Bihar: लव ट्रायंगल में हुई थी भागलपुर के स्टूडेंड प्रियांशु की मर्डर, गर्लफ्रेंड से एकतरफा अफेयर में था मोहल्ले का युवक
बिहार के भागलपुर के मोजाहिदपुर पुलिस स्टेशन एरिया में स्टूडेंट प्रियांशु मोदी मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। गुड़हट्टा चौक भगत कालोनी में छह अप्रैल की शाम स्टूडेंट प्रियांशु मोदी की गोली मारकर मर्डर कर दी गयी थी। पुलिस ने सीसी कैमरे में कैद आरोपी रविशंकर साह उर्फ चौबे उर्फ मोनू को पुलिस ने तकनीकी निगरानी में दबोच लिया।
भागलपुर। बिहार के भागलपुर के मोजाहिदपुर पुलिस स्टेशन एरिया में स्टूडेंट प्रियांशु मोदी मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। गुड़हट्टा चौक भगत कालोनी में छह अप्रैल की शाम स्टूडेंट प्रियांशु मोदी की गोली मारकर मर्डर कर दी गयी थी। पुलिस ने सीसी कैमरे में कैद आरोपी रविशंकर साह उर्फ चौबे उर्फ मोनू को पुलिस ने तकनीकी निगरानी में दबोच लिया।
यह भी पढ़ें:Bihar : एक्स मिनिस्टर गायत्री देवी का पटना में निधन, बेटे ने ही कर दिया था राजनीतिक पारी का अंत
पुलिस ने आरोपित ने आनन-फानन में पिस्तौल को घटनास्थल के समीप ही झाड़ी में फेंक दिया था। पुलिस ने पिस्तौल भी बरामद कर लिया है। एसएसपी आनंद कुमार ने प्रियांशु की मर्डर के बाद सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी के नेतृत्व में घटना के खुलासे के लिए एक टीम बनायी। टीम में इंस्पेक्टर हबीबपुर कृपा सागर, मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार, बबरगंज थानाध्यक्ष प्रमोद साह, एसआइ मोहन कुमार, डीआइयू प्रभारी सुशील कुमार, अभिमन्यु कुमार को शामिल किया गया।
पुलिस टीम को भगत कालोनी के लोगों ने ही यह जानकारी दे दी कि मामला लव अफेयर से जुड़ा है।
पुलिस टीम ने प्रियांशु के मोबाइल की टेक्नीकल जांच कर चंद घंटे में आरोपित रविशंकर का पता लगा लिया। रविशंकर अनैतिक देह व्यापार के रैकेट संचालन मामले में कई बार जेल जा चुके बबलू साह का पुत्र है। पुलिस ने बताया कि रविशंकर अपने मोहल्ले की एक लड़की से एकतरफा प्यार करता था। एक ही मोहल्ले से होने के नाते लड़की कभी-कभार रविशंकर से बोल लिया करती थी, जिसे वह प्यार समझ बैठा था। हालांकि, वह उससे प्रेम नहीं करती थी। प्रियांशु से उस लड़की की नजदीकी से रविशंकर काफी गुस्से में रहता था। दोनों को बीते दिनों एक साथ देख उसने प्रियांशु को अंजाम भुगतने की धमकी दे डाली थी। प्रियांशु ने उसकी धमकी की परवाह किए बगैर लड़की से नजदीकी बनाये रखा था। इससे आक्रोशित रविशंकर ने प्रियांशु को छह अप्रैल की शाम भगत कालोनी में ही गोली मार दी। बेहतर उपचार के लिए पटना ले जाने के क्रम में रास्ते में ही प्रियांशु की मौत हो गई थी।