झारखंड के चार कांग्रेस MLA थे कोलकाता में, भारी कैश लेकर एक अपनी गाड़ी से भाग निकला
झारखंड के राजनीतिक गलियारे में इसे लेकर चर्चा का बाजार गर्म है कोलकाता में शनिवार को झारखंड के चार कांग्रेस MLA मौजूद थे। । इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप की तिकड़ी से इतर चौथे एमएलए भारी कैश लेकर केले गाड़ी से निकल गये। यह भी बताया जा रहा है कि उनके पास अधिकांश कैश का हिस्सा था और यही वजह है कि हावड़ा में सिर्फ 48 लाख रुपये की ही बरामदगी हुई। उक्त एमएलए का इन तीनों एमएलए के साथ बेहतर ट्यूनिंग थी। अक्सर ये इनके साथ दिखते थे।
- इरफान को हेल्थ मिनिस्टर बनाने का मिला था आश्वासन
रांची। झारखंड के राजनीतिक गलियारे में इसे लेकर चर्चा का बाजार गर्म है कोलकाता में शनिवार को झारखंड के चार कांग्रेस MLA मौजूद थे। । इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप की तिकड़ी से इतर चौथे एमएलए भारी कैश लेकर केले गाड़ी से निकल गये। यह भी बताया जा रहा है कि उनके पास अधिकांश कैश का हिस्सा था और यही वजह है कि हावड़ा में सिर्फ 48 लाख रुपये की ही बरामदगी हुई। उक्त एमएलए का इन तीनों एमएलए के साथ बेहतर ट्यूनिंग थी। अक्सर ये इनके साथ दिखते थे।
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रिसोर्ट विलेज में रिलैक्स होने जाने की थी प्लान
कोलकाता में 'प्लान' के अनुसार काम होने के बाद उक्त एमएलए ने मंदारमणि जाने से मना कर दिया था, जबकि इरफान, नमन विक्सल और राजेश कच्छप की इच्छा वहां जाकर रिलैक्स करने की थी। मंदारमणि बंगाल के पूर्वी मेदिनिपुर जिले में समुद्र के किनारे बसा एक रिसोर्ट विलेज है। यह बंगाल की खाड़ी का उत्तरी किनारा है। देसी-विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा स्थल भी। अपने एक साथी एमएलए को विदा करने के बाद कांग्रेस एमएलए की तिकड़ी ने मंदारमणि जाने के लिए कोलकाता से राष्ट्रीय राजमार्ग-16 का रास्ता पकड़ा। हावड़ा (ग्रामीण) के पांचला थाना पुलिस स्टेशन एरिया के रानीहाटी मोड़ के पास ये पकड़े गये।
पुलिस की पूछताछ में होगा खुलासा, चौथा एमएलए कौन
अब पश्चिम बंगाल पुलिस की पूछताछ में ही इसका खुलासा हो सकता है कि उनके अलावा और कौन एमएलए कोलकाता में मौजूद था? कांग्रेस नेतृत्व की इसपर नजर है। जिस एमएलए के कोलकाता में साफ बच निकलने की अटकलें लगाई जा रही है, उनकी गतिविधि पूर्व में भी संदिग्ध रही है। वे एक बार राज्यसभा चुनाव में वोट देने के लिए पैसे लेने संबंधी एक निजी न्यूज चैनल के स्टिंग आपरेशन में फंस चुके हैं। उस मामले की फिलहाल जांच चल रही है।
पुलिस गिरफ्त में आया प्रतीक कई नेताओं का करीबी
कोलकाता में कांग्रेस के तीन एमएलए के साथ पकड़ा गया प्रतीक सिन्हा कई नेताओं का करीबी है। इसके दम पर वह खूब रौब भी गांठता था। वह खुद को युवा कांग्रेस का नेता बताता था। प्रतीक जामताड़ा एमएलए इरफान अंसारी के साथ साये की तरह रहता था। बताया जाता है कि वह उनके व्यवसाय की भी देखरेख करता था। प्रतीक राज्य के राजनीतिक गलियारे का जाना-पहचाना चेहरा है।
इरफान को हेल्थ मिनिस्टर बनाने का मिला था आश्वासन
कांग्रेस एमएलए डा. इरफान अंसारी ने कथित तौर पर दावा किया था कि झारखंड में सत्ता परिवर्तन के साथ ही उन्हें हेल्थख मिनिस्टर बनाया जायेगा। बेरमो एमएलए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह से कहा था कि उन्हें भी कैबिनेट में स्थान मिल सकता है। इसके लिए आसाम के सीएम को अधिकृत किया गया है। एफआइआर में इसका पूरा टिडेल दिया गया है। एफआइआर के अनुसार तीनों एमएलए डा. इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्तस कोंगाड़ी लगातार अनूप सिंह को फोन कर कोलकाता आने के लिए कह रहे थे। इसके बाद अनूप को लेकर गुवाहाटी जाने की योजना थी। अनूप ने लिखा है कि उन लोगों के अनुसार वहां सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा से मुलाकात होती जिसके बाद निश्चित रूप से कैबिनेट में जगह मिलती और अगली सरकार का स्वरूप तय होता। मिनिस्टरी के अलावा पैसा दिए जाने की बात कहते हुए इरफान ने कहा था कि उन्हें पैसे मिल गए हैं जो कि उनके आदमी तक पहुंच चुका है। एक बार गुवाहाटी पहुंचने के बाद हेमंत विस्वा के सामने वादा करने के उपरांत आगे की बात होती। एफआइआर के अनुसार इरफान ने कहा था कि पार्टी के वरीय नेताओं के आशीर्वाद से ही यह तैयारी चल रही है।
पाप छिपाने के लिए झूठी एफआइआर : बाबूलाल
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने पाप छिपाने और बीजेपी को बदनाम करने के लिए झूठी एफआइआर दर्ज कराई है। उन्होंने इसे शर्मनाक और हास्यास्पद बताया है। कहा, इन्हें खुद के एमएलए पर भरोसा नहीं है। ये अपने एमएलए के भ्रष्टाचार, कुकर्मों को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं।मरांडी ने कहा कि कांग्रेस के तीन एमएलए के बंगाल में पैसे लेकर पकड़े जाने से देश-दुनिया में झारखंड राज्य शर्मसार हुआ है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जांच इनकम टैक्स व ईडी से कराने की मांग की है। कहा, इनकम टैक्स व ईडी पैसे देने वाले के स्रोत की भी जांच कर खुलासा करें ताकि पर्दे के पीछे की सच्चाई सामने आए।
दो साल पहले लिखी गयी थी साजिश की पटकथा: जेएमएम
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इस साजिश की पटकथा दो वर्ष पहले ही लिखी गई थी। कई बार दल के माध्यम से और संयुक्त रूप से ये बातें कही भी गईं लेकिन अब जाकर पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया है। भाजपा हथकंडे अपना कर चुनी गई सरकार को अपदस्थ करना चाह रही थी ताकि इस प्रदेश में जो खनिज संपदा है उसको कारपोरेट घरानों को लूटने के लिए छोड़ दिया जाए। इसमें उन्हें विफलता हासिल हुई।उन्होंने कहा कि लगभग 20 वर्षों के बाद चुनाव पूर्व गठबंधन के तहत हमारी सरकार बनी है। ऐसी परिस्थिति में इस सरकार के खिलाफ कोई साजिश रची जाती है तो वह सीधा सरकार पर हमला है। कई बार कह चुका हूं कि भाजपा को एक मंत्र है, जहां चुनाव जीतकर आयेंगे वहां तो सरकार बनायेंगे। जहां चुनाव हारेंगे वहां सरकार जरूर बनाएंगे। यह प्रयोग त्रिपुरा, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में हुआ। राजस्थान में कोशिश की गई लेकिन सफल नहीं हुए और झारखंड में कांग्रेस की सतर्कता के कारण बीजेपी को एक बार फिर निराशा हाथ लगी।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रानीहाटी मोड़ पर शनिवार की रात झारखंड के तीन कांग्रेस एमएलए की काले रंग की फाॅर्च्यूनर कार (जेएच09 एक्यू-0016)से 48 लाख कैश मिला है। इनमें जामताड़ा के इरफान अंसारी, रांची जिले के खिजरी से राजेश कच्छप और सिमडेगा जिले के कोलेबिरा से नमन विक्सेल कोंगाड़ी के नाम शामिल हैं। इरफान और कोंगाड़ी दूसरी व कच्छप पहली बार बने हैं MLA इरफान पहली पर 2014 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने और दुबारा 2019 में। कोलेबिरा से नमन विक्सेल कोंगाड़ी पहली बार 2019 में कांग्रेस के टिकट से विधायक बने हैं। उन्होंने निर्दलीय विधायक एनोस एक्का को हराकर जीत दर्ज की थी।विधायक राजेश कच्छप भीभी पहली बार कांग्रेस के टिकट से राजधानी की खिजरी विधानसभा सीट पर चुनाव जीता था। उन्होंने बीजेपी के राम कुमार पाहन को पांच हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी।
बोकारो के ठेकेदार नईम अंसारी के नाम पर रजिस्टर्ड है गाड़ी
इरफान अंसारी की यह गाड़ी बोकारो जिला परिवहन कार्यालय में रजिस्टर्ड है। हालांकि यह कार इरफान के नाम पर न होकर बोकारो के ठेकेदार नईम अंसारी के नाम पर रजिस्टर्ड है। लंबे समय से एमएलए इरफान अंसारी इस गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे थे।बोकारो में रहने वाले हाजी कासिम अली अंसारी के पुत्र नईम अंसारी ने यह कार एसबीआइ से लोन लेकर खरीदी है। चीरा चास निवासी नईम अंसारी खुद को जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी के प्रतिनिधि बताते हैं। इनके वाहन पर एमएलए प्रतिनिधि जामताड़ा का बोर्ड भी लगा रहता है। नईम का नाम ग्रामीण विकास, नगर विकास विभाग व पीडल्यूडी के बड़े ठेकेदारों में आता है।