झारखंड: 2300 से ज्यादा पुलिसवाले कोरोना संक्रमित, अब तक पांच की मौत, 750 ठीक हुए

झारखंड में कोरोना वारियर्स के रूप में सेवा दे रहे पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों में भी संक्रमण बढ़ रहा है। स्टेट में कोरोना वायरस से संक्रमित पुलिस पुलिसकर्मियों की संख्या 2300 से ज्यादा हो गई है। हालांकि इनमें 750 पुलिसकर्मी स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना से पांच पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों की मौत हो चुकी है।

रांची। झारखंड में कोरोना वारियर्स के रूप में सेवा दे रहे पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों में भी संक्रमण बढ़ रहा है। स्टेट में कोरोना वायरस से संक्रमित पुलिस पुलिसकर्मियों की संख्या 2300 से ज्यादा हो गई है। हालांकि इनमें 750 पुलिसकर्मी स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना से पांच पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से संक्रमितों में एसपी, एएसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर, एसआइस हवलदार व कांस्टेबल शामिल हैं।

संक्रमित पुलिसकर्मियों की सुध लें सीनीयर अफसर

डीजीपी एमवी राव ने सभी एसएसपी-एसपी को आदेश दिया है कि वे संक्रमित पुलिसकर्मी व उनके परिवार की सुध लें। उनकी कोई जरूरत हो तो उसे पूरा करने का प्रयास करें। ताकि उन्हें लगे कि वह पुलिसकर्मी अकेला नहीं है, विभाग उसके साथ खड़ा है। इससे उसका आत्मबल बढ़ेगा।

50 लाख के इंसोरेंस पर निर्णय नहीं

झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने कोरोना वारियर्स के रूप में सेवा दे रहे पुलिसकर्मियों को किसी भी तरह के नुकसान पर मेडिकल स्टाफ की तरह ही 50 लाख रुपये के इसोरेंस के लिए आग्रह किया था। आग्रह किया गया था कि अगर 50 लाख रुपये का इंसोरेंस नहीं होता है तो कम से कम उग्रवादी हिंसा में मिलने वाला लाभ जैसा लाभ दिया जाय। डीजीपी एमवी राव ने भी एसोसिएशन की मांग पर अपनी सहमति जताते हुए गवर्नमेंट से आग्रह किया है। लेकिन अब तक गवर्नमेंट लेवल से बात नहीं बन पाई है।
होटवार जेल में एक साथ 85 कैदी मिले संक्रमित
होटवार जेल में कोरोना की स्थिति विस्फोटक हो गई है। 85 नये कोरोना संक्रमित मिलने के बाद सिचुएशन अनकंट्रोल हो गई है।बिरसा मुंडा होटवार जेल में शनिवार को 200 कैदी व जेल कर्मी की जांच रिपोर्ट आई। इसमें 85 कैदी व स्टाफ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। चार अगस्त को दो एक्स मिनिस्टर सहित 32 कैदी व 22 जेल कर्मी एवं पुलिस कर्मी पॉजिटिव मिले थे। जेल के कैदी व कर्मियों को मिलाकर संक्रमितों की संख्या 139 पहुंच गई है। इसमें एक कैदी व एक सुरक्षाकर्मी संक्रमण से मौत हो गई। संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ने के बावजूद संक्रमित कैदियों व जेलकर्मियों के लिए अलग क्वॉरंटाइन सेंटर की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। कैदियों को जहां अलग-अलग सिंगल सेल में रखा गया है। कर्मियों का जेल बैरक में ही इलाज चल रहा है।

जेल आइजी बीरेंद्र भूषण ने जेल सुपरिटेंडेंट व लेटर लिखकर जिला प्रशासन से सहयोग स्थापित कर कैदियों की सुरक्षा का विशेष इंतजाम करने का निर्देश दिया था। यह भी कहा था कि कैदियों के लिए जेल से बाहर अलग कोविड सेंटर बनाया जाए। अलग कोविड सेंटर बनाने के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ स्टेट के सीनीयर अफसरों को भी लिखा गया था। अब तक इस पर अमल नहीं हो सका है। जेल में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।