धनबाद: बीजेपी MLA राज सिन्हा ने कहा- जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं CM,PMCH नामकरण को लेकर खोला मोर्चा
बीजेपी के धनबाद एमएलए राज सिन्हा ने कहा कि निर्मल महतो के नाम पर पीएमसीएच का नामकरण शहीद काे सम्मान देना नहीं, बल्कि जाति की राजनीति करना के लिए है। सीएम हेमंत सोरेन जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं। बीजेपी एमएलए बुधवार को अपने आवासीय कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे।
- निर्मल महतो के नाम पर पीएमसीएच का नामकरण शहीद काे सम्मान देना नहीं बल्कि जाति की राजनीति
धनबाद। बीजेपी के धनबाद एमएलए राज सिन्हा ने कहा कि निर्मल महतो के नाम पर पीएमसीएच का नामकरण शहीद काे सम्मान देना नहीं, बल्कि जाति की राजनीति करना के लिए है। सीएम हेमंत सोरेन जातीय विद्वेष फैलाना चाहते हैं। बीजेपी एमएलए बुधवार को अपने आवासीय कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे।
राज सिन्हा ने कहा कि कुर्मी विचार मंच और अन्य संगठनों के लोग मेरा पुतला जला रहे, मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि हेमंत सोरेन पहले भी सीएम थे। तब उन्होंने कुर्मी जाति के सबसे बड़े नेता, झारखंड आंदोलन के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो के नाम पर कोई संस्थान क्यों नहीं बनवाया।
राज सिन्हा ने कहा कि उन्होंने ही विधानसभा में अपने राजनीतिक विचारधारा से परे हटकर बिनाेद बाबू के याेगदान काे देखते हुए कोयलांचल यूनिवर्सिटी का नाम बिनोद बाबू पर करने की मांग की थी। तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने बड़ा दिल दिखाते हुए इसे सहर्ष स्वीकार किया था। तब किसी कुर्मी विचार मंच या झारखंड नामधारी पार्टी ने मुझे न ताे मिठाई खिलाई न ही सम्मान के दाे शब्द कहे।उन्होंने कहा कि बीबीएमकेयू के ही प्रत्युत्तर में स्टेट गवर्नमेंट पीएमसीएच का नामकरण निर्मल महताे के नाम पर करने जा रही है।
उन्हाेंने कहा कि कुर्मी विचार मंच जैसे संगठन भी दाेहरी राजनीति करते हैं। जब भाजपा सरकार हाेती है तो कुर्मी काे एसटी का दर्जा देने की मांग करते हैं, जब झामुमाे की सरकार बनती है तो चुप हाे जाते हैं। उन्हें अब भी यह मांग दाेहरानी चाहिए। सिन्हा ने कहा कि वे बिनाेद बाबू के प्रति प्रतिबद्ध हैं और यूनिवर्सिटीबनेगा ताे उनकी आदमकद प्रतिमा भी कैंपस में बनवायेंगे।
राज सिन्हा ने सीएम को पत्र लिखकर दिया सुझाव, शिबू सोरेन के नाम पर हो पीएमसीएच
राज सिन्हा ने पीएमसीएच का नाम बदलने पर सीएम हेमंत साेरेन काे पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि निर्मल महतो के नाम पर उन्हें आपत्ति नहीं है, लेकिन दुमका, पलामू व हजारीबाग की तरह धनबाद पीएमसीएच का नामकरण भी किसी गैर राजनीतिक शहीद के नाम हो तो बेहतर रहेगा। धनबाद के शहीद एसपी रणधीर प्रसाद वर्मा बेहतरीन विकल्प हैं। उन्हाेंने पंजाब के आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान किया। इस नाम पर यदि आपत्ति हो तो राजनीति के संत एके राय के नाम पर नामकरण किया जाए। इससे पीएमसीएच का भी मान बढ़ेगा। वे दलीय सीमाओं से उठकर सम्मानित राजनीतिज्ञ थे।
राज सिन्हा ने कहा कि शहीद शक्तिनाथ महतो मजदूरों के मसीहा थे। क्रिमिनलों ने ही उनकी मर्नेडर कर दी थी। वे काफी लोकप्रिय व कद्दावर नेता थे। कई स्कूल, कॉलेज उनके नाम है। य़दि शहीद शक्तिनाथ महतो के नाम पीएमसीएच का नामकरण कर दिया जाता है तो वह भी अच्छा रहेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य के सबसे बड़े नेता शिबू सोरेन ने अपनी राजनीति धनबाद के ही टुंडी पोखरिया से शुरू की। उनसे धनबाद वासियों को व धनबादवासियों से उनको भी काफी लगाव है। यदि शिबू सोरेन के नाम पर ही पीएमसीएच का नामकरण हो तो यह भी अच्छी बात होगी। इससे धनबाद के लोग अपने को पीएमसीएच से जुड़ा महसूस करेंगे।
उल्लेखनीय है कि झारखंड कैबिनेट ने पीएमसीएच का नामाकरण निर्मल महतो को नाम पर करने की मंजूरी दी है। गवर्नमेंट के इस फैसले पर धनबाद के एमपी पीएन सिंह व एमएलए राज सििन्हा ने एतराज जताया है। जेएमएम, आजसू, कुर्मी विवाक मोरचा आदि संगठन सरकार के फैसले के साथ हैं। झारखंडी संगठनों की ओर से एमपी व एमएलए का विरोध किया जा रहा है।