कोरोना वायरस संक्रमण के घटते मामलों के बीच नई टेंशन है डेल्टाक्रॉन, डैंजर है नया वैरिएंट
कोरोनावायरस संक्रमण के थर्ड वे समाप्ति की ओर है। के वहीं वर्ल्ड में एक और वैरियंट का खतरा मंडरा रहा है। WHO ने बताया है कि कोरोना के दो प्रमुख वैरिएंट डेल्टा और ओमिक्रोन का मिश्रण एक नये वैरिएंट के रूप में उभरा है। इसे डेल्टाक्रॉन नाम से जाना जा रहा है।
नई दिल्ली। कोरोनावायरस संक्रमण के थर्ड वे समाप्ति की ओर है। के वहीं वर्ल्ड में एक और वैरियंट का खतरा मंडरा रहा है। WHO ने बताया है कि कोरोना के दो प्रमुख वैरिएंट डेल्टा और ओमिक्रोन का मिश्रण एक नये वैरिएंट के रूप में उभरा है। इसे डेल्टाक्रॉन नाम से जाना जा रहा है।
डेल्टा और ओमिक्रोन का मिश्रण
कोरोना के इस नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन ने एक बार फिर से टेंशन बढ़ा दी है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से बताया है कि डेल्टाक्रॉन के मामले यूके, फ्रांस, नीदरलैंड और डेनमार्क में दर्ज किये गये हैं। स्पेशलिस्टों ने बताया है कि कोरोना के घटते केसों के बीच डेल्टाक्रॉन नई टेंशन लेकर आया है।रिपोर्ट के अनुसार डेल्टाक्रॉन में डेल्टा और ओमिक्रोन दोनों के जीन पाये गये हैं। विशेषज्ञों ने पाया कि फ्रांस के कई क्षेत्रों में इसकी पहचान पहले की गई है। इस साल की शुरुआत से ही इसके मामले सामने आये हैं। WHO का मानना है कि अमेरिका में भी नये संस्करण के कम से कम दो मामले हैं।और जल्द ही इस पर नया अपडेट आ सकता है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि नये वैरिएंट के बारे में यह नहीं बताया गया कि यह काफी तेजी से फैल रहा है।
डेल्टाक्रॉन वैरिएंट के लक्षण
यूके की हेल्थ सिक्युरिटी एजेंसी के अनुसार कोरोना के इस नये वैरिएंट डेल्टाक्रॉन की संक्रामकता या गंभीरता के बारे में अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन इसके कुछ लक्षणों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए। शरीर का बढ़ा हुआ टेंपरेचर, बहती या भरी हुई नाक, लगातार खांसी, थकान महसूस होना, गंध या स्वाद में कमी या परिवर्तन, सांस लेने में कठिनाई, सिरदर्द, शरीर दर्द, उलटी अथवा मितली और दस्त प्रमुख लक्षण हैं।
कोरोना महामारी की कोई फोर्थ वेव नहीं आयेगी
इंडिया में में कोरोना की थर्ड वेव समाप्त होने का दावा करते हुए जाने माने विषाणु विज्ञानी डा. टी जैकब जान ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि देश में तब तक महामारी की कोई फोर्थ वेव नहीं आएगी, जब तक वायरस का कोई अनपेक्षित स्वरूप सामने नहीं आ जाता। इंडिया में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,993 नए मामले सामने आए, जो पिछले 662 दिन में सबसे कम हैं। कोविड-19 की थर्ड वेव के दौरान संक्रमण के मामलों की संख्या 21 जनवरी के बाद कम होनी शुरू हो गई थी।
इंडिया में फोर्थ वेव की आशंका
महाराष्ट्र की कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों ने आशंका जताई है कि गर्मी में जब ह्यूमिडिटी बढ़ेगी, तब वायरस भी फिर से फैलेगा। बचाव के लिए कोविड प्रोटोकाल यानी सोशव डिस्टैंसिंग और मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। इससे पहले आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट्स ने एक स्टडी के जरिए आशंका जताई थी कि जून में फोर्थ वेव आ सकती है। देश में कोरोना की चौथी लहर को लेकर एक नई चेतावनी भी आई है।
इंडिया में अब फिलहाल कोरोना के मामले ना के बराबर है। हर रोज कोरोना केसों में कमी आ रही है। ज्यादातर स्टेट ने कोरोना केस में भारी कमी कारण कोरोना बैन को भी हटा लिया है।सभी गतिविधियां भी सामान्य हो गईं है। हालांकि विशेषज्ञयों का कहना है कि अभी खतरा टला नहीं है और हमें अभी सावधानी बरतने की जरूरत है। टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि अभी भी सबको कोरोना वायरस की सावधानी जरूर बरतनी चाहिए।