- BJP एमएलए लखेंद्र कुमार रौशन ने अपनी माइक तोड़ दी
पटना। बिहार विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंगलवार को जबर्दस्त हंगामा हुआ। BJP और CPI ML के MLA के बीच मारपीट की नौबत आ गई। अध्यक्ष के आसन की तरफ से एक-दूसरे दल के सीट की ओर बढ़ने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शलों को बुलवा लिया। लगभग आधा दर्जन से अधिक मार्शलों ने एक घेरा बनाकर दोनों दलों के उग्र विधायकों को रोका।
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ऐसे हुआ हंगामा
इसके पहले बीजेपी एमएलए लखेंद्र कुमार रौशन ने अपनी माइक तोड़ दी। माइक तोड़ने के आरोप में बीजेपी एमएलए लखेन्द्र कुमार रौशन को बुधवार तक के लिए निलंबित कर दिया गया।इस हंगामे के बीच प्रश्नकाल को बीच में ही विधानसभा अध्यक्ष ने रोक दिया। सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी।बीजेपी के पातेपुर के एमएलए लखेंद्र कुमार रौशन ने आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय में बढ़ोतरी से संबंधित सवाल को तारांकित प्रश्न के माध्यम से उठाया था। इस पर समाज कल्याण मंत्री ने अपना जबाव भी दे दिया था। इस बीच उन्होंने पूरक प्रश्न पूछने शुरू किए। तीन पूरक प्रश्नों के बाद विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उन्हें रोक दिया।
इसी क्रम मे यह दिखा कि लखेंद्र कुमार रौशन की माइक टूट गई है। इस पर भाकपा (माले) के सत्यदेव राम ने अध्यक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि माइक तोड़ दी गई है। इस पर BJP और CPI ML के MLA आपस में भिड़ गये। दोनों पक्ष वेल में पहुंचे गये। अंगुली के इशारे में हंगामा शुरू हो गया। दोनों पक्ष ने एक दूसरे पर गाली देने का भी आरोप लगाया। अगर मार्शलों द्वारा स्थिति को नहीं संभाला जाता तो अप्रिय घटना हो सकती थी। कांग्रेस के शकील अहमद खान ने वेल में आकर दोनों पक्ष को समझाने की कोशिश की। आरजेडी के भाई वीरेंद्र ने सत्यदेव राम व भाकपा (माले) के अन्य विधायकों को संभाला।
पहले से खुला था माइक: लखेंद्र रौशन
बीजेपी एमएलए लखेंद्र कुमार रौशन ने कहा कि माइक पहले से खुला था। उनके छूते ही टूट कर गिर गया। पूरक प्रश्न पूछने के दौरान विपक्ष के विधायक की माइक को बंद कर दिया जाता है। विपक्ष की ,तरफ से कैमरा को हटा दिया जाता है। वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने यह आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के एमएलए ने बीजेपी दलित एमएलए को गाली दी।
सत्यदेव राम ने बीजेपी एमएलए पर गाली देने का आरोप लगाया
सीपीआइ एमएलए सत्यदेव राम ने कहा कि वह कड़ा जरूर बोलते हैं पर गाली देना मेरे संस्कार में नहीं। बीजेपी एमएलए लखेंद्र कुमार रौशन ने मुझे गाली दी। मैंने विधानसभा अध्यक्ष को सिर्फ माइक तोड़ने की सूचना भर दी थी
सीएम ने भी ली मामले की जानकारी
सीएम नीतीश कुमार ने भी इस प्रकरण की जानकारी ली। सीपीआइ एमएलए एमएलए सत्यदेव राम ने सीएम के विधानसभा स्थित कक्ष में पहुंचकर उन्हें इस प्रकरण के बारे में बताया।
माफी नहीं मांगने पर बीजेपी एमएलए सस्पेंड
समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने जवाब दे दिया था। रौशन ने तीन पूरक प्रश्न पूछे। उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उन्हें और पूरक पूछने से रोक दिया। उनकी माइक बंद हो गई। लखेंद्र कुमार रौशन ने कहा कि माइक उनके छूते ही टूटकर गिर गया। पूरक प्रश्न पूछने के दौरान विपक्ष के विधायक के माइक को बंद कर दिया जाता है। विपक्ष की तरफ से कैमरे को हटा दिया जाता है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के विधायक ने भाजपा के दलित विधायक को गाली दी।
दूसरी पाली में हुई कार्रवाई
रौशन पर निलंबन की कार्रवाई कार्यमन्त्रणा समिति की अनुशंसा पर हुई। कार्रवाई से बचने के लिए विधायक को खेद व्यक्त करने का विकल्प दिया गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने निलंबन का प्रस्ताव रखा। यह ध्वनिमत से पारित हो गया। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सदन को बताया कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सभी सदस्यों ने कार्यवाही के वीडियो को देखा।साफ नजर आ रहा है कि लखेंद्र माइक तोड़ रहे हैं। विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा और लखेंद्र कह रहे थे कि जानबूझकर माइक तोड़ने का प्रयास नहीं किया गया।सरकार की ओर से निलंबन का प्रस्ताव आने के बाद भी अध्यक्ष ने रौशन को खेद प्रकट करने का विकल्प दिया। वह इसके लिए राजी नहीं थे। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी रौशन के विरुद्ध कार्रवाई का समर्थन किया।
बहस की जगह माइक तोड़ रहे बीजेपी एमएलए : श्रवण
ग्रामीण विकास मंत्री एवं विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने सोमवार को कहा कि भाजपा के लोग बहस की जगह सदन की टेबल पर कुर्सी रख दे रहे और माइक तोड़ रहे।यह समझ से परे है कि सदन में इतनी अधिक उत्तेजना क्यों है? नेता विरोधी दल को गंभीर रहना चाहिए। विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही। श्रवण ने कहा कि सदन में जिस तरह से लगातार प्रश्नकाल को बाधित किया जा रहा है, यह साबित कर रहा कि इस तरह के कृत्य में लगे लोगों का संसदीय व्यवस्था से विश्वास उठ गया है। बहुत मेहनत कर सदन में प्रश्न को लाया जाता है।बीजेपी के कई सीनीयर सदस्यों को सदन की कार्यसंचालन नियमावली की अच्छी जानकारी है, पर पता नहीं ऐसा क्यों हो रहा। कतिपय सदस्यों के आचरण व व्यवहार से सदन में घटनाएं हो रहीं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि सदन में सभी सदस्यों का मान बराबर है। विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति कोई भी सदस्य अपने प्रश्न को उठा सकते हैं। यह बहस की जगह है। समय पर उठाएंगे तो उसका जवाब भी देगी। सदस्य को अपनी बात रखने का अधिकार है, पर वह तभी बोलें जब उनका नाम लिया जाए।
...जब विधानसभा अध्यक्ष ने टेबल पर मुक्का मारा और कहा- आसन को कार्रवाई करनी पड़ेगी
विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल आरंभ होने के साथ ही विपक्ष आक्रामक हो गया था। सरकार से जवाब को लेकर सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्ष ने आसन के आगे (वेल में) आकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। स्थिति यह उत्पन्न हो गई कि गुस्से में एक बार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने अपनी मेज पर मुक्का मारा और कहा- नियम का पालन करिए नहीं तो आसन को कार्रवाई करनी पड़ेगी। सभी सदस्य वेल में आ जाएं, यह नियम नहीं है। मुझे डायवर्ट नहीं कीजिए। नेता प्रतिपक्ष इस मसले पर सरकार का जवाब चाह रहे थे। नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि सरकार इस मसले पर सदन में जवाब दे कि मंत्री इसराइल मंसूरी प्रकरण में हुआ। इसी तरह किशनगंज में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने से जुड़ी एक घटना पर भी वह सरकार का जवाब चाह रहे थे। उन्हें जब बोलने का मौका मिला तो यह भी कह डाला कि सरकार भ्रष्टाचारियों की गोद में है। गुंडाराज स्थापित होने नहीं देंगे। भ्रष्टाचार के मसले पर जनता को बरगलाया जा रहा है।
संसदीय कार्य मंत्री ने यह जवाब दिया। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी जब जवाब देने के लिए खड़े हुए तो विपक्ष के लोगों ने कहा कि वह जलेबी बनाते हैं।विधानसभा अध्यक्ष ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि कोई जलेबी नहीं बनाता है। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी चीज को छिपाना नहीं चाहती है।गंभीर से गंभीरतम विषय उठाने के नियम बने हुए हैं। जिस पक्ष के सारे लोग वेल में हैं, वही लोग सदन को ऑर्डर में लाने की बात कर रहे हैं।