बेगूसराय का आर्मी लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार जम्मू-कश्मीर में शहीद, 29 नवंबर को थी बहन की शादी
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में LOC के समीप शनिवार दोपहर एक लैंडमाइन ब्लास्ट में एक आर्मी लेफ्टिनेंट व जवान शहीद हो गये। इस ब्लास्ट में तीन अन्य जवान घायल हुए हैं। ब्लास्ट में शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार बिहार बेगुसराय के रहने वाले थे। शहीद जवान मंजीत सिंह पंजाब के बठिंडा जिले के सिरवेवाला गांव के निवासी थे।
- छुट्टी में 22 को आने वाले थे घर
- एक साल पहले हुई थी जॉइनिंग
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में LOC के समीप शनिवार दोपहर एक लैंडमाइन ब्लास्ट में एक आर्मी लेफ्टिनेंट व जवान शहीद हो गये। इस ब्लास्ट में तीन अन्य जवान घायल हुए हैं। ब्लास्ट में शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार बिहार बेगुसराय के रहने वाले थे। शहीद जवान मंजीत सिंह पंजाब के बठिंडा जिले के सिरवेवाला गांव के निवासी थे।
बताया जाता है कि पीरपंजाल रीजन के नौशेरा-सुंदरबनी सेक्टर कलाल एरिया पर आर्मी के जवान रेगुलर पेट्रोलिंग पर थे। इस दौरान एलओसी के पास एक लैंडमाइन विस्फोट हो गया इस ब्लास्ट में एक लेफ्टिनेंट और चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गये। सभी आर्मी हॉस्पिटल लाया गया। लेफ्टिनेंटव एक जवान शहीद हो गये। जबकि तीन अन्य गंभीर रुप से घायल जवानों का इलाज चल रहा है।घटना की सूचना मिलने के बाद सेना में ही कार्यरत ऋषि के रिश्तेदार मौके पर पहुंच चुके हैं।
बहन की शादी के लिए 22 नवंबर कोछुट्टी पर जाने वाले थे लेफ्टिनेंट,बेगूसराय में मातम का माहौल
लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार की शहादत की सूचना मिलते ही बेगूसराय में मातमी सन्नाटा पसर गया है। ऋषि कुमार बेगूसराय जिला मुख्यालय के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी राजीव रंजन के इकलौते पुत्र थे। एक साल पहले सेना में ज्वाइन किया था। वह मूलतः लखीसराय के पिपरिया के निवासी थे। लेकिन कई दशक पूर्व से ही उनके पिता जीडी कॉलेज के समीप पिपरा रोड में घर बना कर रह रहे थे। दादा जी के रिफाइनरी में कार्यरत रहने के कारण यहीं बस गये थे। ऋषि के शहादत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। शहीद के पिता राजीव रंजन ने बताया कि टेलीफोन पर लगभग 7:30 बजे सूचना मिली। पिता ने कहा कि तार दिन पहले ही मां से बात किया था। बोला बहन की शादी में छुट्टी लेकर आ रहे हैं।
इकलौते पुत्र के निधन से माता-पिता समेत अन्य परिजन लगातार रो-रो बेहोश हो रहे हैं। ऋषि अपने दो बहनों के इकलौते भाई और पिता के दो भाइयों में इकलौते चिराग थे। परिजनों ने बताया कि सभी लोग ऋषि के छोटी बहन की 29 नवंबर को होने वाली शादी की तैयारी कर रहे थे। ऋृषि 22 नवंबर को बहन की शादी में शामिल होने के लिए आने वाले थे। बताया जाता है कि शहीद का पार्थिव शरीर रविवार को बेगूसराय पहुंचने की संभावना है।