झारखंड:एजुकेशन मिनिस्टर जगरनाथ महतो ने 11वीं क्लास में लिया एडमिशन, 53 साल की उम्र में फिर से पढ़ाई शुरू करेंगे 

झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो मैट्रक पास है।शिक्षा मंत्री ने अपनी शैक्षणिक योग्यता बढ़ाने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्री ने सोमवार को खुद के स्थापित देवी महतो स्मारक इंटर कॉलेज नावाडीह में इंटर में अपना एडमिशन कराया है।

झारखंड:एजुकेशन मिनिस्टर जगरनाथ महतो ने 11वीं क्लास में लिया एडमिशन, 53 साल की उम्र में फिर से पढ़ाई शुरू करेंगे 
शिक्षा मंत्री का 53 साल की उम्र में इंटर में एडमिशन।
  • मैट्रिक पास हैं जगन्नाथ कहा- रेगुलर करेंगे पढ़ाई
  • जेएमएम के संस्थापक बिनोद बिहारी महतो का नारा पढ़ो व लड़ो से प्रेरणा लेते हुए खुद के स्थापित स्कूल में लिया एडमिशन

बोकारो। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो मैट्रक पास है।शिक्षा मंत्री ने अपनी शैक्षणिक योग्यता बढ़ाने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्री ने सोमवार को खुद के स्थापित देवी महतो स्मारक इंटर कॉलेज नावाडीह में इंटर में अपना एडमिशन कराया है।

उल्लेखनीय है कि शिक्षा मंत्री की शैक्षणिक योग्यता पर विपक्षी दल लगातार दल सवाल उठाते रहते हैं। अक्सर सोशल मीडिया पर जगन्नाथ की शैक्षणिक योग्यता को लेकर व्यंग्य बाण भी चलते रहते हैं। जगन्नाथ महतो ने कहा है कि झारखंड आंदोलन के प्रणेता सह झामुमो के संस्थापक बिनोद बिहारी महतो का नारा था पढ़ो व लड़ो, इससे प्रेरित होकर उन्होंने वर्ष-1995 में मैट्रिक की एग्जाम दी थी। वह सेकेंड डिवीजीन से मैट्रिक पास हुए थे। इसके बाद पॉलिटिक्स में आ गये और विजी लाइफ के कारण आगे की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए।  मुझे हमेशा आगे न पढ़ पाने का मलाल रहा।

मीडिया के सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि विरोधियों का काम ही हर बात में मीन-मेख निकालना है। मेरी कोशिश रहेगी कि इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्कृष्ट अंक से पास करूं। यही नहीं, पढ़ाई का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। इसके बाद विरोधियों को खुद ब खुद जवाब मिल जायेगा।उन्होंने कहा कि जनता की सेवा पूर्व की तरह करते हुए मंत्रालय का कार्य भी करेंगे।  कॉलेज में संचालित क्लास में भी हिस्सा लेंगे। मकसद है कि बच्चों को भी पढ़ायेंगे,खुद भी पढ़ेंगे। 
क्लास भी करेंगे और मिनिस्टरी भी संभालेंगे 

कॉलेज के प्रिंसिपल दिनेश प्रसाद वर्णवाल ने एजुकेशन मिनिस्टर का आर्ट्स में रजिस्ट्रेशन किया। कॉलेज के ऑफिस में जाकर मिनिस्टर ने एडमिशन फॉर्म भरा। 1100 रुपये फी के साथ एडमिशन फॉर्म जमा करवाया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह सारा काम देखते हुए सब कुछ करेंगे। ‘क्लास भी करेंगे और मंत्रालय भी संभालेंगे। घर में किसानी का काम भी करेंगे, ताकि मेरे काम को देखकर अन्य लोग भी प्रेरित हों। 
जगरनाथ महतो ने कहा कि शिक्षा हासिल करने की कोई उम्र सीमा नहीं होती। नौकरियों करते हुए लोग आईएएस, आईपीएस की तैयारी करते हैं और सफल भी होते हैं। उनके अंदर कुछ करने का जज्बा है। 
स्टेट में 4,416 आदर्श इंटर स्कूल स्थापित होंगे
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।उन्होंने राज्यभर में 4,416 आदर्श इंटर स्कूल स्थापित करने के लिए विभाग की एक संचिका पर हस्ताक्षर किया है। यह प्रस्ताव कैबिनेट में जायेगा और राज्य मंत्रिपरिषद से स्वीकृति मिलने के बाद राज्यभर में आदर्श स्कूल स्थापित कर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने आज का दिन इसलिए चुना, क्योंकि 10 जुलाई को ही झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का जन्मदिन भी है। उन्होंने बताया कि उनकी यह कोशिश है कि गरीब स्टूडेंट्स को फ्री और बेहतर शिक्षा मिल सके। जब से वह एमएलए बने हैं तभी से वो गरीब बच्चों की उच्च शिक्षा पर होने वाले खर्च का वहन कर रहे हैं।

झारखंड के कई मिनिस्टर हैं दसवीं पास 

एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार झारखंड में जगरनाथ महतो के अलावा कई मिनिस्टर 10 वीं पास है। बन्ना गुप्ता ( स्वास्थ्य मंत्री), चंपई सोरेन (परिवहन मंत्री), जोबा मांझी (समाज कल्याण मंत्री) और सत्यानंद भोक्ता ( श्रम मंत्री) भी दसवीं पास है।