्टेट के जमींदार खेवटदार छतर कुमारी को लगान अदा नहीं करने के बाबत रजिस्ट्री कर इस्तीफानामा कर दिया था। इसके बाद से मोस्ताजीर नलिनी कांत सिंह एवं जामिनी कांत सिंह व उनके परिवार वालों को बंदोबस्ती रिटर्न के माध्यम से हक व अधिकार मिला है। इसके बाद लगभग 40 साल पहले से ही मोस्ताजीर नलिनीकांत सिंह के द्वारा 50 से अधिक लोगों को रैयती बसोबासी जमीन रजिस्ट्री कर दिया है। इसका लगान रसीद भी कट रहा है। जमीन पर आदिवासी व गैर आदिवासी लोकल लोग बस रहे है। अब इस जमीन को जेडीयू एमएलए गोपाल मंडल द्वारा रजिस्ट्री करा लेने की बात कही जा रही है।
एमएलए ने दी सफाई
एमएलए नरेंद्र कुमार उर्फ गोपाल मंडल ने कहा है कि उन्होंने उक्त जमीन को खरीदा है। बावजूद एक ही जमीन को दो लोगों को किस आधार पर बेची गयी है। इसका कागजात कैसे तैयार हुआ है। अब इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है। एमएलए ने घटना के बाद अपनी गलती स्वीकार करते हउए कहा है कि 24 मार्च को इस मामले में आपस में बैठकर मामले को सुझला लिया जायेगा। सभी पक्ष अपना कागजात लेकर बैठक में आयेंगे। जिसके पास जमीन का कागजात होगा, जमीन उसी की होगी।
एसपी अरविंद कुमार गुप्ता का कहना है कि एमएलए श्याम बाजार अपनी जमीन पर कब्जा करने आये थे। एमएलए का कहना था कि जमीन उनकी है। लोकल लोगों ने एमएलए का विरोध किया। एमएलए ने कहा कि जमीन को लेकर कंफ्यूजन है। इसके बाद एमएलए मौके से से वापस लौट गये। मामले में पुलिस की विधि सम्मत कार्रवाई करेगी। थानाध्यक्ष को निर्देशित किया गया है।.
एमएलए व समर्थकों के खिलाफ पुलिस में कंपलेन
बौंसी श्याम बाजार निवासी नंदकिशोर साह ने रविवार को गोपालपुर के जेडीयू एमएलए नीरज कुमार उर्फ गोपाल मंडल व सहयोगियों के खिलाफ अपहरण के प्रयास आरोप लगाते हुए पुलिस में कंपलेन किया है। बौंसी पुलिस स्टेशन में दिये गये आवेदन में नंद किशोर साह ने कहा है कि एमएलए के सहयोगी शंभू राय, नागेश्वर राय, शैलेंद्र राय, योगेंद्र यादव, आमोद चौधरी एवं रामू राय बम का झोला लिए हुए थे। आर्म्स व बम के साथ आये सभी लोगों ने किडनैप करने का प्रयास किया। घसीटते हुये गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया गया। एमएलए पर जान मारने की धमकी दिये जाने का भी आरोप लगाया गया है।