चतरा: परमेश्वर साव मर्डर केस का खुलासा, पुलिस ने पांच क्रिमिनलों को आर्म्स के साथ अरेस्ट किया
चतरा जिले के सिमरिया पुलिस स्टेशन की पुलिस ने 17 जनवरी को पिरी बाजार में दिनदहाड़े हुए परमेश्वर साव ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर लिया है। पुलिस ने क्रिमिनल गैंग न्यू जेपीसी के पांच अपराधी आर्म्स के साथ अरेस्ट किया है।
- जेपीसी के पूर्व नक्सलियों की थी दिनदहाड़े मर्डर
चतरा। सिमरिया पुलिस स्टेशन की पुलिस ने 17 जनवरी को पिरी बाजार में दिनदहाड़े हुए परमेश्वर साव ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर लिया है। पुलिस ने क्रिमिनल गैंग न्यू जेपीसी के पांच अपराधी आर्म्स के साथ अरेस्ट किया है। चतरा एसपी ऋषभ झा ने आज गुरुवार को पुलिस ऑफिस मे प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
एसपी ने बताया कि सिमरिया एसडीपीओ अशोक रविदास के लीडरशीप में स्पेशल रेड में पत्थलगडा पुलिस स्टेशन एरिया के जोरी गांव निवासी मनोज भोक्ता, मेरनगडा गांव निवासी तारकेश्वर भोक्ता, सदर थाना क्षेत्र के हरमन्ना गांव विनोद गंझू एवं सिमरिया पुलिस स्टेशन ए्रिया के बोंगादाग गांव निवासी मनोज गंझू तथा हजारीबाग जिले के गिद्दी पुलिस स्टेशन एरिया के खपिया गांव का बीरेंद्र गंझू को पकड़ा गया है। इनके पास से .315 बोर का दो रायफल, 51 राउंड जिंदा कारतूस, AK-47 का तीन जिंदा कारतूस, एक देशी सिक्सर, एक सिंगल शॉट देशी कट्टा व OK027Z अंकित पांच जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। पांचों के खिलाफ चतरा एवं हजारीबाग जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशन में मर्डर, किडनैपिंग, रंगदारी वसूलने तथा आर्म्स एक्ट के एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि ये क्रिमिनल पूर्व में झारखंड प्रस्तुति कमेटी नामक आपराधिक संगठन में शामिल थे। जेल भी गये थे। जेल में ही परमेश्वर की मर्डर की साजिश रची गई थी। जेल से बाहर निकलते ही ये लोग न्यू झारखंड प्रस्तुति कमेटी नामक संगठन का गठन कर क्राइम को अंजाम देने में जुट गये। पिछले 17 जनवरी को सिमरिया पीरी बाजार में परमेश्वर साव नामक युवक की दिनदहाड़े गोली मार कर मर्डर कर दी गई थी। मर्डर का कारण पुलिस मुखबिरी बताया गया था।
ये सभी पूर्व में जेपीसी नामक नक्सली संगठन के एक्टिव मेंबर थे। पूर्व में गिरफ्तार पांचों क्रिमिनलों ने जेल से बाहर निकलकर परमेश्वर के हत्या की साजिश रची थी। परमेश्वर पर पुलिस का सहयोग करने का आरोप लगाकर घटना को अंजाम दिया गया था।मर्डर को अंजाम देने के बाद नया क्रिमिनल गैंग बनाकर क्षेत्र में घटना को अंजाम देकर दहशत फैलाकर लेवी वसूलते थे।