झारखंड: चतरा में दादा व पोता की मर्डर, पेड़ के नीचे फेका बॉडी, रोड जाम
झारखंड के चतरा जिले के सिमरिया पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत गोठाइ गांव के समीप से दादा-पोता की मर्डर कर दी गयी है। दादा का नाम सुरेश साहू और पोते का सोनू कुमार है। मृतक दादा-पोता लावालौंग पुलिस स्टेशन एरियाके लमटा गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने दो व्यक्ति के शव संदेहात्मक अवस्था में बरामद किया है।
चतरा। झारखंड के चतरा जिले के सिमरिया पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत गोठाइ गांव के समीप से दादा-पोता की मर्डर कर दी गयी है। दादा का नाम सुरेश साहू और पोते का सोनू कुमार है। मृतक दादा-पोता लावालौंग पुलिस स्टेशन एरियाके लमटा गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने दो व्यक्ति के शव संदेहात्मक अवस्था में बरामद किया है।
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बताया जाता है कि बुधवार को दोनों बाइक से जबड़ा गांव गये थे। जबड़ा गांव में सुरेश साहू की बेटी रहती है। बेटी से मिलने के बाद दामाद से मिलने बगरा मोड़ आए। बगरा मोड़- लावालौंग के रास्ते में दामाद का होटल है। होटल में दादा और पोता नास्ता कर शाम को लगभग पांच बजे लमटा गांव के लिए बाइक से चले। लेकिन दोनों देर रात तक घर नहीं पहुंचे। सुबह अचानक गोठाइ गांव के समीप एक पेड़ के नीचे दोनों की बॉडी मिलने की सूचना परिजनों को मिली।
आक्रोशितों ने किया रोड जाम
दादा-पोता की मर्डर के विरोध में आक्रोशित लोगों ने बकरा पथ को जाम भी किया है। ग्रामीण ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया। दोनों लोगों की मर्डर किस वजह से की गई है अब तक इसका सही वजह सामने नहीं आ पाया है। पुलिस आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने के बाद रोड जाम हटवाया। पुलिस अफसरों ने कहा कि संभावना जताते हुए कहा है कि वर्षा से बचने के लिए दादा और पोता पेड़ के समीप खड़े हुए होंगे और इसी क्रम में वज्रपात हुआ। जिससे दोनों की मौत हो गई।
पूर्व मुखिया अमित चौबे ने बताया कि सुरेश साहू सीधा साधा इंसान था। गांव में उस उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। संभव हो कि वज्रपात में दोनों की जान गई हो। लेकिन चेहरे पर मारपीट के निशान थोड़ा संदेह उत्पन्न कर रहा है। सिमरिया थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट हो जायेगी।