देश में 100 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज का टारगेट हासिल, पीएम मोदी बोले- सभी को मिलकर कोरोना को हराना होगा
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव लिए चलाये गये वैक्सीनेशन में 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। देश ने इस क्षेत्र में एक मील का पत्थर स्था पित किया है। यह वर्ल्ड के लिए एक बड़ा संदेश भी है। इस खास मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी राम मनोहर लोहिया हॉस्पीटल पहुंचे थे। पीएम के साथ सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मावड़िया भी भी मौजूद थे। पीएम ने हरियाणा के झज्जर में बने एम्स कैंपस में इन्फोसिस फाउंडेशन विश्राम सदन की शुरुआत की।
- नौ स्टेट व यूटी में सभी व्यस्कों को कोरोना टीके की कम से कम एक डोज
- वैक्सीनेशन में टॉप पर यूपी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव लिए चलाये गये वैक्सीनेशन में 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। देश ने इस क्षेत्र में एक मील का पत्थर स्था पित किया है। यह वर्ल्ड के लिए एक बड़ा संदेश भी है। इस खास मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी राम मनोहर लोहिया हॉस्पीटल पहुंचे थे। पीएम के साथ सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया भी मौजूद थे। पीएम ने हरियाणा के झज्जर में बने एम्स कैंपस में इन्फोसिस फाउंडेशन विश्राम सदन की शुरुआत की।
Mahindra Thar का HULK सोशल मीडिया पर छाया, शानदार डिजाइन के साथ रोड पर पहली बार आया नजर
सभी को मिलकर कोरोना महामारी को जल्द हराना होगा
मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि देश को सौ करोड़ डोज का सुरक्षा कवच मिला है। हम सभी को मिलकर कोरोना महामारी को जल्द हराना होगा। उन्होंरने सौ करोड़ डोज का आंकड़ा छूने पर सभी स्वादस्य्शन कर्मियों को बधाई दी है। उन्होंएने हर जिले में मेडिकल कालेज बनाने पर भी जोर दिया है। उन्होंलने कहा कि कैंसर की लगभग 400 दवाओं के दाम उनकी सरकार ने कम किये हैं। पेसेंट को डाक्टेरों को दिखाने में कोई परेशानी न आए इस पर भी सरकार ध्याोन दे रही है। उन्होंने इन्फोसिस फाउंडेशन का उल्लेख करते हुए कहा कि ये संस्था एं सेवा भाव से काम कर रही है। सेवा भाव के किसी भी मौके को हाथ से नहीं जाने दिया चाहिए। उन्होंाने कहा कि ई संजीवनी की सुविधा मौजूद है। इसके अलावा और भी काम इस क्षेत्र में किए जा रहे हैं। समाज की शक्ति से हम इस लक्ष्य को भी जल्द पा सकेंगे।
मनोहर लाल खट्टर ती पीठ थपथपायी
पीएम ने कहा कि हरियाणा में उन्होंने एक लंबा समय काटा है। उन्होंने स्टेट गवर्नमेंट की पीठ थपथपाते हुए कहा कि वर्षों बाद राज्य को एक सशक्त और उत्तररदायी सरकार मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में मिली है। उन्हों ने कहा कि मनोहर लाल को वो वर्षों से जानते हैं, लेकिन सीएम के तौर पर उन्होंेने कई इनोवेटिव काम किये है। स्टेट की देखादेखी सेंट्रल ने भी कई प्रयोग किये हैं। उन्होंोने कहा कि बीजेपी की सरकार ने जो लंबी सोच की नींव डाली है उसका फायदा राज्योंह को जरूर मिलेगा।
वैक्सींनेशन की शुरुआत 16 जनवरी 2021 में हुई
उल्लेखनीय कि भारत में वैक्सींनेशन की शुरुआत 16 जनवरी 2021 में हुई थी। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षित किया गया। फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए 2 फरवरी से टीकाकरण की शुरुआत हुई। सेकेंड फेज में एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगने की शुरुआत हुई। एक अप्रैल से 45 या इससे अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगने लगा। एक मई से सभी व्यस्कों को सुरक्षित करने का अभियान शुरू हुआ।पीएम मोदी ने इसको चरणबद्ध तरीके से देश में शुरू करवाया था। पीएम मार्गदर्शन में देश ने ये कीर्तिमान स्थापित किया है। सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी की ओर से बताया गया है कि सेंट्ल ने स्टेट व यूटी को 103.5 करोड़ वैक्सीलन उपलब्ध करवाई थीं। अब भी स्टेट के पास 10.85 करोड़ वैक्सी न बिना इस्तेामाल के बची हुई हैं।
नौ स्टेट व यूटी में सभी व्यस्कों को कोरोना टीके की कम से कम एक डोज, वैक्सीनेशन में टॉप पर यूपी
सेंट्ल हेल्थ मिनिस्टरी के अनुसार नौ स्टेट और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 परसेंट व्यस्कों को कम से कम एक टीका लग चुका है। वहीं 31 परसेंट आबादी को दोनों डोज लग चुके हैं। अब तक अंडमान और निकोबार आइलैंड, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लक्ष्यद्वीप, सिक्किम, उत्तराखंड और दादरा व नगर हवेली में 18 साल या इससे अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना रोधी वैक्सीन की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है।
पांच स्टेट में सर्वाधिक संख्या में वैक्सीन लगाये गये हैं, उनमें पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र, तीसरे पर पश्चिम बंगाल, चौथे पर गुजरात और पांचवें स्थान पर मध्य प्रदेश है। हेल्थ मिनिस्टर ने एक ट्वीट करके देश को यह उपलब्धि हासिल करने पर बधाई दी। उन्होंने कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व का परिणाम है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ''100 करोड़ डोज लगने के बाद हम उन सभी लोगों को दूसरी खुराक लगाने के लिए मिशन मोड में काम करेंगे, जिन्हें पहली खुराक मिल चुकी है, ताकि कोविड-19 के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित हो।''