झारखंड: स्टेट में सबसे बड़ा साइबर क्राइम, गढ़वा में साइबर क्रिमिनल ने की 10 करोड़ की अवैध निकासी
झारखंड में अब तक साइबर क्राइम का सबसे बड़ा मामला गढ़ना में सामने आया है। साइबर क्रिमिनलों ने गवर्नमेंट अकाउंट से एक साथ 10 करोड़ रुपये की निकासी कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- गढ़वा में डोमनी नदी पर बन रहे बराज के लिए रैयतों के मुआवजे की थी राशि
गढ़वा। झारखंड में अब तक साइबर क्राइम का सबसे बड़ा मामला गढ़ना में सामने आया है। साइबर क्रिमिनलों ने गवर्नमेंट अकाउंट से एक साथ 10 करोड़ रुपये की निकासी कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
स्टेट गवर्नमेंट यह राशि बराज के आसपास रहनेवाले रैयतों के मुआवजे के लिए करोड़ों रुपये भेजा था। लेकिन, उनमें से 10 करोड़ रुपये की अवैध रूप से निकासी कर ली गयी है।यह राशि गढ़वा जिला अंतर्गत खरौंधी पुलिस स्टेशन एरिया के डोमनी नदी पर बनने वाले बराज को लेकर रैयतों को मुआवजा देने के लिए विशेष भू- अर्जन विभाग में आया था। बराज के आसपास रहने वाले रैयतों को मुआवजा देने के लिए करोड़ों रुपये सरकार ने विभाग को भेजी थी। इस राशि में से 10 करोड़ की राशि साइबर क्रिमिनल ने निकासी कर लिये हैं।
समाहरणालय के सभागार में 19 जनवरी को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समित की आहूत बैठक में भवनाथुर एमएलए भानु प्रताप शाही ने योजना के अधूरी रहने की बात उठाई थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने जब इसकी छानबीन शुरू की तो यह घोटाला सामने आया।उल्लेखनीय है कि स्टेट गवर्नमेंट ने डोमनी नदी पर बराज बनाने की स्वीकृति दी थी। इसका शिलान्यास 2014 में तत्कालीन केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने तत्कालीन एमएलए अनंत प्रताप देव की उपस्थिति में किया था। शिलान्यास के बाद बराज निर्माण के लिए विशेष-भू-अर्जन विभाग द्वारा भूमि-अधिग्रहण के लिए कार्रवाई शुरू की गई थी।