मुंबई: NCB ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरु
बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बटे आर्यन खान ड्रग्स केस में चर्चा में आये एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच होगी। इस जांच के बाद समीर वानखेड़े अपने पद पर बने रहेंगे या नहीं, इस पर अब संशय के बादल मंडरा रहे हैं।
- विजिलेंस की तीन सदस्यीय टीम को मिली जिम्मेवारी
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बटे आर्यन खान ड्रग्स केस में चर्चा में आये एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच होगी। इस जांच के बाद समीर वानखेड़े अपने पद पर बने रहेंगे या नहीं, इस पर अब संशय के बादल मंडरा रहे हैं।
एनसीबी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने विजीलेंस को जांच का आदेश दिये गयेहैं। विजीलेंस की तीन मेबर वाली टीम मुंबई पहुंच जांच शुरु कर दी है। डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने समीर वानखेड़े को पद से हटाने के सवाल पर कहा,'स्वतंत्र गवाह के हलफनामे के माध्यम से सोशल मीडिया पर कुछ तथ्य प्रसारित किए। इसे संज्ञान में लेते हुए डीजी एनसीबी ने विजिलेंस को जांच के आदेश दिये हैं। एवीडें, के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जायेगी'।
वानखेड़े सोमवार को स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट में पेश होकर जज के सामने कहा कि उनपर लगाये गये सारे आरोप झूठे हैं। वह जांच के लिए तैयार हैं। वहीं दूसरी ओर एनसीबी के हलफनामे में गवाह के मुकर जाने और जांच में छेड़छाड़ के लिए कुछ लोगों द्वारा प्रभाव का इस्तेमाल किए जाने की बात कही गई है। मुंबई की सेशन कोर्ट ने वानखेड़े की याचिका पर आदेश देने से इंकार कर दिया। समीर वानखेड़े की याचिका पर सुनवाई करते हुए सेशंस कोर्ट ने कहा कि मामला हाईकोर्ट में चल रहा है, इसलिए हम इस पर कोई आदेश पारित नहीं कर सकते।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के आरोपों के जवाब में समीर वानखेड़े ने कहा कि 'मैं बहुधार्मिक और सेकुलर परिवार से ताल्लुक रखता हूं। मेरे पिता एक हिंदू हैं। मेरी मां एक मुस्लिम थीं। ट्विटर पर मेरे पर्शनल डॉक्यूमेंट्स को शेयर करना मानहानि और मेरी पारिवारिक गोपनीयता का हनन है। महाराष्ट्र के मिनिस्टर नवाब मलिक के निंदनीय हमलों से आहत हूं'।
इससे पहले एनसीबी के ज्वाइंट डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस आयुक्त को एक पत्र लिख अपने खिलाफ साजिश का अंदेशा जताया है। उन्होंने कहा किकिसी अनजान व्यक्ति द्वारा मेरे खिलाफ गलत इरादों से लगाये गये आरोपों पर कार्रवाई न करें। उल्लेखनीय कि आर्यन खान केस में गवाह प्रभाकर साईल ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर आठ करोड़ रुपये की वसूली के आरोप लगाये हैं।उन्होंने आगे उल्लेख किया कि उप डीडीजी मुथा अशोक जैन ने पहले ही उक्त मामले को आवश्यक कार्रवाई के लिए एनसीबी के डीजी को भेज दिया है।
दरअसल, समीर वानखेड़े ने रविवार को मुंबई पुलिस आयुक्त को पत्र लिख अज्ञात लोगों द्वारा कथित सतर्कता संबंधी मामले में फंसाने के लिये उनके खिलाफ योजनाबद्ध, कानूनी कार्रवाई किए जाने से सुरक्षा मांगी की थी। वर्ष 2008 बैच के आईआरएस अधिकारी वानखेड़े ने किसी का नाम लिए बिना दावा किया कि अत्यधिक सम्मानित सार्वजनिक लोगों ने उन्हें मीडिया के माध्यम से जेल भेजने और बर्खास्तगी की धमकी दी है।
मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले के एक स्वतंत्र गवाह प्रभाकर साईल ने दावा किया आर्यन को तीन अक्टूबर को एनसीबी ऑफिस लाने के बाद उन्होंने गोसावी को फोन पर डिसूजा नामक एक व्यक्ति को 25 करोड़ रुपये की मांग। मामला 18 करोड़ पर तय करने के बारे में बात करते हुए सुना था क्योंकि उन्हें 'आठ करोड़ रुपये समीर वानखेड़े (एनसीबी के जोनल निदेशक)को देने थे।' साईल ने मीडिया से कहा कि एनसीबी अफसरोंने उनसे नौ से 10 कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए भी कहा।
एनसीबी अफसरों ने किया आरोपों से इनकार
हालांकि, एनसीबी अफसरों ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे पूरी तरह से झूठ और दुर्भावनापूर्ण बताया। हालांकि एनसीबी ने एक वक्तव्य जारी कर इन सारे आरोपों का खंडन किया। एनसीबी ने अपने वक्तव्य में कहा है, 'प्रभाकर सेल गवाह द्वारा एक एफिडेविट जारी किया गया है जो कि 94/2021 में गवाह हैl यह मामला सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे पास आया है। एफिडेविट में कहा गया है कि मिस्टर प्रभाकर ने 2 अक्टूबर 1921 से जुड़ी मूवमेंट और एक्टिविटी की जानकारियां दी है। जिस दिन यह क्राइम रजिस्टर्ड हुआ है। यह मामला जज के सामने हैं और मामला न्यायालय के अधीन है। उन्हें यह बात कोर्ट में जज के सामने कहने चाहिए बजाय सोशल मीडिया पर।
नवाब मलिक को समीर वानखेड़े का जवाब, खुद को बताया मुस्लिम मां और हिंदू पिता का बेटा
एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर अब महाराष्ट्र के मिनिस्टर व एनसीपी लीडर नवाब मलिक ने नया आरोप लगाया है। नवाब मलिक ने एक बर्थ सर्टिफिकेट की कॉपी ट्वीट कर इशारों में कहा है कि समीर वानखेड़े के पिता और मां मुस्लिम थे। उन्होंने अब फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाया है। दावा किया गया है कि यह बर्थ सर्टिफिकेट समीर वानखेड़े का है। नवाब मलिक ने बर्थ सर्टिफिकेट का फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा, 'Sameer Dawood Wankhede का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा।
इन आरोपों पर समीर वानखेड़े ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि वह एक हिंदू पिता और मुस्लिम मां के बेटे हैं। वानखेड़े ने यह भी कहा कि उनपर लगाये गये आरोप न सिर्फ अपमानजनक हैं बल्कि यह उनके परिवार की निजता पर हमला है। समीर वानखेड़े पर एनसीपी की तरफ से एक आरोप यह भी लगाया गया है कि उन्होंने पहले किसी डॉक्टर आयशा से शादी की थी। इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर कुछ फोटो भी शेयर की जा रही हैं, जिसे समीर के 'निकाह' का बताया जा रहा है। हालांकि, फिलहाल समीर वानखेड़े की पत्नी मराठी अभिनेत्री क्रांति रेडकर हैं।
समीर ने अपने पिता का नाम ज्ञानदेव वानखेड़े बताया
समीर वानखेड़े ने सोमवार को एक बयान में कहा कि मैं यह बताना चाहता हूं कि मेरे पिता ज्ञानदेव काचरूजी वानखेड़े 30 जून 2007 को राज्य आबकारी विभाग, पुणे के सीनीयर पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में रिटायर हुए। मेरे पिता एक हिंदू हैं और मेरी मां ज़ाहीदा मुस्लिम थीं। उन्होंने कहा कि मैं सच्ची भारतीय परंपरा में एक समग्र, बहुधार्मिक और धर्मनिरपेक्ष परिवार से ताल्लुक रखता हूं। मुझे अपनी विरासत पर गर्व है। इसके अलावा, मैंने 2006 में विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत एक नागरिक विवाह समारोह में डॉ शबाना कुरैशी से शादी की। हम दोनों ने वर्ष 2016 में विशेष विवाह अधिनियम के तहत सिविल कोर्ट के माध्यम से पारस्परिक रूप से तलाक ले लिया। बाद में वर्ष 2017 में, मैंने शियामती क्रांति दीनानाथ रेडकर से शादी की। पर मेरे व्यक्तिगत दस्तावेजों को पोस्ट करना एक तरह से मानहानिकारक है। मेरी पारिवारिक गोपनीयता पर अनावश्यक आक्रमण किया जा रहा है। इसका मकसद मुझे, मेरे परिवार, मेरे पिता और मेरी दिवंगत मां को बदनाम करना है। पिछले कुछ दिनों में माननीय मंत्री के कृत्यों ने मुझे और मेरे परिवार को अत्यधिक मानसिक और भावनात्मक दबाव में डाल दिया है। मैं व्यक्तिगत, मानहानिकारक और निंदनीय हमलों से आहत हूं।