बिहार: BJP प्रसिडेंट संजय जयसवाल का आरोप, स्टेटमें दलितों पर जुल्म ढा रहे अल्पसंख्यक, RJD ने कसा तंज- क्या अब हाथ काटेंगे?

बिहार बीजेपी प्रसिडेंट डॉ. संजय जायसवाल ने कहा है कि स्टेट में  दलितों पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि दलितों के खिलाफ अल्पसंख्यकों की तरफ से जो कुछ किया जा रहा है, वो बेहद चिंताजनक है।

बिहार: BJP प्रसिडेंट संजय जयसवाल का आरोप, स्टेटमें दलितों पर जुल्म ढा रहे अल्पसंख्यक, RJD ने कसा तंज- क्या अब हाथ काटेंगे?
  • संजय जायसवाल ने नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया
  • अल्पसंख्यक और दलित विवाद में निर्दोष लोगों को जेल भेज रही है पुलिस
  • आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने जेडीयू से पूछा है कि क्या अब हाथ काटेंगे?

पटना। बिहार बीजेपी प्रसिडेंट डॉ. संजय जायसवाल ने कहा है कि स्टेट में  दलितों पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि दलितों के खिलाफ अल्पसंख्यकों की तरफ से जो कुछ किया जा रहा है, वो बेहद चिंताजनक है।

धनगढ़वा में दलितों-अल्पसंख्यकों में रास्ते को लेकर विवाद
उन्होंने कहा कि 'रामगढ़वा के धनगढ़वा गांव में सूचना मिली कि दलित समाज के लोगों के रास्ते को कुछ अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने ईंट की दिवाल बनाकर बंद कर दिया है। मेरी पलनवा थाना प्रभारी से बात हुई। उनके साथ सीओ ने स्वयं स्थान पर जाकर दिक्कत का निदान कर दिया।'

दलितों पर अल्पसंख्यकों का जुल्म बढ़ा
संजय जायसवाल के अनुसार पिछले कुछ दिनों में इस तरह की घटनाएं काफी बढ़ गई है। इसकी शुरुआत ढाका से हुई जहां सहनी फिर नोनिया और उसके बाद पासवान समाज के बारात निकलने पर पीटा गया। पीड़ित पक्ष पुलिस की मदद मांगने गये दंगे के आलोक में दोनों समाज के लोगों पर एफआइआर दर्ज व अरेस्टिंग का आदेश कर पुलिस ने अपनी जिम्मेवारी पूरी कर ली। ढ़ाका में इस तरह की छह से ज्यादा घटनाएं देखी गई है। हर बार दोषी के बदले दोनों समाज को जेल भेज दिया गया। हालांकि रामगढ़वा में प्रशासन ने बहुत ही धैर्य से इस मुद्दे को सुलझाया इसलिए उनका साधुवाद।'

बीजेपी प्रसिडेंट ने पुलिस पर लगाया एकतरफा कार्रवाई का आरोप
बिहार बीजेपी प्रसिडेंट का कहना है कि 'ये घटनाएं अचानक किशनगंज और पूर्णिया जिले में भी बढ़ गई हैं। वायसी में जो दलितों पर अत्याचार हुआ उसपर भी सरकार ने संज्ञान लेकर वहां के दलितों को इंसाफ दिलाया। प्रशासन को हर जगह चौकसी की जरूरत है। जनप्रतिनिधियों के द्वारा इस तरह की घटनाओं पर तुरंत संज्ञान लेकर निदान कर दिया जाता है तो भविष्य में स्थितियां हाथ से नहीं निकलती है। पर जब जिला प्रशासन एक तरफ खड़ा होकर निर्दोषों को भी दंड देने लगता है तो समाज में बहुत गलत संदेश जाता है।

दलितों पर जुल्म के मामले में पाकिस्तान का उदाहरण
संजय जायसवाल ने दलितों पर अल्पसंख्यकों के अत्याचार का उल्लेख करते हुए कहा कि 'चुनाव के पश्चात पश्चिम बंगाल में जिस तरह दलितों पर अत्याचार हुआ है वैसा केवल 1947 के बाद पाकिस्तान के तत्कालीन दलित कानून मंत्री योगेंद्र नाथ मंडल के कहने पर जो दलित आज के बांग्लादेश में रह गये थे उन पर ही देखने को मिला था।
'क्या इस बार हाथ काटेंगे?'- RJD
संजय जायसवाल के इस फेसबुक पोस्ट के बाद आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि 'क्या अब हाथ काटेंगे? इस बार तो आपके सहयोगी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने ही नीतीश कुमार और बिहार की सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस बार तो संजय जायसवाल सीधे बिहार की पुलिस जो सीधे सीएम के कंट्रोल में है उस पर सवाल खड़े किए हैं। यह भी कहा है कि दलितों और कमजोर वर्ग के लोगों पर जुल्म ढाया जा रहा है। ऐसे में जेडीयू को जवाब देना चाहिए की पार्टी अब क्या करेगी? जब बीजेपी के एक एमएलसी ने नीतीश कुमार पर सवाल खड़े किए थे तो जेडीयू के नेता कहते थे कि उंगली उठाने वालों का उंगली काट लेंगे। इस बार प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल खड़े किए हैं तो क्या इस बार सवाल खड़े करने वालों का हाथ काटेंगे?'