बिहार:औरंगाबाद और गया में संदिग्ध परिस्थिति 10 लोगों की मौत, जहरीली शराब पीने से जान जाने की आशंका
बिहार गया में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद में सात लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है। यहां ग्रामीणों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी। औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के गांवों में 24 घंटे में सात ग्रामीणों की मौत से कोहराम मचा है। ग्रामीण शराब पीने से मौत बता रहे हैं,लेकिन पुलिस व प्रशासनिक अफसर इसकी पुष्टि नहीं कर रहे है।
पटना। बिहार गया में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद में सात लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है। यहां ग्रामीणों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी। औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के गांवों में 24 घंटे में सात ग्रामीणों की मौत से कोहराम मचा है। ग्रामीण शराब पीने से मौत बता रहे हैं,लेकिन पुलिस व प्रशासनिक अफसर इसकी पुष्टि नहीं कर रहे है।
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औरंगाबाद के उक्त एरिया में पिछले कुछ दिनों में 10 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो चुकी है। मदनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के खिरियावां गांव निवासी शिव साव, मुफस्सिल पुलिस स्टेशन एरिया के पवई गांव निवासी अनिल शर्मा एवं प्रमोद ठाकुर, बेरी गांव के राहुल मिश्रा, अररुआ गांव के सुरेश सिंह, पड़रिया के 50 वर्षीय दिलेश्वर महतो तथा जोगड़ी गांव के 30 वर्षीय रामजी यादव की मौत हुई है। परिजनों ने बताया कि सभी शाम में शराब पीकर खिरियावां से घर पहुंचे थे। घर आते ही उल्टी शुरू हो गई। सिर में दर्द हुआ और आंख की रोशनी गायब होने लगी। इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मदनपुर ले गए। चिकित्सक ने स्थिति गंभीर देखते हुए रेफर कर दिया। खिरियावां गांव निवासी बबलू ठाकुर एवं भोला विश्वकर्मा का इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है।
अररुआ गांव निवासी सुरेश सिंह के स्वजनों ने बताया कि मंगलवार की सुबह खिरियावां पासी टोला से शराब पीकर घर आये उसी दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई। इलाज के लिए ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गई। बेरी गांव निवासी राहुल मिश्रा सोमवार की शाम शराब पीकर आये, उसी दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद स्वजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मदनपुर ले गए, जहां से बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कालेज गया रेफर कर दिया गया। रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। रिसियप पुलिस स्टेशन एरिा के पवई निवासी अनिल शर्मा अपने बहनोई खिरियावां गांव निवासी राजेश शर्मा के घर शादी समारोह में आये थे। पड़रिया मोड़ पर सोमवार की रात शराब का सेवन करने से उनकी हालात बिगड़ती गई। प्रइवेट क्लीनिक में इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने तीनों के बॉडी का अंतिम संस्कार कर दिया। दिलेश्वर महतो और रामजी यादव का इलाज भी प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था। दो दिन पूर्व भी रानीगंज और सिंदुआरा गांव में संदिग्ध स्थिति में तीन ग्रामीणों की मौत हुई थी।
डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि तीन की संदेहास्पद स्थिति में मौत हुई है। दो की मौत हार्ट अटैक से हुई है। जहरीली शराब पीने से मौत की सूचना मिल रही है। एक ही स्प्रीट स्प्लायर सभी जगहों पर सप्लाई कर रहा है, जिससे यह घटना हो रही है। मामले जांच की जा रही है। एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस शराब तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है। अबतक 70 की गिरफ्तारी हुई है।
देसी शराब पीने से एक दर्जन बीमार
गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के पथरा गांव में जहरीली शराब पीने से सोमवार की रात चाचा-भतीजा सहित तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं एक दर्जन लोग बीमार हैं। मरने से पहले दो लोगों के आंखों की रोशनी भी चली गई थी। सोमवार की शाम को लोगों ने शराब पी थी। इसके कुछ देर के बाद ही सबकी तबीयत धीरे-धीरे खराब होने लगी। सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। जहरीली शराब पीने से अर्जुन पासवान (40 वर्ष), अमर पासवान (36 वर्ष) तथा बसंत यादव की मौत हो गई। तीनों की हालत बिगडऩे पर स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बाद मगध मेडिकल कालेज रेफर किया गया था। अर्जुन और अमर पासवान की रास्ते में मौत हो गई, जबकि बसंत ने मगध मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। अर्जुन और अमर पासवान आपस में चाचा-भतीजा थे। अन्य बीमार लोगों को रात में प्राथमिक इलाज के बाद मगध मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. महेश कुमार ने बताया कि अमर पासवान और अर्जुन पासवान यहां आने के बाद बताए थे कि उन लोगों ने शराब का सेवन किया है। दोनों के आंखों की रोशनी खत्म हो रही थी तथा सांस लेने में असुविधा हो रही थी। ग्रामीणों का कहना है कि आमस थाने से पथरा गांव की दूरी एक किलोमीटर से कम है। ऐसे में इस गांव में खुलेआम शराब बिकती है और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। प्रशासन शराब से मौत की पुष्टि अभी नहीं कर रहा है।